UP में योगी का तांडव, ऑपरेशन लंगड़ा के तहत 24 घंटे में 10 खतरनाक एनकाउंटर, अपराधियों के लिए डरावना अलर्ट

Operation Langda: उत्तर प्रदेश पुलिस ने ऑपरेशन लंगड़ा के तहत 24 घंटे में 10 खतरनाक एनकाउंटर किए हैं। यूपी में अपराधियों पर सख्त कार्रवाई से हिस्ट्रीशीटर और अपराधी सहमे हुए हैं। 2025 में अब तक 10,000 से ज्यादा मुठभेड़ों में पुलिस ने अपराध नियंत्रण में बड़ी सफलता हासिल की है।

Harsh Sharma
Published on: 28 May 2025 3:12 PM IST
Uttar pradesh police
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Operation Langda: उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। बीते 24 घंटे में पुलिस ने लगातार 10 एनकाउंटर किए हैं। इन कार्रवाईयों से अपराधियों और हिस्ट्रीशीटरों में डर का माहौल बन गया है। अब अपराधियों को यूपी पुलिस से खौफ होने लगा है और उन्हें कानून का सख्त रूप साफ नजर आने लगा है। यूपी पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 10 अलग-अलग शहरों में पुलिस ने एनकाउंटर किए। इन मुठभेड़ों में कई खतरनाक अपराधी पकड़े गए या घायल हुए। ये सभी अपराधी पुलिस की लंबे समय से तलाश में थे।

इन जगहों पर हुआ एनकाउंटर

लखनऊ में पुलिस ने रेप के आरोपी को पकड़ा। गाजियाबाद में सिपाही की हत्या के आरोपी को गोली लगी। शामली में गौ तस्कर के साथ मुठभेड़ हुई। झांसी में भी एक इनामी बदमाश को गोली लगी। बुलंदशहर में एक और रेप के आरोपी का एनकाउंटर हुआ। बागपत में लूट के आरोपी को गिरफ्तार किया गया। बलिया में फरार अपराधी को गोली लगी। आगरा में चोरी के आरोपी से मुठभेड़ हुई। जालौन में डकैती के आरोपी के साथ मुठभेड़ हुई और उन्नाव में हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने में पुलिस सफल रही। इस कड़ी कार्रवाई से अपराधियों में डर का माहौल बन गया है। पुलिस सख्ती से अपराध पर लगाम लगाने में जुटी है।

ऑपरेशन लंगड़ा

उत्तर प्रदेश पुलिस का एक खास अभियान है, जिसका मकसद अपराधियों को पकड़ना और अपराध को रोकना है। इस अभियान में जब पुलिस मुठभेड़ करती है, तो अगर कोई अपराधी भागने या लड़ने की कोशिश करता है, तो पुलिस उसकी टांग में गोली मारती है। इससे अपराधी चलने-फिरने में अक्षम हो जाता है और आगे से अपराध करना मुश्किल हो जाता है। इसी वजह से इसे ऑपरेशन लंगड़ा कहा जाता है। इसका उद्देश्य है अपराधियों को कमजोर बनाकर उन्हें डराना, ताकि वे फिर गलत काम न करें। इस योजना की वजह से कई पुराने अपराधी भी अपराध छोड़कर सही रास्ता अपनाने लगे हैं।

10,000 से अधिक मुठभेड़ों को अंजाम दिया

उत्तर प्रदेश में 2025 में अब तक पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 10,000 से अधिक मुठभेड़ों को अंजाम दिया है। इन मुठभेड़ों में कुल 207 अपराधी मारे गए हैं, जबकि 17 पुलिसकर्मी भी शहीद हुए हैं। यह आंकड़े राज्य में बढ़ती हुई अपराध नियंत्रण की दिशा में पुलिस की प्रभावी कार्रवाई को दर्शाते हैं।

पिछले 7 वर्ष का रिकॉर्ड

पिछले सात वर्षों यानी मार्च 2017 से सितंबर 2024 के बीच प्रदेश में कुल 12,964 पुलिस मुठभेड़ हुई हैं। इस दौरान 27,117 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और 1,601 लोग घायल हुए। इन मुठभेड़ों में मेरठ जोन सबसे आगे रहा जहां 3,723 मुठभेड़ों में 66 अपराधी मारे गए और 7,017 को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा वाराणसी जोन में 21 और आगरा जोन में 16 अपराधियों की मौत हुई है। उत्तर प्रदेश पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत लगातार चल रही यह कार्रवाइयां प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ कड़ी चेतावनी साबित हो रही हैं। इस नीति के चलते कई हिस्ट्रीशीटर अपराध छोड़ कर नए सिरे से जीवन शुरू कर रहे हैं। हालांकि इस रणनीति की कार्यशैली और नैतिकता पर भी कभी-कभी सवाल उठते रहे हैं।

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Harsh Sharma

Harsh Sharma

Content Writer

हर्ष नाम है और पत्रकारिता पेशा शौक बचपन से था, और अब रोज़मर्रा की रोटी भी बन चुका है। मुंबई यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया, फिर AAFT से टीवी पत्रकारिता की तालीम ली। करियर की शुरुआत इंडिया न्यूज़ से की, जहां खबरें बनाने से ज़्यादा, उन्हें "ब्रेकिंग" बनाने का हुनर सीखा। इस समय न्यूज़ ट्रैक के लिए खबरें लिख रहे हैं कभी-कभी संजीदगी से, और अक्सर सिस्टम की संजीदगी पर हल्का-फुल्का कटाक्ष करते हुए। एक साल का अनुभव है, लेकिन जज़्बा ऐसा कि मानो हर प्रेस कॉन्फ्रेंस उनका पर्सनल डिबेट शो हो।

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