Hapur News: बड़ा हादसा टला: 33 केवी हाईटेंशन लाइन बस पर गिरी, चालक, परिचालक कूदकर बचे

Hapur News: हापुड़ के छिजारसी टोल प्लाजा पर 33 केवी हाईटेंशन तार बस पर गिरा। चालक व परिचालक खिड़की से कूदकर बचे, लोगों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया।

Avnish Pal
Published on: 11 Sept 2025 9:11 PM IST
High tension wire falls on bus near toll plaza, tragedy averted
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 33 केवी हाईटेंशन लाइन बस पर गिरी, चालक, परिचालक कूदकर बचे (Photo- Newstrack)

Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार शाम छिजारसी टोल प्लाजा के बंबे के पास उस समय हड़कंप मच गया जब सड़क किनारे खड़ी एक प्राइवेट बस पर अचानक 33 केवी हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर गिर पड़ा। तेज धमाके जैसी आवाज सुनकर मौके पर मौजूद लोग दहशत में आ गए। गनीमत रही कि बस में मौजूद चालक और परिचालक खिड़की से कूदकर समय रहते बाहर आ गए और बड़ा हादसा टल गया।

घटनास्थल पर अफरा-तफरी

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक,जैसे ही बिजली का तार बस पर गिरा, चिंगारियां उठने लगीं और आसपास के लोग घबरा गए। कई वाहन तुरंत वहां से हटने लगे। लोगों ने तुरंत बिजली विभाग को सूचना दी।

चालक ने बताया घटनाक्रम

मेरठ निवासी बस चालक माधव ने बताया, हमारी बस रोजाना नोएडा स्थित एक कंपनी के स्टाफ को लेकर आती-जाती है। गुरुवार को हम बस को छिजारसी टोल प्लाजा के बगल में खड़ा किए हुए थे। तभी ऊपर से गुजर रहा 33 केवी हाईटेंशन तार अचानक टूटकर बस पर गिर गया। जैसे ही आवाज आई, हम दोनों ने बिना देर किए खिड़की से कूदकर जान बचाई।परिचालक सतेंद्र सिंह ने भी बताया कि तार गिरने के बाद बस के ऊपर चिंगारियां दिखीं। हमने बिजली विभाग को कॉल किया लेकिन डेढ़ घंटे तक बिजली की सप्लाई बंद नहीं की गई। यह बड़ी लापरवाही थी। किसी की भी जान जा सकती थी।”

लोगों में आक्रोश

मौके पर जुटे स्थानीय लोगों ने कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही से बड़े हादसे का खतरा बना रहता है। इतनी हाईटेंशन लाइन के नीचे गाड़ियां रोजाना खड़ी रहती हैं, फिर भी समय-समय पर तारों की जांच नहीं की जाती।

ऊर्जा निगम ने दिया बयान

इस पूरे मामले पर अधिशासी अभियंता मनीष कुमार यादव ने कहा की जैसे ही बिजली का तार टूटा, तुरंत सप्लाई बंद कर दी गई थी। तारों की मरम्मत का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। जल्द ही लाइन को पूरी तरह दुरुस्त कर दिया जाएगा।”

सुरक्षा के सवाल

इस हादसे के बाद एक बार फिर हाईटेंशन लाइनों के रखरखाव और सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी लाइनों के नीचे सार्वजनिक स्थलों या वाहन खड़ा करने की अनुमति नहीं होनी चाहिए। नियमित जांच और रखरखाव न होने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।

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