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'तुम्हारी औकात क्या है तुम्हें जूतों से मारूंगी...' LU की रिसर्च स्कॉलर को मुख्य प्रोवोस्ट ने धमकाया
lucknow university: लखनऊ विश्वविद्यालय में रिसर्च स्कॉलर की भावना के साथ बेहद अपमानजनक व्यवहार हुआ है। हॉस्टल में रहने वाली रिसर्च स्कॉलर शिवांगी त्रिवेदी को हॉस्टल प्रोवोस्ट प्रो. अलका कुमारी द्वारा एक संगठित कॉन्फ्रेंस के दौरान बेवजह में ही धमकाया गया है।
Lucknow news: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, जिसे तहजीब का शहर माना जाता है। जहां की भाषा में ही सम्मान और अदब की धारा बहती है। उसी शहर लखनऊ के शिक्षा केंद्र यानि लखनऊ विश्वविद्यालय में ही रिसर्च स्कॉलर की भावना के साथ बेहद अपमानजनक व्यवहार हुआ है। हॉस्टल में रहने वाली रिसर्च स्कॉलर शिवांगी त्रिवेदी को हॉस्टल प्रोवोस्ट प्रो. अलका कुमारी द्वारा एक संगठित कॉन्फ्रेंस के दौरान बेवजह में ही धमकाया गया है। जिसमें स्टूडेंट को जूतों से मारने की बात कही गई। स्टूडेंट के अनुसार इस घटना से उनके आत्मसम्मान और मानसिक संतुलन को बहुत ज्यादा ठेस पहुंची है। साथ ही हॉस्टल प्रांगण में उनकी बहुत अधिक बदनामी भी हुई है।
छात्रा ने कुलपति को लिखा प्रार्थना पत्र
छात्रा ने इस घटना से नाराज होकर प्रो. अलका कुमारी के खिलाफ़ विश्वविद्यालय के कुलपति को प्रार्थना पत्र लिख दिया है। इस पत्र में शिवांगी त्रिवेदी ने लिखा कि वे विश्वविद्यालय की शोध छात्रा और गोल्डन जुबली हॉस्टल की निवासी हैं। बीती रात यानि 12 सितंबर को हॉस्टल की प्रोवोस्ट प्रो. अलका कुमारी द्वारा एक मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें सभी छात्राओं को बुलाया गया था। सभा के दौरान अलका कुमारी द्वारा पहले शिवांगी त्रिवेदी का नाम लिया गया और बेवजह ही उनसे कहा गया कि- तुम्हारी औकात क्या है?, मैं तुम्हें जूतों से मारूँगी। जिसके बाद छात्रा स्तब्ध हो गई। शिवांगी त्रिवेदी ने आगे बढ़ते हुए कहा कि वो पूरी निष्ठा के साथ पढ़ाई करती हैं और अनुशासन के सारे नियमों का पालन शांतिपूर्वक करती हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 8 वर्षों के अध्ययन के दौरान कभी भी उनका प्रदर्शन खराब नहीं रहा है। बिना किसी गलती और बिना किसी कारण के ही ऐसे अपमानजनक शब्दों के प्रयोगों से शिवांगी के आत्मसम्मान को बहुत ठेस पहुंची है। साथ ही शिवांगी ने लिखा कि इस घटना से उनके माता-पिता के लिए भी घोर पीड़ा का विषय है। इतना ही नहीं इस घटना से शिवांगी के मानसिक संतुलन पर भी काफ़ी प्रभाव पड़ा है।
सख्त एक्शन की माँग
घटना का पूरा विवरण देने के साथ ही शिवांगी त्रिवेदी ने प्रो. अलका कुमारी के खिलाफ़ सख्त एक्शन लिए जाने की माँग रखी है, जिससे शिवांगी समेत अन्य छात्रों की भावनाओं की मर्यादा बनी रहे। वास्तव में अगर प्रोवोस्ट के खिलाफ़ कोई एक्शन नहीं लिया गया तो यह शिवांगी के आत्मसम्मान के साथ खिलवाड़ होगा। विश्वविद्यालय की आधिकारिक समिति को अलका कुमारी के खिलाफ़ सख्त एक्शन लेना ही चाहिए जिससे कि छात्राओं के मनोबल में बढ़ावा हो और उन्हें एक सुरक्षित वातावरण का आश्वासन भी मिले।
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