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लखनऊ में दरिंदगी की हद: दुष्कर्म के आरोपी ने जमानत पर छूटते ही पीड़िता को किडनैप कर फिर बनाया शिकार, हाथ-पैर बांधकर झाड़ियों में फेंका
Lucknow News: लखनऊ के दुबग्गा में रेप के आरोपी ने जमानत पर छूटने के बाद पीड़िता को किडनैप कर दोबारा दुष्कर्म किया। महिला को हाथ-पैर बांधकर झाड़ियों में फेंका गया। पुलिस ने महिला को अस्पताल में भर्ती कराया है और आरोपी के खिलाफ फिर से केस दर्ज कर तलाश शुरू की है।
Rape Accused Out on Bail Assaults Woman Again in Lucknow Police dubagga Dumps Her in Bushes
Lucknow News: राजधानी लखनऊ में महिलाओं से जुड़े अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। लगातार सामने आ रहीं ऐसी घटनाओं ने लखनऊ पुलिस की कार्यशैली व अपराधियों में दिख रहे पुलिस के खौफ से जुड़े दावों की पोल खोल दी है। इसी बीच लखनऊ से एक बार फिर दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, ये घटना लखनऊ के दुबग्गा इलाके की बताई जा रही है, जहां हाथ-पैर और मुँह बंधी हुई महिला झाड़ियों में पाई गई। बताया जाता है कि महिला के साथ रेप करने के मामले में जो आरोपी जेल गया, उसी आरोपी ने महिला के साथ जेल से छूटकर आने के बाद दोबारा रेप किया और हाथ पैर बांधकर झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस अब महिला को अस्पताल में भर्ती कराकर इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है।
बाहर आते ही की बदले की वारदात, दोबारा दुष्कर्म कर झाड़ियों में फेंका
मिली जानकारी के अनुसार, महिला के साथ दुष्कर्म के आरोपी अंशू मौर्य को पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पीड़िता ने उसके खिलाफ केस दर्ज कराया था और मामला न्यायालय में विचाराधीन था। लेकिन कुछ ही समय बाद आरोपी को जमानत मिल गई और वो जेल से बाहर आ गया। जमानत पर छूटने के बाद आरोपी अंशू मौर्य ने न सिर्फ पीड़िता को किडनैप किया बल्कि उसे एक सुनसान स्थान पर ले जाकर दोबारा उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपी ने दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए महिला के हाथ-पैर बांध दिए और उसे झाड़ियों में फेंक दिया। महिला बेहोशी की हालत में पड़ी रही, जिसे ग्रामीणों ने देखा और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने कराया अस्पताल में भर्ती, आरोपी फरार
पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़िता को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला ने होश में आने के बाद पूरी घटना बयां की। फिलहाल पुलिस ने अंशू मौर्य के खिलाफ दोबारा मामला दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश शुरू कर दी गई है।
सवालों के घेरे में पुलिस व्यवस्था और जमानत प्रक्रिया
इस घटना ने कानून व्यवस्था और न्यायिक प्रक्रिया पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। आखिर ऐसे गंभीर अपराध के आरोपी को जमानत कैसे मिल जाती है? और यदि मिलती भी है, तो क्या पुलिस की ये जिम्मेदारी नहीं बनती कि वह ऐसे अपराधियों पर निगरानी रखे? अगर पुलिस सजग होती तो शायद पीड़िता दोबारा दरिंदगी का शिकार न बनती। यह लापरवाही पीड़िता की जान भी ले सकती थी।
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