दीपावली पर जगमगाएंगे 'गोदीप', CM योगी को मिली विशेष भेंट

अयोध्या दीपोत्सव में इस बार गौमाता के गोबर से बने पर्यावरण-अनुकूल 'गोदीप' जलेंगे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पशुपालन विभाग ने किए भेंट।

Ramkrishna Vajpei
Published on: 15 Oct 2025 5:11 PM IST
CM Yogi
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Godip Lights to Shine in Ayodhya Diwali 2025, Gifted to CM Yogi (image from Social Media)

Godip Diwali 2025: आगामी दीपावली और भव्य दीपोत्सव के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार 'गौ सेवा' और पर्यावरण संरक्षण का एक अनूठा संदेश दे रही है। पशुपालन विभाग द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक लाख इक्यावन हजार गोदीप भेंट किए गए है, जो पावन नगरी अयोध्या में दीपोत्सव में प्रज्जवलित किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया है कि गोआश्रय स्थलों में भरण पोषण एवं हरे चारे की समुचित व्यवस्था की जाए। गोवंश का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाए और सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।

प्रदेश के सभी विधायकों-सांसदों एवं विधान परिषद के सदस्यों से भी अपील की है कि वह गोदीप जलाकर लक्ष्मी गणेश जी की पूजा करें और अपने क्षेत्र के लोगों को भी गोबर से बने गोदीप एवं लक्ष्मी गणेश की पूजा हेतु प्रोत्साहित करें। इस दीपावली आप सभी पराग के प्रोडक्ट को ही इस्तेमाल में लायेl पराग़ दूध से बने उत्पाद जैसे कि पनीर, दही और घी के लिए एक प्रसिद्ध ब्रांड है। पराग की मिठाई को शुद्ध माना जाता है, क्योंकि यह शुद्ध दूध और गाय के घी से बनती है, जो ब्रांड की प्रतिष्ठा के अनुरूप है।


यह गोदीप अब पावन नगरी अयोध्या में आयोजित होने वाले भव्य दीपोत्सव समारोह में जगमगाएंगे। इस पहल का उद्देश्य भारतीय संस्कृति में गौ माता के महत्व को रेखांकित करना और लोगों को पर्यावरण-अनुकूल दीपावली मनाने के लिए प्रेरित करना है।

भारतीय आस्था का प्रतीक: गौ माता और गोबर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गौ माता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय सभ्यता और आस्था के अनुसार, गाय न केवल पूजनीय बल्कि दर्शनीय भी है, इसीलिए वह "गौ माता" कहलाती हैं।

धार्मिक महत्व: हमारी परम्पराओं में गाय को साक्षात् देवी का स्वरूप माना गया है। गाय के दूध को अमृत के समान बताया गया है।

आध्यात्मिक शुद्धि: ऐसी मान्यता है कि गाय के पवित्र गोबर में स्वयं लक्ष्मी जी का वास होता है, और गोमूत्र में गंगा मैया बहती हैं। इसलिए गोबर से बने उत्पाद न केवल शुद्ध होते हैं, बल्कि समृद्धि भी लाते हैं।


'गोदीप' जलाकर मनाएं लक्ष्मी जी का स्वागत

पशुपालन विभाग की यह पहल किसानों और गौशालाओं की आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। विभाग ने सभी प्रदेशवासियों से इस दीपावली पर एक विशेष अपील की है:

"उत्तर प्रदेश की जनता से अपील है कि वे मिट्टी के पारंपरिक दीपकों के साथ-साथ गाय के पवित्र गोबर से बने 'गोदीप' से भी दीपावली पर्व को मनाएं।"

मुख्यमंत्री ने जनता को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सभी लोग गोदीप जलाकर लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करें। साथ ही, अपने क्षेत्र के लोगों को भी गोबर से बने इन गोदीपों और लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं का उपयोग पूजा के लिए करने हेतु प्रेरित करें।


यह पहल जहाँ एक ओर गौ संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाएगी, वहीं दूसरी ओर स्थानीय कारीगरों को रोजगार और प्राकृतिक उत्पादों को बढ़ावा देगी। इस बार अयोध्या का दीपोत्सव गोबर से बने 'गोदीपों' की पवित्र रोशनी से जगमगाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित करने को तैयार है।

सीएम योगी का संदेश: इस दीपावली पर गौ माता के आशीर्वाद से समृद्धि का स्वागत करें, और पर्यावरण की रक्षा में सहभागी बनें।

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