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Nifty Weekly Report : तकनीकी विश्लेषण, समर्थन-प्रतिरोध स्तर, और निवेश पर रणनीतिक दृष्टिकोण

Nifty Weekly Report: वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों और घरेलू आर्थिक स्थिरता के चलते निवेशकों का रुझान देखने को मिल रहा है। आइये इसके बारे में विस्तार से समझते हैं।

Sonal Girhepunje
Published on: 21 Jun 2025 10:16 PM IST
Nifty Weekly Report
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Nifty Weekly Report (Image Credit-Social Media)

Nifty Weekly Report : इस सप्ताह Nifty ने तकनीकी रूप से मजबूती दिखाई, जहाँ शुरुआती गिरावट के बाद इंडेक्स ने 24,600-24,650 के मजबूत समर्थन से तेजी पकड़ी और सप्ताहांत तक 25,000 के ऊपर जाकर बंद हुआ। हालांकि 25,200-25,300 पर प्रतिरोध ने रफ्तार को सीमित किया। वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों और घरेलू आर्थिक स्थिरता के चलते निवेशकों का रुझान बना रहा। यह रिपोर्ट आगामी सप्ताह के लिए Nifty की दिशा, तकनीकी स्तरों और संभावित अवसरों पर केंद्रित है।

Technical Analysis :

Support Level :

• 24,885–24,900 : दैनिक S1 और फिबो S1 के आधार पर महत्वपूर्ण।

• 24,658 : फिबो S2 स्तर जहां इस सप्ताह कई बार बाउंस हुआ।

• 24,713 : ट्रेंडलाइन समर्थन।

• 24,400–24,425 : दीर्घकालिक मजबूत समर्थन क्षेत्र।

Resistance Level :

• 25,000–25,050 : मनोवैज्ञानिक और तकनीकी बाधा।

• 25,200–25,300 : वर्तमान उच्च प्रतिरोध क्षेत्र।

• 25,363–25,590 : संभावित ब्रेकआउट लक्ष्य यदि ऊपर की ओर ट्रेंड जारी रहा।

Weekly High-Low की सीमा :

ट्रेडिंग विज़ुअल और पिवट पॉइंट विश्लेषण के अनुसार :

• पिवोट पॉइंट : लगभग 25,010

• रज़िस्टेंस 1 (R1) : करीब 25,237

• रज़िस्टेंस 2 (R2) : अनुमानतः 25,363

• सपोर्ट 1 (S1) : लगभग 24,885

• सपोर्ट 2 (S2) : करीब 24,658

फिबोनैचि और कैमारिला पिवोट संकेतक भी इन्हीं स्तरों को पुष्ट करते हैं।

सप्ताह का मूल्य व्यवहार (Price Action)

सप्ताह की शुरुआत में मध्य पूर्व तनाव के चलते Nifty में 24,600–24,650 तक गिरावट आई, लेकिन इस स्तर पर तेज़ बाउंस देखने को मिला। सप्ताहांत तक इसमें तेज़ी रही और Nifty ने 25,000 का स्तर पार किया। हालांकि, 25,200–25,300 पर रुकावट देखी गई जिससे हल्की प्रॉफिट बुकिंग के बाद इंडेक्स 25,080–25,100 के करीब बंद हुआ।

वैश्विक बाज़ार का प्रभाव (Global Market Overview)

मध्य-पूर्व तनाव (Iran–Israel) :

• अमेरिका के हस्तक्षेप से बचने के कारण तेल की कीमतों में 2–4% की गिरावट।

• एशियाई बाज़ारों में सकारात्मक संकेत।

• भारत की कंपनियों पर अभी अल्पकालिक प्रभाव, लेकिन तनाव बढ़ने की स्थिति में जोखिम बढ़ सकता है।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व नीति :

• ब्याज दरें 4.25–4.5% पर स्थिर रखीं।

• फेड चेयर पॉवेल ने आर्थिक अनिश्चितता की ओर इशारा किया।

• यदि फेड भविष्य में "हॉकीश" रुख अपनाता है, तो ग्लोबल और उभरते बाज़ारों पर दबाव बढ़ सकता है।

अन्य सेंट्रल बैंक अपडेट :

• जापान: डोविश रुख के संकेत।

• स्विट्जरलैंड: दरों में कटौती।

• नॉर्वे और ब्राज़ील : अलग-अलग रुख अपनाया।

अमेरिकी बाजार रुझान :

• S&P और Nasdaq स्थिर, Dow में हल्की गिरावट।

• तेल की कीमतें $77–79 प्रति बैरल के बीच अस्थिर बनी रहीं।

भारतीय आर्थिक परिदृश्य

रुपया बनाम डॉलर :

• रुपया सप्ताह के दौरान 86.72 से बढ़कर 86.59 हुआ।

• क्रूड की गिरावट, FIIs की आमद और शेयर बाजार की मजबूती ने इसे समर्थन दिया।

IPO गतिविधि :

• HDB Financial का आगामी IPO बाजार का प्रमुख आकर्षण बना हुआ है।

• निवेशकों को संभावित पूंजी प्रवाह की उम्मीद है।

स्टॉक्स इन न्यूज़ :

• Oswal Pumps, Nestlé India, Angel One, Natco Pharma, Ethos में हलचल।

• सेबी द्वारा संजीव भसीन पर कार्रवाई चर्चा में रही।

सेक्टोरियल अवलोकन (Sectorial Outlook) :

बैंकिंग & फाइनेंशियल्स :

• Bank Nifty को 55,800 पर समर्थन और 56,700–57,050 पर प्रतिरोध।

• SBI को Jefferies की ओर से ‘Buy’ रेटिंग के साथ 21% ऊपर जाने की संभावना।

ऊर्जा और कच्चा तेल :

• तेल की कीमतों में हलचल के चलते ऊर्जा शेयरों में तेजी।

• लेकिन निवेश केवल स्पष्ट ब्रेकआउट के बाद ही सुझावित।

FMCG और उपभोक्ता क्षेत्र :

• Nestlé India में निवेशकों की सक्रियता।

• तेल की कीमतें यदि कम बनी रहीं, तो इस सेक्टर को राहत मिल सकती है।

फार्मा :

• Natco Pharma पर संभावित मर्जर और रेगुलेटरी घटनाओं का असर।

SME और मिडकैप IPOs :

• Aakaar Medical, Ellenbarrie Gases जैसे नए इश्यू शुरू।

• निवेशकों की लिक्विडिटी और जोखिम लेने की प्रवृत्ति बनी हुई।

ट्रेडिंग और निवेश सुझाव :

ट्रेडर्स के लिए :

• Buy on Dip: 24,650–24,900 पर RSI या पैटर्न आधारित ट्रेडिंग करें।

• ब्रेकआउट ट्रेडिंग : यदि Nifty 25,300 के ऊपर टिकता है तो 25,590 तक की तेजी संभव।

• प्रॉफिट बुकिंग : 25,000–25,200 पर मुनाफा लें।

निवेशकों के लिए :

• धीरे-धीरे एंट्री : 24,850–24,900 के करीब निवेश शुरू करें।

• फोकस सेक्टर : बैंकिंग, फाइनेंशियल्स, FMCG, हेल्थकेयर।

• जोखिम प्रबंधन : पोर्टफोलियो में विविधता बनाएं, मुद्रा जोखिम से बचाव करें।

भविष्य की दिशा (Forward Outlook) :

जो देखना जरूरी है :

• मध्य-पूर्व तनाव : तनाव कम होने से बाजार को राहत, बढ़ने से गिरावट।

• Fed नीति : अगली टिप्पणियां और ब्याज दर संकेत।

• HDB IPO लिस्टिंग : यदि सफल रहा तो FII आमद बढ़ेगी।

• भारत के मैक्रो डेटा : GDP, CPI, कृषि उत्पादन – बाजार की चाल तय करेंगे।

• डॉलर इंडेक्स और क्रूड : दोनों पर नजर जरूरी।

आने वाले सप्ताह में विशेष ध्यान देने योग्य बातें :

• Fed चेयर पॉवेल की गवाही

• HDB IPO लिस्टिंग का प्रदर्शन

• OPEC बैठक और तेल उत्पादन रणनीति

• भारत के GDP और CPI आंकड़े

अंतिम सलाह : चाहे आप एक एक्टिव ट्रेडर हों या लॉन्ग टर्म निवेशक, यह सप्ताह निर्णायक हो सकता है। रणनीति बनाएं, तकनीकी स्तरों का पालन करें और वैश्विक संकेतकों की निगरानी रखें। निवेश में अनुशासन और जोखिम नियंत्रण हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए।

डिस्क्लेमर:

यह केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। निवेश से पहले अपनी रिसर्च करें या वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।

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Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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