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Kasganj News: न कोई दहेज- न कोई बैंड बाजा- न कोई आडंबर, युवक-युवती का विवाह बना चर्चा का विषय, एक बंधन में बंधे नव दंपति

Kasganj News: जब अपने कलेजे के टुकड़े को ही दान दे दिया तो फिर तो कोई दान देने के लिए बचता ही नहीं है। इसी प्रकार की मुहिम चलाकर संत रामपाल दहेज मुक्त भारत को बनाना चाहते हैं जिससे जनता को बेटी बोझ न लगे।

Ajay Chauhan
Published on: 1 Jun 2025 10:29 PM IST
Young women made marriage without dowry
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युवक-युवती ने किया बिना दहेज के शादी (Photo- Social Media)

Kasganj News: कासगंज जनपद के सहावर गेट स्थित बालाजी पैलेस में संत रामपाल महाराज के अनुयाइयों द्वारा एक दिवसीय सत्संग का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने परमात्मा की सत्यकथा का आनंद लिया। जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल ने भक्तों को संदेश दिया, "हम सब एक परमपिता की संतान हैं, और अपने सद्ग्रंथों से परिचित न होने के कारण आज अलग-अलग धर्मों में विभाजित हो गए, परन्तु आज सर्व समाज शिक्षित है। अब तत्वज्ञान से परिचित होकर सभी समाज में व्याप्त बुराइयों और कुरीतियों को त्यागेंगे और एक सभ्य समाज तैयार होगा।"

इस संदर्भ में कबीर जी ने कहा है-

"दुर्लभ मानुष जन्म है, देह न बारम्बार ।

तरुवर ज्यों पत्ता झड़े , बहुरि न लागे डार।।

सत्संग के दौरान संत रामपाल के अनुयाइयों द्वारा संगत के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं एवं निः शुल्क नामदीक्षा की व्यवस्था की गई। सत्संग प्रवचनों और सत्यज्ञान से प्रेरित होकर कई लोगों ने संत रामपाल से नामदीक्षा ली और अपने जीवन में व्याप्त सभी बुराइयों को अंत करने का संकल्प लिया। इस दौरान बिना दान दहेज और बिना आडंबर के लगभग 20 मिनट की रमैंनी करके शादी की रस्म को भी पूरा किया। संत ने संदेश दिया कि जब आत्मा शरीर त्याग कर इस संसार से जाती है तो यह शरीर और माया पीछे रह जाती है, केवल उसके द्वारा किए गए कर्म ही साथ ले जाते हैं, इसलिए हर कदम पर सभी भाई-बहनों को प्रेम और सद्भावना से सेवा करनी चाहिए।

कासगंज में हुए सत्संग के दौरान अमित पुत्र सुआ लाल दास निवासी ग्राम पन्नी नगला थाना दरियावगंज तहसील पटियाली और कुन्ती दासी पुत्री भुमिमराज दास निवासी ग्राम सिकन्दर पुर मनोना तहसील पटियाली जिला कासगंज ने प्रेरणा लेकर बिना दान दहेज और बिना आडंबर के साथ शादी की है जो कासगंज के लोगों को प्रेरणा है। जब अपने कलेजे के टुकड़े को ही दान दे दिया तो फिर तो कोई दान देने के लिए बचता ही नहीं है।

इसी प्रकार की मुहिम चलाकर संत रामपाल दहेज मुक्त भारत को बनाना चाहते हैं जिससे जनता को बेटी बोझ न लगे। सत्संग में समाज को संदेश दिया कि, "आज कलियुग में लोगों के पास समय की कमी है, लेकिन भगवान ने कलियुग में लोगों को यह तकनीकी विज्ञान और मशीनों की दुनिया देकर सत्य भक्ति द्वारा मोक्ष प्राप्त करने के लिए पर्याप्त समय दिया है।

तत्व ज्ञान के प्रकाश में लोगों को पता चलता है कि 84 लाख योनियों के बाद मानव जीवन प्राप्त होता है, जिसका मुख्य उद्देश्य तत्वदर्शी संत को खोजकर उनसे सत्य भक्ति प्राप्त करना और अपनी आत्मा का कल्याण करना है।" जिसका प्रमाण गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में भी है। सत्संग के बाद ज्ञान से प्रभावित होकर लोग दीक्षा लेते हैं और जीवन भर बुरे कर्मों से दूर रहने और भक्ति करने का वचन लेते हैं। सत्संग के दौरान मुलायम दास ,प्रेमदास, संजय दास ,विपिन दास ,राजकुमार दास ,भवानी दास सहित बड़ी संख्या मे संगत के लोग मौजूद रहे।

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