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लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट पर ABVP का प्रदर्शन! मंत्री ओपी राजभर का फूंका पुतला, लगाए गंभीर आरोप
Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट पर ABVP कार्यकर्ताओं ने मंत्री ओपी राजभर का पुतला फूंका।
ABVP protests at Lucknow University (Photo:Newstrack)
Lucknow News: रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में विधि छात्रों के विरोध के बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज के बाद यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिम्मेदारों पर जांच बिठा दी तो वहीं दूसरी ओर से यूपी सरकार में मंत्री ओपी राजभर ने पुलिस की ओर से की गई लाठीचार्ज का समर्थन करते हुए ABVP के कार्यकर्ताओं को गुंडा कहकर इस मामले को और हवा दे दी।
ओपी राजभर के इस बयान के विरोध में उतरे ABVP के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट संख्या 3 पर ओपी राजभर का पुतला फूंकते हुए उनपर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ऐसे मंत्री को तुरंत सरकार से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।
ओपी राजभर दलबदलू, ABVP कार्यकर्ताओं ने लगाए गंभीर आरोप
यूपी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर का पुतला फूंकने पहुंचे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कार्तिक पांडे ने लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट संख्या 3 पर नारे बाजी करते हुए ओमप्रकाश राजभर का पुतला फूंका और उन पर गंभीर आरोप लगाए।
एबीवीपी के कार्यकर्ता कार्तिक पांडे ने कहा कि ओपी राजभर ने विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को गुंडा कहा है, जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि ओपी राजभर दलबदलू नेता है। वह जब समाजवादी पार्टी में थे तो महाराज जी यानी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गालियां देते थे। कार्तिक पांडे की मांग है कि ऐसे नेताओं को तुरंत सरकार से बाहर का रास्ता दिखाते हुए इन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
ABVP ने सीओ पर लगाए गंभीर आरोप, FIR दर्ज करने की रखी मांग
इसके साथी आपको बता दे कि गुरुवार सुबह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से इस पूरे विवाद पर एक प्रेस वार्ता का भी आयोजन किया गया था। इस दौरान राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा कि छात्रों के आंदोलन के दौरान बाहरी गुंडों ने हमला किया और फिर पुलिस ने बर्बर तरीके से छात्रों पर लाठीचार्ज किया।
एबीवीपी ने आरोप लगाया कि सीओ के आने के बाद ही पुलिस ने बल प्रयोग किया और यह स्पष्ट किया जाए कि आदेश किसके कहने पर हुआ। परिषद ने मांग की है कि लाठीचार्ज में शामिल पुलिसकर्मियों और बाहरी गुंडों पर FIR दर्ज हो। साथ ही, आंदोलन का नेतृत्व कर रहे दो छात्रों को अचानक निष्कासित करना अवैधानिक बताया गया। एबीवीपी ने कहा कि यह छात्रों की आवाज दबाने की कोशिश है और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
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