Gold-Silver ETF में निवेश से पहले टैक्स नियम जानना जरूरी

अगर आप सोने-चांदी में निवेश करना चाहते हैं लेकिन फिजिकल गोल्ड की खरीददारी की झंझट और खर्च से बचना चाहते हैं, तो Gold-Silver ETF निवेश कर डिजिटल और टैक्स बेनिफिट के साथ लाभ उठाएं।

Sonal Girhepunje
Published on: 11 Oct 2025 1:44 PM IST
Gold-Silver ETF में निवेश से पहले टैक्स नियम जानना जरूरी
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Gold-Silver ETF: आज के समय में सोने और चांदी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इसलिए लोग अपने पैसे को सुरक्षित और लाभकारी जगह पर निवेश करना चाहते हैं। लेकिन फिजिकल गोल्ड खरीदना महंगा होता है और इसे घर पर रखना या स्टोर करना हमेशा सुरक्षित नहीं रहता। इसके अलावा, ज्वेलरी खरीदने पर मेकिंग चार्ज भी लगते हैं, जो निवेश की लागत बढ़ा देते हैं। इसी वजह से अब निवेशक Gold-Silver ETF की तरफ बढ़ रहे हैं।

Gold-Silver ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड, एक ऐसा डिजिटल निवेश विकल्प है, जो सोने और चांदी की कीमत पर आधारित होता है। इसमें निवेश करना आसान और सुरक्षित है। आप इसे स्टॉक मार्केट की तरह ऑनलाइन खरीद और बेच सकते हैं। इसके अलावा, ETF में निवेश करने से आपको फिजिकल गोल्ड रखने की जरूरत नहीं होती और स्टोरेज, चोरी या नुकसान जैसी परेशानियों से बचाव होता है। इसलिए यह आज के समय में निवेशकों के लिए एक स्मार्ट और सुरक्षित तरीका बन गया है।

Gold-Silver ETF में टैक्स के नियम

Gold-Silver ETF को डेट म्यूचुअल फंड की तरह माना जाता है। इसका मतलब है कि इस पर टैक्स के नियम म्यूचुअल फंड की तरह ही लागू होते हैं। अगर आप ETF को 1 साल से कम समय में बेचते हैं, तो मुनाफा शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन (STCG) में आता है। इस पर टैक्स आपकी इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार लगेगा।

लेकिन अगर आप ETF को 1 साल से ज्यादा समय तक रखते हैं और फिर बेचते हैं, तो यह लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) में आता है। LTCG पर 12.5 % टैक्स लगेगा, लेकिन इस पर इंडेक्सेशन बेनिफिट भी मिलेगा। इंडेक्सेशन का मतलब है कि महंगाई दर के अनुसार मुनाफे की गणना की जाती है, जिससे आपको कम टैक्स देना पड़ता है।

इंडेक्सेशन से टैक्स में बचत

इंडेक्सेशन का मतलब है कि टैक्स की गणना करते समय महंगाई को ध्यान में रखा जाता है। इससे आपके टैक्स की राशि कम हो जाती है और आपको मुनाफे पर कम टैक्स देना पड़ता है। अगर आपने 1 साल पहले ₹1,00,000 का ETF खरीदा और अब इसे ₹1,40,000 में बेचते हैं, तो सीधे ₹40,000 पर टैक्स नहीं लगेगा। महंगाई के अनुसार मुनाफे की गणना होगी, जिससे टैक्स की राशि कम होगी और आपका निवेश ज्यादा फायदा देगा।

Gold-Silver ETF में निवेश के फायदे

Gold-Silver ETF निवेश करना सुरक्षित और सुविधाजनक है क्योंकि इसमें ज्वेलरी की तरह चोरी या नुकसान का डर नहीं होता। इसमें आपको स्टोरेज या मेकिंग चार्ज जैसी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता और सोना घर में रखने की जरूरत भी नहीं होती। यह डिजिटल निवेश है, जिसे आप मोबाइल या कंप्यूटर से आसानी से खरीद और बेच सकते हैं। साथ ही, सोने और चांदी के भाव में उतार-चढ़ाव का फायदा भी उठाया जा सकता है। ETF में TDS नहीं लगता, लेकिन मुनाफा होने पर साल के अंत में इसे आयकर रिटर्न में दिखाना जरूरी है।

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