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Etah News : जलेसर में अवैध अस्पताल की लापरवाही से नवजात की मौत, 25 दिन में तीसरी घटना
Etah News : जलेसर में फिर अवैध अस्पताल की लापरवाही, इलाज के दौरान नवजात की मौत, 25 दिन में 3 मौतों से नाराज़ परिजन
Newborn Dies in Illegal Jalesar Hospital ( Image From Social Media )
Etah News : उत्तर प्रदेश के एटा जनपद के थाना जलेसर क्षेत्र के नगर में खुले अवैध प्राइवेट नर्सिंग होम और अस्पताल अब मौत के सौदागर बन चुके हैं। बिना योग्य चिकित्सकों और बुनियादी सुविधाओं के इलाज के नाम पर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ जारी है। शनिवार की रात एक बार फिर लापरवाही का ऐसा ही मामला सामने आया, जब एक प्राइवेट अस्पताल में उपचार के दौरान नवजात की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, हाथरस जनपद के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव सराय महामई निवासी पूजा पत्नी पवन कुमार ने एक सप्ताह पहले बेटे को जन्म दिया था। शुक्रवार को बच्चे की तबीयत खराब होने पर परिजन उसे जलेसर के आगरा चौराहा स्थित गौशाला रोड पर ए.एस. (अर्जुन सिंह) मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराने पहुंचे। शनिवार की रात करीब साढ़े नौ बजे उपचार के दौरान नवजात की मौत हो गई।
मृतक के पिता पवन कुमार ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे की हालत बिगड़ने पर उन्होंने चिकित्सक से रेफर करने की मांग की थी, लेकिन अस्पताल संचालक ने बच्चे को रेफर नहीं किया। समय रहते उचित इलाज न मिलने और लापरवाही बरतने से बच्चे की जान चली गई। घटना के बाद परिजनों ने हंगामा किया और पुलिस को सूचना दी।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि “घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पीड़ित पक्ष द्वारा तहरीर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
25 दिन में तीन मौतें, प्रशासन मौन
नवजात की मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है। बीते 25 दिनों में जलेसर क्षेत्र के विभिन्न निजी अस्पतालों में तीन मरीजों की मौत हो चुकी है। 26 सितंबर को गांव नोहखास निवासी विनोद कुमार की पत्नी रोहिनी ने सीएचसी जलेसर में बच्चे को जन्म दिया था। बच्चे की तबीयत खराब होने पर उसे अर्जुन सिंह मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इसी तरह 22 सितंबर को गांव अल्लेपुर देवकरनपुर की 24 वर्षीय संगीता पत्नी अर्जुन सिंह की मौत सिंह क्लिनिक में ऑपरेशन के दौरान हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि बिना विशेषज्ञ चिकित्सक की मौजूदगी में नर्सों द्वारा ऑपरेशन किया गया, जिससे प्रसूता की जान चली गई। इससे पहले 7 जुलाई को नगर के मोहल्ला महावीरगंज निवासी रवि की पत्नी बसंती देवी की भी अर्जुन सिंह हॉस्पिटल में गलत उपचार से मौत हुई थी।
लगातार हो रही इन घटनाओं ने नगर के स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शिकायतों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारी कार्रवाई के नाम पर लीपापोती करते हैं, जिससे ऐसे अवैध अस्पताल खुलेआम लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।परिजनों के अनुसार घटना की शिकायत सीएमओ से भी की गई है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद से की बार प्रयास करने के बाद भी बात नहीं हो सकी ।
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