Kannauj News: कन्नौज पुलिस ने 45 लाख कीमत के 222 चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद कर मालिकों को लौटाए

Kannauj News: कन्नौज पुलिस ने तकनीकी दक्षता से 222 चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिकों को सौंपे। इनकी कीमत लगभग 45 लाख रुपए है। यह सफलता पुलिस और जनता के सहयोग से संभव हुई।

Pankaj Srivastava
Published on: 17 Oct 2025 2:48 PM IST
Kannauj News: कन्नौज पुलिस ने 45 लाख कीमत के 222 चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद कर मालिकों को लौटाए
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Kannauj News: जिले की सर्विलांस टीम की जबरदस्त कामयाबी। पुलिस अधीक्षक के दिशा-निर्देशन में काम कर रही सर्विलांस टीम ने तकनीकी दक्षता और मेहनत के दम पर 222 चोरी, गुम और लूट के मोबाइल फोन बरामद कर लिए। इनकी अनुमानित कीमत लगभग 45 लाख रुपए बताई जा रही है।यह कोई मामूली काम नहीं था। जिस युग में मोबाइल चोरी और ऑनलाइन फ्रॉड आम होते जा रहे हैं, ऐसे में कन्नौज पुलिस की यह उपलब्धि पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा का उदाहरण बन गई हैं।

पुलिस अधीक्षक कन्नौज के निर्देशन पर गठित सर्विलांस टीम ने जिले में दर्ज सैकड़ों मोबाइल चोरी की शिकायतों का गहन विश्लेषण किया। टीम ने CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल के माध्यम से तकनीकी निगरानी शुरू की।कड़ी मेहनत और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिये आखिरकार 222 मोबाइल फोन का लोकेशन ट्रेस किया गया। मोबाइल मिलने के बाद पुलिस ने उन्हें कब्जे में लेकर सत्यापन पूरा किया और अब उन्हें उनके असली मालिकों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

पुलिस की तकनीकी तैयारी ने दिखाई ताकत

कन्नौज के पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में यह ऑपरेशन आधुनिक तकनीक के साथ आगे बढ़ाया गया। टीम ने UP COP App, CEIR Portal और अन्य ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग करते हुए मोबाइल की लोकेशन, IMEI नंबर और नेटवर्क डाटा का विश्लेषण किया।सर्विलांस प्रभारी श्री विपिन कुमार सिंह ने बताया कि यह सफलता पुलिस और आम जनता के सहयोग का परिणाम है। मोबाइल चोरी के मामलों में शिकायत करने वाले नागरिकों की तत्परता और तकनीकी विभाग की कुशलता दोनों ने मिलकर यह बड़ा काम कर दिखाया है।

जानिए क्या है CEIR पोर्टल?

CEIR यानी Central Equipment Identity Register, भारत सरकार की एक विशेष पहल है। इसके जरिये कोई भी नागरिक अपने चोरी या गुम हुए मोबाइल का IMEI नंबर दर्ज करा सकता है। जैसे ही वह मोबाइल किसी भी नेटवर्क पर एक्टिव होता है, सिस्टम अलर्ट हो जाता है और पुलिस को उस डिवाइस की जानकारी मिल जाती है।

पुलिस टीम ने इसी तकनीक का उपयोग करते हुए 222 मोबाइल की पहचान कर ली और उन्हें ट्रेस कर लिया। यह न केवल पुलिस के लिए बल्कि पूरे कन्नौज जनपद के लिए गर्व का क्षण है।पुलिस अधीक्षक ने सर्विलांस टीम की सराहना करते हुए कहा हमारी टीम ने यह साबित किया है कि अगर तकनीक का सही उपयोग किया जाए तो अपराधी चाहे कितना भी चालाक क्यों न हो, कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता। जनता को भी चाहिए कि वे किसी घटना के तुरंत बाद शिकायत दर्ज कराएं और अपने मोबाइल का IMEI नंबर CEIR पोर्टल पर रिपोर्ट करें।”

कन्नौज पुलिस बनी मिसाल

कन्नौज पुलिस की यह सफलता बताती है कि प्रदेश पुलिस अब सिर्फ लाठी और चौकी तक सीमित नहीं रही, बल्कि डिजिटल टेक्नोलॉजी के साथ पूरी तरह आधुनिक हो चुकी है।“सर्विलांस टीम” ने यह साबित कर दिया कि अगर इच्छाशक्ति और टीम भावना मजबूत हो, तो अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून की पकड़ से बच नहीं सकता। 222 मोबाइल की यह बरामदगी सिर्फ आंकड़ा नहीं, बल्कि उन सैकड़ों परिवारों के चेहरे पर लौटी मुस्कान की कहानी है, जिनका मोबाइल उनके लिए यादों और संपर्क का जरिया था।

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