खून से लिख दिया सीएम योगी को पत्र, स्कूलों की बढ़ती फीस के विरोध में कांवड़ियां छात्रों का धरना, मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश नाकाम

Lucknow News: छात्रों में शामिल शिवम पांडेय ने बताया कि वे गुरुवार को गोंडा से सरयू जल लेकर कांवड़ यात्रा पर निकले थे। तीन दिन में 121 किलोमीटर की कठिन यात्रा से लखनऊ पहुंचे। लेकिन पुलिस ने सीएम आवास के पास से हिरासत में ले लिया।

Prashant Vinay Dixit
Published on: 27 July 2025 9:53 PM IST (Updated on: 27 July 2025 9:55 PM IST)
खून से लिख दिया सीएम योगी को पत्र, स्कूलों की बढ़ती फीस के विरोध में कांवड़ियां छात्रों का धरना, मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश नाकाम
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Lucknow News: प्राइवेट स्कूलों की अनियंत्रित फीस वृद्धि के खिलाफ गोंडा से सरयू जल लेकर लखनऊ पहुंचे छात्र कांवड़ियों ने रविवार से राजधानी के इको गार्डन में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। इस धरना के पहले दिन छात्रों ने पहले दिन खून से मांगों का खत लिख करके सीएम योगी को भेजा है। इन छात्रों ने कहा वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जल चढ़ाने और अपनी मांगें सौंपने के लिए सीएम आवास पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने मिलने नहीं दिया था।

कांवड़ियां छात्रों ने खून से लिखा पत्र

छात्रों की अगुआई कर रहे शिवम पांडेय ने बताया कि वे गुरुवार को गोंडा से सरयू जल लेकर कांवड़ यात्रा पर निकले थे। तीन दिन में 121 किलोमीटर की कठिन यात्रा से लखनऊ पहुंचे। रास्ते में भारी बारिश भी हुई। लेकिन वे रुके नहीं। शनिवार सुबह जब वे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, तो पुलिस ने रोक लिया और बलपूर्वक दूसरी जगह भेज दिया गया है। इस दौरान कुछ साथियों के साथ कथित रूप से धक्का-मुक्की हुई। एक छात्र की उंगली टूट गई और गर्दन दबाने की कोशिश की गई। इस धरने के पहले दिन रविवार को छात्र कांवड़ियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम खून से एक पत्र लिखा है।

शिक्षा को व्यवसाय नहीं, सेवा माना जाएं

उन्होंने पत्र में अपने आंदोलन और मांगों को स्पष्ट रूप से लिखा है। यह पत्र मौके पर पहुंचे एक पुलिस दरोगा को सौंपा गया। उन्होंने पत्र में मांग की है कि उत्तर प्रदेश सरकार मानसून सत्र में प्राइवेट स्कूलों की फीस नियंत्रण (फीस रेगुलेशन) के लिए एक सख्त कानून लेकर आए। छात्रों ने कहा कि प्राइवेट स्कूल लगातार फीस बढ़ा रहे हैं, जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए बच्चों की शिक्षा कठिन होती जा रही है। शिक्षा को व्यवसाय नहीं, सेवा माना जाना चाहिए। लेकिन प्रदेश मेें शिक्षा व्यवसाय में बदल गई है।

मनमानी फीस आम जनता पर बोझ

उन्होंने आरोप लगाया कि कई स्कूल मनमानी फीस वसूल रहे हैं, जिससे आम जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है। अगर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो वे यह आंदोलन और तेज करेंगे। इको गार्डन में छात्र बैनर-पोस्टर के साथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। छात्रों की मांग हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनसे मिलकर बात सुनें। पुलिस प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, मौके पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।

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