Hapur News: हापुड़ के किसानों का अनोखा विरोध: सड़क पर पेड़, गड्ढों में धरना, प्रशासन पर करारा तंज

Hapur News: नाराज किसानों ने गड्ढों में बैठकर धरना देकर और सड़क पर पेड़ लगाकर अनोखा विरोध जताया।

Avnish Pal
Published on: 2 Sept 2025 5:55 PM IST
Unique protest of Hapur farmers: Trees on road, sit-in in potholes, Karara Tanj on administration
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हापुड़ के किसानों का अनोखा विरोध: सड़क पर पेड़, गड्ढों में धरना, प्रशासन पर करारा तंज (Photo- Newstrack)

Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर-मेरठ मार्ग की जर्जर हालत से नाराज किसानों और स्थानीय नागरिकों ने मंगलवार को ऐसा अनोखा प्रदर्शन किया, जिसे देखकर सब हैरान रह गए। भारतीय किसान यूनियन संघर्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरनजीत गुर्जर के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीण सड़क पर उतर आए और पानी से भरे गड्ढों में बैठकर धरना दिया, जबकि सड़क पर पेड़ लगाकर प्रशासन की लापरवाही को बेनकाब किया।

बारिश ने बिगाड़े हालात, सड़क बनी तालाब

गढ़मुक्तेश्वर-मेरठ मार्ग पर लगातार बारिश के चलते सड़क पूरी तरह टूट चुकी है।जगह-जगह बने गहरे गड्ढों में पानी भर जाने से यह सड़क तालाब में बदल चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि रोज़ वाहन पलटने की घटनाएं होती हैं और लोग खतरनाक गड्ढों से गुजरने को मजबूर हैं।सड़क ऐसी हो गई है जैसे हर कदम पर मौत इंतजार कर रही हो, ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया।

सड़क नहीं बनी तो होगा अनिश्चितकालीन आंदोलन

धरना स्थल पर किसान नेता सरनजीत गुर्जर ने चेतावनी दी, "जब सड़क पर गड्ढे ही इतने गहरे हैं तो क्यों न उनमें पेड़ ही लगा दिए जाएं। यह हमारी जनता की जान की सुरक्षा का सवाल है। अगर सरकार तुरंत सड़क निर्माण नहीं कराती, तो हमारा आंदोलन अनिश्चितकालीन होगा और इसका दायरा पूरे जिले में फैल जाएगा।"उन्होंने कहा कि सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा और किसानों का धैर्य अब खत्म हो चुका है।

पुलिस भी पहुंची, लेकिन ग्रामीण अड़े रहे

धरने की सूचना पाकर गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली प्रभारी नीरज कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की और कहा कि उच्च अधिकारियों से बात कर समस्या का समाधान कराया जाएगा।लेकिन ग्रामीणों ने साफ कहा,

"हम सिर्फ कागजों में सड़क नहीं चाहते। हमारी जान की सुरक्षा चाहिए।"

कागजों पर सड़कें, असलियत में गड्ढे

धरने में शामिल ग्रामीणों का कहना है कि सरकार और एनएचएआई केवल कागजों पर सड़कें बनाते हैं, जबकि हकीकत यह है कि जनता गड्ढों में धंस रही है।ग्रामीणों ने सड़क पर पेड़ लगाकर एक प्रतीकात्मक संदेश दिया।"यदि सरकार जनता की सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लेगी, तो हम हर गड्ढे में पेड़ लगाना शुरू करेंगे।"

ग्रामीणों की आवाज़,अब बस धैर्य खत्म

किसान नेता सरनजीत गुर्जर ने कहा कि यह केवल शुरुआत है, यदि सड़क निर्माण कार्य जल्दी नहीं हुआ, तो आंदोलन को पूरे जिले में फैलाया जाएगा।ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की इस लापरवाही और सुस्ती के खिलाफ जनता अब उठ खड़ी हुई है।हम केवल अपने अधिकार मांग रहे हैं, और अगर हमें नजरअंदाज किया गया, तो यह आंदोलन और भी बड़ा और जोरदार होगा।

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