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लखनऊ पुलिस की डिजिटल चौकसी ने लौटाई मुस्कान! 2 साल में खोए हुए 22 लाख की कीमत के 111 मोबाइल बरामद
Lucknow News: लखनऊ पुलिस की सर्विलांस टीम ने तकनीकी दक्षता और टीमवर्क से दो साल में खोए हुए 111 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
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Lucknow News: लखनऊ पुलिस की डिजिटल चौकसी ने एक बार फिर भरोसा जीत लिया है। पुलिस उपायुक्त पूर्वी जोन शशांक सिंह की सर्विलांस टीम ने तकनीक और धैर्य का शानदार संगम दिखाते हुए 111 गुम हुए मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन मोबाइल की कीमत करीब 22 लाख रुपये बताई जा रही है। खास बात यह रही कि इनमें कई फोन ऐसे थे जो दो साल या उससे भी पहले खो गए थे। भारत सरकार और यूपी सरकार के विभिन्न पोर्टलों के समन्वय से देश के अलग-अलग राज्यों से फोन रिकवर किए गए। फोन पाकर लोगों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई और नागरिकों ने यूपी पुलिस की ईमानदार छवि की खुलकर तारीफ की।
तकनीक और टीमवर्क से बनी सफलता की कहानी
पूर्वी जोन लखनऊ की सर्विलांस टीम ने वह कर दिखाया जो आमतौर पर नामुमकिन माना जाता है। लखनऊ पुलिस आयुक्त अमरेन्द्र कुमार सिंह सेंगर, संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) बबलू कुमार, संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) अमित वर्मा और पुलिस उपायुक्त शशांक सिंह के मार्गदर्शन में टीम ने महीनों की मेहनत से मोबाइल बरामदगी अभियान चलाया। टीम ने IMEI ट्रैकिंग, तकनीकी सर्विलांस और विभिन्न पोर्टलों का उपयोग करते हुए फोन की लोकेशन ट्रेस की। गुम हुए 111 मोबाइल फोन देश के अलग-अलग राज्यों से बरामद किए गए, जिनमें कई स्मार्टफोन दो साल पहले गुम हुए थे। इस सफलता ने पुलिस की टेक्नोलॉजी स्किल और जनता से जुड़ाव दोनों को मजबूत किया।
दूसरे राज्यों से भी हुई रिकवरी, सहयोग बना मिसाल
सर्विलांस सेल की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि उसने कई फोन गैर राज्यों से भी रिकवर किए। टीम ने भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित पोर्टलों के माध्यम से अन्य राज्यों की पुलिस से समन्वय स्थापित किया। इस अभियान में तकनीकी दक्षता के साथ मानवीय संवेदना का मेल देखने को मिला। पुलिस टीम ने केवल लखनऊ ही नहीं, बल्कि दूर-दराज के राज्यों से भी फोन मालिकों तक पहुंचाया। इस प्रयास से न केवल गुम मोबाइल वापस मिले बल्कि नागरिकों में यह विश्वास भी बढ़ा कि अगर आप सच्चे मन से रिपोर्ट दर्ज कराते हैं, तो पुलिस आपकी मदद जरूर करेगी।
मोबाइल पाकर लोगों के चेहरे पर लौटी मुस्कान, पुलिस का जताया आभार
मोबाइल फोन वापस पाने वालों की खुशी शब्दों में बयान नहीं की जा सकती। शिखा तिवारी, जो एक्सिस बैंक में कार्यरत हैं, ने बताया कि उनका फोन दो साल पहले बेटी को स्कूल छोड़ते समय खो गया था, अब जाकर वापस मिला। कई अन्य लोगों ने भी यूपी पुलिस की तत्परता और ईमानदारी की भूरी-भूरी प्रशंसा की। पुलिस उपायुक्त शशांक सिंह ने बताया कि यह सिर्फ बरामदगी नहीं, बल्कि जनता के भरोसे को मजबूत करने का प्रयास है। अभियान के अंतर्गत 22 लाख रुपये मूल्य के मोबाइल फोन नागरिकों को सौंपे गए। यह उदाहरण बताता है कि तकनीक के सही उपयोग से पुलिस न सिर्फ अपराध रोक सकती है, बल्कि जनता की मुस्कान भी लौटा सकती है।
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