सावधान! आपकी रोटी पर मंडरा रहा कैंसर का खतरा, ये एक हरकत रसोई को बनाएगी गैस चैंबर, संभल जाओ वरना जान पर बनेगी बात

Cancer Risk: भारतीय भोजन में रोटी का अहम स्थान है, लेकिन गैस फ्लेम पर रोटी सेंकना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। जानें इसके पीछे की वैज्ञानिक वजह।

Akriti Pandey
Published on: 19 Oct 2025 10:04 AM IST (Updated on: 19 Oct 2025 10:04 AM IST)
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Cancer Risk: भारत में रोटी हमारे भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। चावल और रोटी दो ऐसे मुख्य आहार हैं जिन्हें अधिकांश भारतीय रोज़ाना खाते हैं। रोटी अलग-अलग अनाजों जैसे गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार आदि के आटे से बनाई जाती है। लेकिन आमतौर पर गेहूं के आटे से बनी रोटी सबसे ज़्यादा खाई जाती है। यह पोषण से भरपूर होती है और पेट को लंबे समय तक भरा रखती है।

रोटी पकाने की पारंपरिक और आधुनिक विधि

पहले के समय में जब गैस स्टोव का चलन नहीं था, तब रोटियों को लोहे के तवे पर पकाया जाता था। रोटी को एक तरफ सेंकने के बाद दूसरी तरफ पलट कर कपड़े से दबाया जाता था ताकि वह अच्छे से फूल जाए। हालांकि यह प्रक्रिया समय लेने वाली होती थी, लेकिन यह सुरक्षित और स्वास्थ्य के लिए बेहतर मानी जाती थी। वर्तमान समय में, रोटी को जल्दी पकाने के लिए एक तरफ तवे पर सेंकने के बाद दूसरी तरफ सीधे गैस स्टोव के फ्लेम पर पकाया जाता है। इससे रोटी गेंद की तरह फूल जाती है और देखने में भी आकर्षक लगती है। लेकिन यह आधुनिक तरीका स्वास्थ्य के लिहाज से उतना सुरक्षित नहीं है जितना पहले का पारंपरिक तरीका।

सीधे गैस फ्लेम पर रोटी सेंकने के खतरे

जब रोटी को सीधे गैस की आंच पर पकाया जाता है, तब फ्लेम का तापमान बहुत अधिक होता है। एक अध्ययन के अनुसार, इस प्रक्रिया में नेचुरल गैस से जलने वाले स्टोव से कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन डायऑक्साइड और बारीक कण (PM - Particulate Matter) निकलते हैं। यह सभी तत्व स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इन गैसों को इंसान के लिए ज़हरीला बताया है। इससे श्वसन संबंधी रोग, हृदय रोग, और यहां तक कि कैंसर होने की संभावना भी बढ़ जाती है।

अधजली गैस और रोटी में रसायनों का प्रवेश

कुछ शोध यह भी बताते हैं कि जब फ्लेम बहुत तेज़ होता है, तो गैस का एक हिस्सा पूरी तरह नहीं जल पाता और अधजली अवस्था में वातावरण में फैल जाता है। ऐसे में संभावना होती है कि रोटी में इन जहरीले गैसों के अंश समाहित हो जाएं। यह रसायन शरीर में जाकर धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकते हैं।

सिर्फ रोटी ही नहीं, अन्य खाद्य पदार्थ भी प्रभावित

सीधे गैस पर केवल रोटी ही नहीं, बल्कि चिकन, मछली, मटन जैसे खाद्य पदार्थ पकाना भी हानिकारक हो सकता है। जब इन्हें हाई टेंपरेचर पर पकाया जाता है तो इनके भीतर हानिकारक रसायनों का निर्माण हो सकता है। "न्यूट्रीशन एंड कैंसर" नामक एक जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, हाई फ्लेम पर खाना पकाने से भोजन में कैंसरजनक तत्व पैदा हो सकते हैं।

Disclaimer: यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है। हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है। NEWSTRACK इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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