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PF खाते में ये 5 बड़ी गलतियाँ न करें, वरना आपकी मेहनत की कमाई हर महीने घट सकती है!
EPF खाता हर नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए रिटायरमेंट के बाद की सुरक्षा देता है, लेकिन कई बार छोटी गलतियों जैसे नॉमिनी अपडेट न करना, गलत बैंक डिटेल देना या पासबुक न चेक करना से बड़ा नुकसान हो सकता है। समय पर सही कदम उठाकर आप अपने PF फंड को सुरक्षित रख सकते हैं और ब्याज का पूरा लाभ पा सकते हैं।
EPF Account Mistakes: कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) हर नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा देने वाली सबसे भरोसेमंद सरकारी योजना मानी जाती है। इस योजना में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों हर महीने वेतन का एक निश्चित हिस्सा जमा करते हैं, जिस पर EPF ब्याज दर के अनुसार आकर्षक रिटर्न मिलता है। यह फंड समय के साथ बढ़ता जाता है और भविष्य में वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करता है। हालांकि, कई लोग EPF खाते को लेकर लापरवाही करते हैं, जैसे UAN एक्टिवेट न करना, KYC अपडेट न करना या नॉमिनी न जोड़ना, जिससे उन्हें भविष्य में परेशानी झेलनी पड़ सकती है। अगर इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दिया जाए, तो EPFO की ऑनलाइन सुविधाओं का पूरा लाभ उठाकर आप अपने पैसे को सुरक्षित और बढ़ता हुआ रख सकते हैं।
नामांकित व्यक्ति (Nominee) अपडेट न करना - सबसे बड़ी गलती
अक्सर लोग अपने EPF खाते में नॉमिनी (Nominee) की जानकारी अपडेट करना भूल जाते हैं, जो आगे चलकर परिवार के लिए बड़ी परेशानी बन सकती है। अगर खातेधारक का असामयिक निधन हो जाए और नॉमिनी दर्ज न हो, तो परिवार को PF राशि निकालने में काफी दिक्कत होती है और क्लेम प्रक्रिया लंबी हो जाती है। इसलिए यह जरूरी है कि आप समय-समय पर जांचें कि आपके EPF खाते में सही नॉमिनी जुड़ा है या नहीं।
यह प्रक्रिया बहुत आसान है और पूरी तरह ऑनलाइन की जा सकती है। बस EPFO वेबसाइट पर अपने UAN और पासवर्ड से लॉगिन करें, फिर ‘Manage’ सेक्शन में जाकर ‘E-nomination’ विकल्प चुनें। यहां आप अपने नॉमिनी का विवरण भरकर ई-साइन के जरिए सबमिट कर सकते हैं। आप चाहें तो एक से अधिक नॉमिनी भी जोड़ सकते हैं और हर नॉमिनी के शेयर का प्रतिशत (share percentage) तय कर सकते हैं।
नौकरी बदलने पर EPF खाता ट्रांसफर न करना
जब आप नौकरी बदलते हैं और पुराने EPF खाते को नए खाते में ट्रांसफर नहीं करते, तो आपके नाम पर कई EPF अकाउंट बन जाते हैं। इससे हर खाते पर अलग-अलग ब्याज की गणना होती है और आपकी कुल बचत कम हो सकती है। अगर पुराना खाता निष्क्रिय हो जाए, तो कुछ समय बाद उस पर ब्याज मिलना भी बंद हो जाता है, जिससे आपको आर्थिक नुकसान होता है।
इस समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि नौकरी बदलते ही आप अपने पुराने EPF खाते को नए खाते में ट्रांसफर कर दें। आप यह काम बहुत आसानी से EPFO की वेबसाइट या Umang App के माध्यम से ऑनलाइन कर सकते हैं। इससे आपकी सारी EPF राशि एक ही खाते में जुड़ जाएगी और आपको चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest) का पूरा लाभ मिलेगा। साथ ही, भविष्य में आपकी बचत का रिकॉर्ड भी साफ और सुरक्षित रहेगा।
UAN एक्टिवेट न करना
आपका UAN (Universal Account Number) एक 12 अंकों का यूनिक नंबर होता है जो आपके सभी EPF खातों को एक साथ जोड़ता है। यह नंबर आपको EPF से जुड़ी सभी ऑनलाइन सुविधाओं का लाभ लेने में मदद करता है। अगर आपने अपना UAN एक्टिवेट नहीं किया है, तो आप EPF बैलेंस चेक, ऑनलाइन निकासी, या फंड ट्रांसफर जैसी सेवाओं का उपयोग नहीं कर पाएंगे। इसका मतलब है कि आपके फंड पर आपका पूरा नियंत्रण नहीं रहेगा और अगर खाते में कोई गलती या गड़बड़ी हो, तो आप समय पर उसे पकड़ नहीं पाएंगे।
जैसे ही आपको अपना UAN नंबर मिले, तुरंत उसे EPFO की आधिकारिक वेबसाइट या EPFO Member Portal पर जाकर एक्टिवेट करें।
एक्टिवेशन के लिए आपको आधार नंबर, नाम, जन्मतिथि और मोबाइल नंबर जैसी जानकारी देनी होती है। एक्टिवेशन पूरा होने पर आपको एक पासवर्ड मिलता है जिससे आप अपने EPF खाते में लॉगिन कर सकते हैं और अपनी पूरी बचत का रिकॉर्ड ऑनलाइन देख सकते हैं।
गलत बैंक विवरण या अधूरी KYC - निकासी में रुकावट की बड़ी वजह
आपके EPF खाते से पैसा निकालने के लिए सही बैंक विवरण और पूरी KYC (Know Your Customer) जानकारी का होना बहुत जरूरी है। यदि आपके खाते में गलत बैंक अकाउंट नंबर, गलत IFSC कोड, या अधूरी KYC जानकारी (जैसे आधार, पैन, या बैंक डिटेल्स लिंक न होना) है, तो आपकी निकासी की रिक्वेस्ट अटक सकती है। इस वजह से आपको अपनी जरूरत के समय पैसा मिलने में देरी या समस्या हो सकती है। क्या करें: अपने EPF खाते में लॉगिन करके सभी बैंक विवरण और KYC डिटेल्स की जांच करें। सुनिश्चित करें कि आपकी बैंक जानकारी जैसे अकाउंट नंबर, IFSC कोड सही और अपडेटेड हो। इसके अलावा, आधार, पैन कार्ड और बैंक खाते को EPF खाते से लिंक और सत्यापित कराएं।
EPF पासबुक चेक न करना पड़ सकता है भारी
कई लोग अपनी EPF पासबुक को नियमित रूप से नहीं देखते, जो एक गंभीर गलती है। पासबुक चेक न करने पर आपको यह पता नहीं चलता कि आपके खाते में कितना पैसा जमा हो रहा है, नियोक्ता का योगदान सही है या नहीं, और कहीं कोई गलती तो नहीं हो रही है। अगर कोई विसंगति होती है, तो उसे समय पर पहचानना और सुधारना मुश्किल हो जाता है।
इसलिए, हर महीने या कम से कम हर तीन महीने में एक बार अपनी EPF पासबुक जरूर देखें। आप इसे EPFO की आधिकारिक वेबसाइट या Umang ऐप के जरिए आसानी से एक्सेस कर सकते हैं। EPFO ने अभी हाल ही में Passbook Lite नामक नया फीचर लॉन्च किया है, जिससे बिना लॉगिन की जटिल प्रक्रिया के केवल UAN और OTP के माध्यम से भी अपना PF बैलेंस और लेन-देन देखें जा सकते हैं।
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