Chandauli News: कीमैन की सजगता से बड़ी दुर्घटना टली, DRM ने किया सम्मानित

Chandauli News: चंदौली में कीमैन की सजगता से टली दुर्घटना, DRM ने मौके पर पहुंचकर किया सम्मानित

Ashvini Mishra
Published on: 18 Oct 2025 4:27 PM IST
Chandauli News: कीमैन की सजगता से बड़ी दुर्घटना टली, DRM ने किया सम्मानित
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कीमैन की सजगता से बड़ी दुर्घटना टली  (PHOTO: Social media )

Chandauli News: चंदौली जनपद के पंडित दिन दयाल उपाध्याय रेल मंडल में संरक्षा की दृष्टि से ट्रैक किनारे कार्यरत फील्ड स्टाफ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। उनकी सतत निगरानी और त्वरित प्रतिक्रिया ही संरक्षित रेल संचालन की नींव है। 18 अक्टूबर 2025 को डीडीयू मंडल के चंदौली मझवार और गंजख्वाजा स्टेशनों के बीच समपार फाटक संख्या 78 से कुछ मीटर दूर अप लाइन पर एक रेल फ्रैक्चर की समय पर पहचान और समन्वित कार्रवाई ने परिचालन को पूर्णतः संरक्षित बनाए रखा।

प्रातः 08:57 बजे कीमैन श्रवण कुमार ने नियमित निरीक्षण के दौरान फ्रैक्चर को पहचाना। उन्होंने तुरंत स्टेशन मास्टर संतोष कुमार को सूचना दी और फाटक की तरफ दौड़े। फिर स्टेशन मास्टर ने सतर्कता दिखाते हुए समपार फाटक पर गेटमैन दिनेश कुमार को सूचित किया। गेटमैन ने संरक्षा के लिए तत्काल गेट सिग्नल बंद कर दिया, जिससे आ रही ट्रेन संख्या 22307 (हावड़ा–बीकानेर एक्सप्रेस) को संरक्षित रूप से रोका जा सका । स्टेशन मास्टर संतोष कुमार तथा स्टेशन मास्टर विनय कुमार ने तत्काल कंट्रोल ऑफिस को भी सूचित किया और टीपीसी कंट्रोल द्वारा ओवरहेड उपकरण बंद किया गया। इस तरह उस दौरान संबंधित उप रेलखंड में परिचालन नियंत्रित कर पूर्ण संरक्षा सुनिश्चित की गई। वरिष्ठ अनुभाग अभियंता की टीम ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक मरम्मत की और 09:30 बजे ट्रैक को 30 किमी/घंटा की गति सीमा के साथ संरक्षित रूप से फिट घोषित किया।

स्थिति का जायजा

इस पूरे घटनाक्रम में कीमैन श्रवण कुमार, गेटमैन दिनेश कुमार और स्टेशन मास्टर संतोष कुमार की त्वरित, समन्वित और संरक्षा-केंद्रित कार्रवाई ने परिचालन को बिना किसी बाधा के संरक्षित बनाए रखा। मंडल रेल प्रबंधक उदय सिंह मीना ने अपर मंडल रेल प्रबंधक दिलीप कुमार एवं अन्य अधिकारियों के साथ स्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। साथ ही उत्कृष्ट संरक्षा कार्य हेतु कीमैन श्रवण कुमार , स्टेशन मास्टर संतोष कुमार, स्टेशन मास्टर विनय कुमार और गेटमैन दिनेश कुमार को शाबाशी देते हुए उन्हें पुरस्कृत किया।

यह घटना डीडीयू मंडल की संरक्षा संस्कृति का जीवंत उदाहरण है, जहाँ प्रत्येक कर्मचारी संरक्षित संचालन को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। मंडल प्रशासन ऐसे कर्मठ और सजग कर्मचारियों की सराहना करता है, जिनके प्रयासों से संरक्षा सुनिश्चित होती है।

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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