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NSE IPO : अब NSE का IPO करीब? SEBI के बयानों से उठी उम्मीदें
NSE IPO : NSE केवल भारत का ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज बन चुका है, वहीँ SEBI द्वारा बताया गया है कि NSE के IPO के मार्ग में अब किसी तरह की कोई रूकावट नहीं है।
NSE IPO (Image Credit-Social Media)
NSE IPO : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) भारत का सबसे बड़ा और आधुनिक स्टॉक एक्सचेंज है, जिसे वर्ष 1992 में स्थापित किया गया था। यह भारत का पहला पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जिसने देश के शेयर बाजार में पारदर्शिता, गति और तकनीकी नवाचार लाने में अहम भूमिका निभाई।
वर्तमान में NSE न केवल भारत का, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज बन चुका है। इसके प्रमुख सूचकांक NIFTY 50 को देश भर के निवेशक और संस्थान बाजार की चाल मापने के लिए आधार मानते हैं। NSE की सफलता ने भारतीय निवेश प्रणाली को एक नई दिशा दी है, और अब इसके IPO का इंतजार हर छोटे-बड़े निवेशक को है, ताकि वे भी इस मजबूत संस्था में हिस्सेदार बन सकें।
सेबी अध्यक्ष का बड़ा बयान :
FE CFO Awards के अवसर पर 20 जून 2025 को SEBI चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने बताया कि NSE के IPO के मार्ग में अब कोई बड़ा अवरोध नहीं बचा है। यह भी कहा गया कि NSE और SEBI मिलकर कानूनी मामलों का निपटान कर रहे हैं, जिसमें अनुशासनात्मक दायित्वों का समाधान और कुछ लंबित मुकदमों को वापस लेने का कार्य शामिल है।
उन्होने क्लीयरिंग कॉरपोरेशन के स्वामित्व को भी किसी बड़ी बाधा नहीं बताया, और सबसे बड़े एक्सचेंज के रूप में NSE की लिस्टिंग को लेकर कोई संरचनात्मक चिंता नहीं है ।
बाकी बचे मुद्दे और सुलझाव की दिशा :
● SEBI और NSE “co-location” विवाद को निपटाने की ओर अग्रसर हैं-इसमें अंतर्न्यायिक समझौता या सुप्रीम कोर्ट की अंतिम गाइडेंस शामिल हो सकती है ।
● NSE ने मार्च 2025 में SEBI से No Objection Certificate (NOC) के लिए पुनः आवेदन किया है। SEBI ने कहा कि सब नियम पूरे होने पर मंजूरी मिल सकती है, बशर्ते सभी लंबित मुद्दे सुलझ जाएं ।
● SEBI का कहना है कि अब तकनीकी मजबूती, गवर्नेंस मानक, और उच्च प्रबंधन की पारदर्शिता जैसे मुद्दों पर बातचीत पूरी हो चुकी है, जिससे आखिरी बाधा भी दूर हो चुकी है ।
NSE के पास कितनी ताक़त है?
NSE दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज है और मार्च 2025 तक इसका क़रीब ₹4.7 लाख करोड़ का मूल्यांकन है । यह ₹1 लाख से अधिक शेयरधारकों वाला सबसे बड़ा अनलिस्टेड संस्थान भी बन चुका है-जहां 2021 में इसके शेयर ₹740 थे, वहीं मई 2025 तक यह लगभग ₹1,775 हो चुके हैं, लगभग 140% वृद्धि के साथ ।
IPO के लिए वक्त कितना नजदीक है?
EBI अध्यक्ष ने टाइमलाइन का खुलासा नहीं किया, पर यह बताया कि NSE का IPO निकट भविष्य में आ सकता है। एक सुझाव है कि दीवाली (अक्टूबर-नवंबर) से पहले यह संभव हो, फिर भी फिलहाल कोई आधिकारिक घोषणा नहीं आई है।
सारांश :
1. SEBI और NSE कानूनी मसलों को अंतिम रूप दे रहे हैं।
2. Clearing Corporation का मालिकाना विवाद अब प्रमुख अवरोध नहीं।
3. टाइमलाइन न दे पाने के बावजूद, IPO की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं।
4. निवेशकों को तैयार रहना चाहिए-Diwali 2025 तक एक बड़े इवेंट के रूप में NSE IPO की संभावना काफी हद तक मजबूत हो चुकी है।
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