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Lucknow News: भव्य कला संगम में लिरिक्स एकेडमी के छात्रों की शानदार प्रस्तुतियां, दर्शकों हुए मंत्रमुग्ध
Lyrics Academy of Music: लिरिक्स एकेडमी ऑफ म्यूजिक, राजाजीपुरम ब्रांच की कोरियोग्राफर और कोऑर्डिनेटर प्राची श्रीवास्तव ने बताया कि आज के इस कार्यक्रम में एकेडमी के करीब 1 दर्जन से अधिक बच्चों ने भाग लिया है।
Lyrics Academy of Music-Students
Lucknow Today News: राजधानी लखनऊ के बुद्धा रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑडिटोरियम में आयोजित भव्य कला संगम सांस्कृतिक कार्यक्रम में लिरिक्स एकेडमी ऑफ म्यूजिक, शाखा राजाजीपुरम के छात्रों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत अत्यंत भावपूर्ण गणेश वंदना की नृत्य प्रस्तुति से हुई, जिसे कोरियोग्राफर और कोऑर्डिनेटर प्राची श्रीवास्तव के निर्देशन में और नृत्य सहायक वैष्णवी चौरसिया के सहयोग से प्रस्तुत किया गया। तो वहीं नृत्य की यह प्रस्तुति दर्शकों के बीच आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक सौंदर्य का अद्भुत संगम साबित हुई।
लिरिक्स एकेडमी ऑफ म्यूजिक, राजाजीपुरम ब्रांच की कोरियोग्राफर और कोऑर्डिनेटर प्राची श्रीवास्तव ने बताया कि आज के इस कार्यक्रम में एकेडमी के करीब 1 दर्जन से अधिक बच्चों ने भाग लिया है। उन्होंने बताया कि मंच पर एक के बाद एक आकर्षक प्रस्तुतियों की श्रृंखला सभी को देखने को मिली जो बेहद ही अद्भुत है।
बच्चों ने दी शानदार प्रस्तुतियां
इस दौरान एकेडमी के छात्रों ने शानदार गायन, पियानो और गिटार की प्रस्तुतियां दीं, जिन्होंने सभागार में उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं गिटार प्रस्तुति प्रसिद्ध गिटारिस्ट और डिलदार रैपर सुधांशु श्रीवास्तव के निर्देशन में हुई, जबकि पियानो प्रस्तुति में छात्रों का मार्गदर्शन अनुभवी प्रशिक्षक नवीन श्रीवास्तव ने किया। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से छात्रों ने अपनी कला के प्रति गहरी समझ और समर्पण का परिचय दिया।
कार्यक्रम में हर प्रस्तुति पर तालियों की गूंज सुनाई दी, जो दर्शकों की प्रशंसा और उत्साह को दर्शाती थी। लिरिक्स एकेडमी ऑफ म्यूजिक की इस शाखा के निदेशक राय मणिपत राय ने बताया कि इस प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन छात्रों के सर्वांगीण विकास और आत्मविश्वास को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा कि संगीत और कला के क्षेत्र में निरंतर अभ्यास व मंचीय अनुभव आवश्यक होते हैं, और ऐसे कार्यक्रम बच्चों को सही दिशा प्रदान करते हैं।
बड़ी संख्या में लोग हुए शामिल
वही इस दौरान कार्यक्रम में भारी संख्या में दर्शकों की उपस्थिति रही, जिन्होंने न केवल प्रस्तुतियों का आनंद लिया, बल्कि छात्रों के प्रयासों की भरपूर सराहना भी की। भव्य कला संगम न केवल एक सांस्कृतिक उत्सव था, बल्कि यह छात्रों की प्रतिभा को मंच देने और उनके आत्मविश्वास को प्रोत्साहन देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल भी साबित हुआ।
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