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Hathras News: मेवात गैंग का भंडाफोड़: खातों के जरिए करोड़ों की ठगी करने वाले 6 शातिर गिरफ्तार
Hathras News: पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों से पुलिस ने 15 हजार रुपए, 17 एटीम कार्ड, 08 मोबाइल फोन, 13 फर्जी आधार कार्ड, 01 पासबुक बरामद की है।
मेवात गैंग का भंडाफोड़ (photo: social media )
Hathras News: एसओजी टीम व कोतवाली सदर ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए ठगी के गिरोह का भण्डाफोड करते हुए मेवात गैंग के छह सदस्यों को दबोच लिया। लोगों को लालच देकर उनके बैंक खाते किराये पर लेने और किराये के खातों में फ्राड ठगी के पैसे ट्रांसफर करते थे और उस पैसे को एटीएम कार्ड से निकाल लेते थे। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों से पुलिस ने 15 हजार रुपए, 17 एटीम कार्ड, 08 मोबाइल फोन, 13 फर्जी आधार कार्ड, 01 पासबुक बरामद की है।
पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा के आदेश पर संदिग्ध व्यक्ति व वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार के निर्देशन और सीओ सदर योगेंद्र कृष्ण नारायन की देख-रेख में एसओजी टीम व कोतवाली सदर पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस को सूचना मिली कि लोगों के साथ धोखाधडी करके लालच देकर फर्जी तरीके से बैंक में एकाउन्ट खुलवाकर उनमें साइबर फ्राड के पैसे ट्रान्सफर कराकर एटीएम कार्ड से निकालने वाले कुछ व्यक्ति गंगाधाम कालोनी की पुलिया के पास अलीगढ बाईपास की तरफ जाने वाली सड़क पर खड़े है। इस बात की जानकारी मिलते ही पुलिस एक्शन मोड़ में आ गई और फिर एसओजी टीम व कोतवाली सदर पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए गंगा धाम कॉलोनी के पास से किराये पर लिए खातों से फ्रॉड का पैसा निकालने वाले ठगी के गिरोह में शामिल छह अभियुक्तों बसीम पुत्र शमी खां निवासी गांव टायडा थाना कामा भरतपुर राजस्थान, अन्सार पुत्र अनवर निवासी हामिदनगर शाहगंज आगरा, हमजा पुत्र इमरान निवासी आजमपाडा शाहगंज आगरा, हाशिम कुरैशी पुत्र इरशाद कुरैशी निवासी बिल्लौचपुरा थाना लोहामण्डी आगरा, तारिफ पुत्र इदरीश व इरफान पुत्र रज्जाक निवासी उधाका थाना कामा भरतपुर राजस्थान को गिरफ्तार कर किया गया। पुलिस ने इनके पास से 15000 रुपये नगद, 17 एटीम कार्ड, 08 मोबाइल फोन, 13 आधार कार्ड, एक पासबुक आदि बरामद किया है।
आर्मी आफीसर बनकर जीतते थे लोगों का विश्वास
एसपी चिरंजीव नाथ सिंहा ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि अन्सार, हमजा, हासिम, तारीफ, इरफान द्वारा जनता के भोले-भाले लोगों को लालच देकर उनके नाम खुले बैंकों के खाते किराये पर ले लेते हैं और उनके खातों में लगे रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर व एटीएम कार्ड बसीम को दे देते हैं। जिस कार्य के लिए बसीम उनको 5000 रूपये देता है। जिसमें से 2500 रुपए खाता धारक को दे दिये जाते हैं। इसके बाद बसीम अपने ही गांव के मुस्तकीम पुत्र असर खां, आरिफ पुत्र दिलदार, अलताफ पुत्र कमर खां, इरफान पुत्र कमर खां, वारिस पुत्र दिलदार, शाहिल पुत्र आस मोहम्मद व आविद को खाता संख्या दे देता है। इन सातों लोगों द्वारा आर्मी आफीसर बनकर अपना ट्रांसफर होने की बात बताते हुए लोगों का विश्वास जीतते हैं, फिर यह जाहिर करते हैं कि चूंकि मेरा स्थानान्तरण हो गया है, इसलिये हम अपना घरेलू सामान कम कीमत पर आपको बेच देंगे। लोग कम कीमत की बात व आर्मी ऑफीसर की बातों में आकर इनके सामान को खरीदने के लिये लोन लेने के लिए बैंक खाता खुलवाते हैं। इस तरह से ये शातिर लोग भोले-भाले लोगों को अपनी बातों में फंसाकर फ्राड कर किराये के खातों में पैसे ट्रांसफर करा लेते हैं। एसपी ने यह भी बताया कि यह शातिर मेवात गैंग के सदस्य हैं।
बसीम को मिलता है 10 फीसदी हिस्सा
बसीम द्वारा किराये के खातों से फ्राड कर प्राप्त हुए रूपयों को निकाल कर इन लोगों के खातों में रूपये ट्रांसफर कर देता है। इस कार्य के लिए बसीम को 10 फीसदी हिस्सा मिलता है। घटना में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम सक्रिय हैं। यह कार्रवाई प्रभारी निरीक्षक गिरीश चन्द्र थाना कोतवाली नगर और एसआई धीरज गौतम प्रभारी एसओजी टीम व उनकी टीम शामिल है।
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