पाकिस्तान में भयानक तबाही! घातक तूफान और अचानक बाढ़ बना काल, मच उठा हाहाकार

Pakistan Storms-Floods Alert: घातक तूफान ने पाक अधिकृत कश्मीर (Pakistan-occupied Kashmir) और खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्रों को सबसे ज़्यादा प्रभावित किया।

Newstrack Desk
Published on: 28 May 2025 5:17 PM IST
Pakistan Deadly Storms and Floods 10 dead Dozens Injured
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Pakistan Deadly Storms and Floods 10 dead Dozens Injured

Pakistan Storms-Floods Alert: इस्लामाबाद।पाकिस्तान के उत्तर और मध्य क्षेत्रों में आए भीषण आंधी-तूफान और तेज हवाओं ने भारी तबाही मचाई है। कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 43 अन्य घायल हुए हैं। इन विनाशकारी तूफानों के चलते कई जगहों पर अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) आ गई और व्यापक पैमाने पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यह जानकारी बुधवार को सरकारी अधिकारियों द्वारा दी गई।

सबसे ज़्यादा असर पीओके और खैबर पख्तूनख्वा में

घातक तूफान ने पाक अधिकृत कश्मीर (Pakistan-occupied Kashmir) और खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्रों को सबसे ज़्यादा प्रभावित किया। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, कश्मीर में चार महिलाओं और एक पुरुष की मौत हुई, जबकि उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा में तीन लोगों की जान गई। पंजाब प्रांत में भी दो लोगों की मौत की पुष्टि की गई है।

पाक अधिकृत कश्मीर के वरिष्ठ सरकारी अधिकारी हारून राशिद ने बताया, “अब भी एक व्यक्ति लापता है। केवल एक गांव में ही तूफान ने 12 घरों और एक मस्जिद को पूरी तरह से तबाह कर दिया।”

बचाव दल प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तथा क्षति का आकलन कर रहे हैं।

मंगलवार रात कहर बनकर टूटा तूफान

यह तूफान मंगलवार रात को आया और इसके साथ मूसलाधार बारिश, तेज हवाएं और ओलावृष्टि हुई, जिसने पेड़ों को उखाड़ दिया, बुनियादी ढांचे को क्षतिग्रस्त किया और कई कस्बों को जलमग्न कर दिया। यह आपदा पिछले शनिवार को आए एक और भीषण तूफान के बाद आई है, जिसमें कम से कम 14 लोगों की मौत हुई थी और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे।

एनडीएमए की चेतावनी – शनिवार तक रहेगा खराब मौसम

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने चेतावनी जारी की है कि उत्तर और मध्य पाकिस्तान में शनिवार तक तूफानी मौसम जारी रह सकता है। सभी आपातकालीन इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।

जलवायु परिवर्तन का बढ़ता खतरा

पाकिस्तान में इस प्रकार की चरम मौसमी घटनाएं (Extreme Weather Events) चिंताजनक रूप से बढ़ रही हैं। जलवायु विशेषज्ञ इसे वैश्विक जलवायु परिवर्तन का परिणाम मानते हैं। हाल के वर्षों में घातक बाढ़, हीटवेव और असमय वर्षा की घटनाएं पहले से अधिक बार और गंभीर रूप में सामने आई हैं।

भीषण गर्मी से संकट और गहरा

इस प्राकृतिक आपदा के साथ-साथ अप्रैल और मई में पड़ी रिकॉर्डतोड़ गर्मी ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। पिछले महीने पंजाब के कुछ इलाकों में तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस (116°F) तक पहुंच गया था। इस कारण पंजाब और बलूचिस्तान प्रांतों में गर्मियों की छुट्टियां पहले ही घोषित कर दी गईं ताकि बच्चों को अत्यधिक गर्मी से बचाया जा सके।

जलवायु संकट में पाकिस्तान सबसे अधिक जोखिम वाले देशों में

24 करोड़ से अधिक की आबादी वाला पाकिस्तान, जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक प्रभावित 10 देशों में शामिल है। पर्यावरण कार्यकर्ताओं और विशेषज्ञों ने सरकार से मांग की है कि आपदा से निपटने की तैयारियों को मज़बूत किया जाए और बुनियादी ढांचे को जलवायु आपदाओं के अनुसार ढाला जाए, ताकि भविष्य में ऐसी तबाहियों से लोगों की जान और माल की रक्षा की जा सके।

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