Hapur News: हवा के एक झोंके ने गिरा दिए रावण-मेघनाथ, लोगों ने कहा—अशुभ संकेत!"

Hapur News: हापुड़ रामलीला मैदान में तेज हवा से गिरे रावण-मेघनाथ के पुतले, लोगों में मचा हड़कंप, चर्चा में आया अशुभ संकेत

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Published on: 30 Sept 2025 12:59 PM IST
Hapur News: हवा के एक झोंके ने गिरा दिए रावण-मेघनाथ, लोगों ने कहा—अशुभ संकेत!
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Hapur Dussehra 2025

Hapur News:- दिल्ली रोड स्थित रामलीला मैदान में दशहरा उत्सव की तैयारियों के बीच मंगलवार सुबह एक अप्रत्याशित घटना ने सबको चौंका दिया। अचानक चली तेज हवाओं के कारण विशालकाय रावण और मेघनाथ के पुतले धड़ाम से गिर पड़े। जैसे ही पुतले गिरे, मैदान में मौजूद लोगों में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और अफरा-तफरी का माहौल हो गया। कई लोग इसे "अशुभ संकेत" बताते नजर आए, तो कुछ इसे प्रकृति का खेल कहकर टालते दिखे।

घटना का नजारा बना चर्चा का विषय

सुबह करीब 10 बजे जब शहर में तेज हवाएं चलीं तो पुतलों को सहारा देने वाली रस्सियां और बांध कमजोर पड़ गए। देखते ही देखते सबसे पहले मेघनाथ का पुतला गिरा, और कुछ ही देर बाद रावण का विशाल पुतला भी धराशायी हो गया। इस नजारे को देखने वाले लोग भौंचक्के रह गए। आसपास मौजूद महिलाएं और बच्चे घबराकर इधर-उधर भागने लगे।

समिति की त्वरित कार्रवाई, दोबारा खड़े किए गए पुतले

जैसे ही खबर फैली, रामलीला समिति के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और तुरंत क्रेन मंगवाकर पुतलों को दोबारा खड़ा करने का काम शुरू कराया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद रावण और मेघनाथ को फिर से खड़ा कर दिया गया। सौभाग्य से पुतलों को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। समिति ने आश्वस्त किया कि दशहरा उत्सव की तैयारियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।समिति के पदाधिकारी ने बताया कि"तेज हवाओं के कारण यह हादसा हुआ था, लेकिन हमने तुरंत हालात को संभाल लिया। पुतलों को कोई नुकसान नहीं हुआ। दशहरा पर्व हमेशा की तरह इस बार भी भव्य स्तर पर मनाया जाएगा।"

लोगों में चर्चा,अशुभ संकेत या संयोग?'

घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी यह मामला चर्चा का विषय बन गया। कई लोग इसे संयोग मान रहे हैं, तो कुछ इसे रावण के अंत का समय से पहले संकेत बता रहे हैं। मैदान में मौजूद एक दर्शक ने कहा "अचानक पुतले गिरते देख हम सब घबरा गए। बच्चों को तुरंत वहा से हटाया। भगवान का शुक्र है कि कोई हादसा नहीं हुआ।"

2 अक्टूबर को होगा रावण दहन

रामलीला मैदान में हर साल की तरह इस बार भी भव्य दशहरा उत्सव की तैयारियां चल रही हैं। रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के विशाल पुतलों का दहन इस पर्व का मुख्य आकर्षण होता है। समिति ने साफ कहा है कि 2 अक्टूबर को पूरे धूमधाम और सुरक्षा व्यवस्था के साथ दशहरा मनाया जाएगा।

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