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Nifty Monthly Report: जून 2025 में निफ्टी का सफर कहां से कहां पहुंचा?

Nifty Monthly Report June 2025: जून 2025 का महीना भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहद उत्साहजनक रहा। निफ्टी ने इस महीने 25,500 के स्तर को पार किया और 52-हफ्तों का नया उच्चतम स्तर बना लिया।

Sonal Girhepunje
Published on: 30 Jun 2025 9:05 PM IST
Nifty Monthly Report June 2025
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Nifty Monthly Report June 2025

Nifty Monthly Report June 2025: जून 2025 का महीना भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहद उत्साहजनक रहा। निफ्टी ने इस महीने 25,500 के स्तर को पार किया और 52-हफ्तों का नया उच्चतम स्तर बना लिया। अप्रैल 2025 में जो निफ्टी 21,800 के आसपास कारोबार कर रहा था, वह अब 25,517.05 पर बंद हुआ – यानी लगभग 17% की तेजी।

इस तेजी का ग्राफ न सिर्फ एक मजबूत निवेश धारणा दिखाता है बल्कि यह बताता है कि भारतीय बाजार फिर से तेज़ी के फेज़ में प्रवेश कर चुका है।

तकनीकी विश्लेषण(Technical Analysis): Support और Resistance लेवल :

Support Levels :

• 25,200: यह वर्तमान समय का Immediate Support है। इसके नीचे गिरने पर कमजोरी आ सकती है।

• 24,400: यह मीडियम टर्म सपोर्ट है जहां से पहले भी बाउंस आया है।

• 23,600: अगर बाजार में करेक्शन आता है, तो यह मजबूत बेस की तरह काम करेगा।

Resistance Levels :

• 25,800: यह Immediate Resistance है। अगर इसे पार किया गया तो अगला उछाल संभव है।

• 26,200: अगले 1–2 महीनों में यह अगला टारगेट हो सकता है।

भविष्य की दिशा: निवेशकों के लिए रणनीति :

निफ्टी की मौजूदा पोजिशन एक बुलिश चैनल में है। जब तक इंडेक्स 24,400 के ऊपर है, तब तक लॉन्ग टर्म निवेशकों को कोई घबराने की ज़रूरत नहीं है।

लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए:

• SIP निवेश चालू रखें।

• लार्जकैप और बैलेंस्ड फंड्स को प्राथमिकता दें।

• सेक्टर आधारित निवेश की रणनीति अपनाएं।

सेक्टोरियल विश्लेषण(Sectorial Analysis) : किस सेक्टर में है दम?

1. बैंकिंग और वित्तीय सेक्टर :

प्रदर्शन: जून में इस सेक्टर ने निफ्टी को सबसे ज़्यादा सपोर्ट दिया।

क्यों: RBI की स्थिर नीति, क्रेडिट ग्रोथ में सुधार और मजबूत NPA प्रबंधन।

लाभ पाने वाले स्टॉक्स: HDFC Bank, ICICI Bank, SBI, Axis Bank

भविष्य की रणनीति: खरीदारी बरकरार रखें, विशेषकर मिड और लार्ज बैंकिंग स्टॉक्स में।

2. ऑटोमोबाइल सेक्टर :

प्रदर्शन: EV मांग और rural recovery के कारण जबरदस्त तेजी देखी गई।

क्यों: EV पॉलिसी, BS-VI नॉर्म्स और त्योहार सीजन की डिमांड।

लाभ पाने वाले स्टॉक्स: Tata Motors, Mahindra & Mahindra, Maruti Suzuki

भविष्य की रणनीति: 6 महीने के नजरिए से अच्छा रिटर्न संभावित।

3. इंफ्रास्ट्रक्चर और कैपिटल गुड्स :

प्रदर्शन: सरकार की कैपेक्स योजनाओं और रेलवे/सड़क परियोजनाओं के कारण सेक्टर में उछाल।

लाभ पाने वाले स्टॉक्स: L&T, ABB India, Siemens

भविष्य की रणनीति: बजट से पहले निवेश बढ़ सकता है।

4. IT सेक्टर :

प्रदर्शन: स्थिर रहा लेकिन वैश्विक मंदी की आशंका के कारण दबाव में है।

क्यों: अमेरिकी बाजार की धीमी ग्रोथ और क्लाइंट्स की लागत कटौती।

लाभ पाने वाले स्टॉक्स: Infosys, TCS

भविष्य की रणनीति: फिलहाल निवेश से बचें या SIP ही रखें।

5. FMCG और फॉर्मा :

प्रदर्शन: मिलाजुला रहा। Rural demand धीमी लेकिन Inflation में राहत से थोड़ा सपोर्ट मिला।

भविष्य की रणनीति: सीमित निवेश, डिफेंसिव स्ट्रैटजी के लिए सही।

बड़ी आर्थिक घटनाएं और वित्तीय समाचार :

1. JioBlackRock Mutual Fund की शुरुआत:

रिलायंस और ब्लैकरॉक की साझेदारी ने भारत के म्यूचुअल फंड सेक्टर में नई हलचल मचा दी है। इसका असर Equity मार्केट में नए निवेश के रूप में देखा जा सकता है।

2. GST कलेक्शन में वृद्धि :

जून 2025 में भारत का GST कलेक्शन ₹1.79 लाख करोड़ के पार गया — यह बताता है कि व्यापार में गति लौट रही है।

3. भारत में Unemployment दर में गिरावट :

Centre for Monitoring Indian Economy (CMIE) के मुताबिक, बेरोज़गारी दर 7.2% से घटकर 6.7% हो गई है।

4. RBI की मौद्रिक नीति :

RBI ने रेपो रेट को 6.25% पर स्थिर रखा है, जिससे बैंकिंग सेक्टर को स्पष्ट दिशा मिली और लोन ग्रोथ बेहतर हुआ।

वैश्विक बाजारों (Global Market) की स्थिति और असर :

अमेरिका :

• NASDAQ और S&P 500: स्थिर रहे, लेकिन Inflation और ब्याज दरों को लेकर चिंता बनी रही।

• US Fed: ब्याज दर स्थिर, लेकिन वर्ष के अंत में कटौती की संभावना।

यूरोप :

• रूस–यूक्रेन तनाव और ऊर्जा संकट के बावजूद यूरोपीय बाजार स्थिर।

एशिया :

• चीन: आर्थिक सुधार धीमा लेकिन सरकारी हस्तक्षेप जारी।

• जापान: Nikkei में सुधार दिखा है, जिससे एशियाई बाजारों को राहत मिली।

क्रूड ऑयल :

• कच्चे तेल की कीमतें $78–80 प्रति बैरल पर स्थिर हैं।

• भारत के लिए सकारात्मक संकेत – Import bill और Inflation दोनों में राहत।

विशेषज्ञों की राय :

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय इक्विटी बाजार फिलहाल एक मजबूत स्थिति में है। लेकिन राजनीतिक घटनाएं, मॉनसून की स्थिति, ग्लोबल ब्याज दरें और अमेरिकी चुनाव जैसे मुद्दे अगले 6 महीनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

निवेशकों के लिए:

• बैंकिंग, ऑटो और इंफ्रा सेक्टर्स में SIP या staggered buying करें।

• IT में नई खरीदारी फिलहाल टालें।

सावधानियां:

• Overbought स्थिति में निवेश ना करें।

• Smallcaps और Penny Stocks से फिलहाल दूरी बनाएं।

• किसी भी अफवाह या सोशल मीडिया टिप पर बिना रिसर्च निवेश न करें।

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