दिवाली से पहले चेक क्लीयरिंग फेल! जानिए 10 -12 दिन तक देरी क्यों?

दिवाली के मौके पर बैंकों में चेक क्लीयरिंग सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ियों और स्टाफ ट्रेनिंग की कमी के कारण लेनदेन में 10-12 दिन तक देरी, व्यापारियों और ग्राहकों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

Sonal Girhepunje
Published on: 18 Oct 2025 4:31 PM IST
दिवाली से पहले चेक क्लीयरिंग फेल! जानिए 10 -12 दिन तक देरी क्यों?
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Cheque Clearing Delay Hits Traders: भारतीय रिजर्व बैंक ने 4 अक्टूबर 2025 से नया चेक क्लीयरिंग सिस्टम लागू किया था, जिसका मकसद था कि चेक उसी दिन क्लियर हो जाएं। इस सिस्टम में चेक को एक दिन में कई बार क्लीयरिंग के लिए प्रस्तुत किया जाता है और भुगतान तुरंत खाताधारक के खाते में जमा हो जाता है। हालांकि, इस नई व्यवस्था में तकनीकी खामियों और स्टाफ की अपर्याप्त ट्रेनिंग के कारण, चेक क्लियरिंग प्रक्रिया में देरी हो रही है और चेक को क्लियर होने में 10 से 12 दिन तक लग रहे हैं। यह देरी व्यापारियों और आम जनता दोनों के लिए भारी परेशानी का कारण बनी हुई है।

CTI ने पीएम को लिखा पत्र

व्यापारियों की संगठित संस्था CTI ने इस समस्या को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है और बैंकिंग प्रणाली में आई इस कठिनाई का तत्परता से समाधान करने की मांग की है। इस नए सिस्टम के तहत लगातार क्लियरिंग होती है, लेकिन शुरुआती दिनों में तकनीकी गड़बड़ियों के कारण कई चेक लंबित रह गए। कुछ बैंकों ने चेक जमा करने पर रोक लगा दी है और ग्राहकों से कह रहे हैं कि वे डिजिटल माध्यम जैसे NEFT, RTGS या UPI का उपयोग करें।

चेक क्यों हो रहे हैं लेट?

दिवाली से पहले बैंकों में चेक क्लीयरिंग में देरी से व्यापारियों और ग्राहकों को परेशानी हो रही है। इसके पीछे मुख्य कारण तकनीकी और मानव संसाधन संबंधी हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने 4 अक्टूबर 2025 से नया रियल-टाइम चेक क्लीयरिंग सिस्टम शुरू किया था। शुरुआती चरण में सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ियां और ग्लिच देखने को मिल रहे हैं, जिससे चेक समय पर क्लीयर नहीं हो पा रहे हैं।

इसके अलावा, बैंक कर्मचारियों को नए सिस्टम की पूरी ट्रेनिंग नहीं मिली है। इस वजह से स्टाफ सिस्टम का सही उपयोग नहीं कर पा रहा और प्रोसेसिंग धीमी हो रही है। परिणामस्वरूप, व्यापारियों और ग्राहकों को भुगतान में देरी का सामना करना पड़ रहा है।

नए सिस्टम का संक्रमणकाल भी देरी का कारण है। कुछ बैंकों में चेक जमा और क्लीयरिंग में अभी भी रुकावटें हैं। इसके साथ ही, कई बैंकों में नेफ्ट और यूपीआई जैसी डिजिटल पेमेंट सेवाओं का अपडेट चल रहा है, जिससे डिजिटल ट्रांजैक्शन में भी बाधा आई है।

इस वजह से बैंकिंग सेवाओं का समग्र संचालन प्रभावित हो रहा है और दिवाली जैसे त्योहार के समय व्यापार और नकदी प्रवाह पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।

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