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सबसे बड़े 'संकट' में सबसे 'मजबूत' देश! अमेरिका, चीन, भारत और पाकिस्तान की लड़ाई में कौन खाएगा मात?
America China India or Pakistan: अमेरिका, भारत, चीन और पाकिस्तान में यदि आपसी मतभेद होता है सबसे बड़े संकट में...
India vs Pakistan-America vs China: ये बात तो सुना ही होगा कि जो पेड़ बड़े होते हैं तूफान में संकट उन पर ही ज्यादा होता है... इसी तरह दुनिया के चार प्रमुख परमाणु संपन्न देश अमेरिका, चीन, भारत और पाकिस्तान यदि किसी भूराजनीतिक या सैन्य विवाद में आमने-सामने आ जाएं, तो वैश्विक स्थिरता पर बड़ा खतरा मंडरा सकता है। सवाल उठता है कि ऐसे परिदृश्य में कौन सबसे अधिक ताकतवर साबित होगा? जवाब आसान नहीं, लेकिन विश्लेषण से तस्वीर कुछ बहुत स्पष्ट होती है।
अमेरिका: हर मोर्चे पर सबसे मजबूत
सैन्य ताकत: अमेरिका के पास दुनिया की सबसे उन्नत और बड़ी सेना है। 11 एयरक्राफ्ट कैरियर, अत्याधुनिक हथियार प्रणाली, और वैश्विक सैन्य अड्डों के चलते वह किसी भी कोने में युद्ध करने की क्षमता रखता है।
परमाणु शक्ति: करीब 5,200 से अधिक परमाणु हथियार, जिन्हें हवा, पानी और जमीन से लॉन्च किया जा सकता है।
आर्थिक स्थिति: अमेरिका की GDP करीब 27 ट्रिलियन डॉलर है, जिससे वह सैन्य और कूटनीतिक खर्च में आत्मनिर्भर बना रहता है।
डिप्लोमैटिक नेटवर्क: नाटो, G7, संयुक्त राष्ट्र और कई रणनीतिक गठबंधनों के जरिए दुनिया भर में उसकी प्रभावी मौजूदगी है।
चीन: उभरती वैश्विक महाशक्ति
सैन्य विस्तार: PLA यानी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी संख्या और निवेश में बड़ी है, लेकिन अनुभव और तकनीक में अमेरिका से पीछे है।
आर्थिक ताकत: करीब 17 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था, जो दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी है।
परमाणु क्षमता: चीन के पास करीब 500 से अधिक परमाणु वॉरहेड्स हैं, और वह लगातार इसे बढ़ा रहा है।
रणनीतिक उद्देश्य: बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के जरिये चीन दुनिया के कई देशों में अपनी जड़ें जमा चुका है।
भारत: क्षेत्रीय शक्ति, वैश्विक दावेदार
सैन्य क्षमता: भारत के पास दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सेना है। थल, जल, नभ तीनों क्षेत्रों में दमदार उपस्थिति है। सीमा पर चीन और पाकिस्तान दोनों से निपटने का अनुभव है।
परमाणु शक्ति: भारत के पास 160-170 के बीच परमाणु हथियार हैं और विश्वसनीय डिलीवरी प्रणाली भी।
आर्थिक स्थिति: भारत की GDP करीब 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुकी है और तेजी से बढ़ रही है।
रणनीतिक मोर्चे: भारत Quad जैसे संगठनों के जरिए अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ रणनीतिक साझेदारी बढ़ा रहा है।
पाकिस्तान: परमाणु शक्ति, लेकिन सीमित संसाधन
सैन्य ताकत: पाकिस्तान की सेना दक्ष और सीमित संसाधनों में सक्षम है, लेकिन अमेरिका, चीन और भारत से कहीं पीछे।
परमाणु शक्ति: पाकिस्तान के पास भी 160 से अधिक परमाणु हथियार हैं, लेकिन डिलीवरी सिस्टम की रेंज सीमित है।
आर्थिक स्थिति: GDP केवल 375 बिलियन डॉलर, भारी कर्ज और IMF पर निर्भरता के चलते सीमित कूटनीतिक स्वतंत्रता।
रणनीतिक साझेदारी: मुख्यत: चीन पर निर्भरता, अमेरिका के साथ संबंध हाल के वर्षों में ठंडे।
कौन साबित होगा सबसे ताकतवर?
पहलू | सबसे ताकतवर देश |
सैन्य क्षमता | अमेरिका |
आर्थिक शक्ति | अमेरिका |
वैश्विक प्रभाव | अमेरिका |
क्षेत्रीय रणनीति | भारत |
उभरती चुनौती | चीन |
सबसे कमजोर कड़ी | पाकिस्तान |
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार मानते हैं कि यदि चारों देशों के बीच गंभीर टकराव होता है, तो अमेरिका रणनीतिक, सैन्य और आर्थिक तीनों मोर्चों पर सबसे ताकतवर साबित होगा। हालांकि, चीन और भारत की स्थिति भी नजरअंदाज नहीं की जा सकती, खासकर यदि मामला एशिया तक सीमित रहता है।
किसके साथ कौन?
भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक निकटता बढ़ रही है, और चीन का मुकाबला करने के लिए यह साझेदारी और गहरी हो सकती है। पाकिस्तान, चीन के साथ रहेगा, और यह नई एशियाई धुरी बन सकती है। रूस, हालांकि भारत का पारंपरिक मित्र रहा है, लेकिन यूक्रेन युद्ध के बाद वह चीन के नजदीक जा चुका है। दुनिया एक नए प्रकार के शीत युद्ध की दिशा में बढ़ रही है, जहां अमेरिका बनाम चीन की प्रतिस्पर्धा में भारत और पाकिस्तान की स्थिति भी महत्वपूर्ण हो सकती है।
वहीं, विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि यह ध्रुवीकरण गहराता है, तो आने वाले वर्षों में 'अमेरिका बनाम चीन' की प्रतिस्पर्धा वैश्विक राजनीति को वैसा ही दो हिस्सों में बांट सकती है, जैसा शीत युद्ध के दौर में हुआ था, जहां भारत और पाकिस्तान की भूमिकाएं भी बेहद अहम होंगी।
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