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‘छठ, हेलोवीन और मोकामा मर्डर...’, बिहार चुनाव के पहले चरण में छाए रहे ये 9 सियासी मुद्दे
Bihar Elections 2025: पहले चरण के मतदान से पहले राजनीति जगत के धुंरधर नेताओं ने मतदाताओं को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। पहले चरण में कई मुद्दे ऐसे भी रहे जिसने सियासी माहौल को ही पलट कर रख दिया।
Bihar Elections 2025
Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार मंगलवार शाम छह बजे थम गया। एनडीए और इंडी गठबंधन दोनों ने जोरदान सियासी अभियान चलाया। पहले चरण में कई दिग्गजों अपनी किस्मत आजमा रहे है। छह नवंबर को जनता जनार्दन मतों के जरिए दिग्गजों की किस्मत पर अपनी मुहर लगाएगी। पहले चरण के मतदान से पहले राजनीति जगत के धुंरधर नेताओं ने मतदाताओं को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में कई मुद्दे ऐसे भी रहे जिसने सियासी माहौल को ही पलट कर रख दिया।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में क्या हुआ
सीएम नीतीश की मतदाताओं से व्यक्तिगत अपील
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक वीडियो संदेश जारी किया। वीडियो संदेश में सीएम नीतीश ने साल 2005 से जदयू को समर्थन देने के लिए आभार जताया। पिछली सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि पहले की व्यवस्था और स्थिति बहुत खराब थी। साथ ही एनडीए प्रत्याशियों को जिताने के लिए वोट देने का आग्रह किया। जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने वंशवादी राजनीति को लेकर लालू प्रसाद यादव पर हमला भी किया। उन्होंने कहा कि हमने अपने परिवार के लिए कभी कुछ नहीं किया।
जन सुराज कार्यकर्ता की हत्या ने बदला माहौल
चुनाव प्रचार के दौरान बिहार के मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या ने पूरा सियासी माहौल ही पलट कर रख दिया। दुलारचंद यादव जन सुराज उम्मीदवार के समर्थन में प्रचार कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें गोली मार दी गई और उनकी मौत हो गयी। दुलारचंद की हत्या के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी खूब चला। बढ़ते तनाव के बीच चुनाव आयोग ने बिहार के पुलिस महानिदेशक से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
बिहार के बाहुबली जेल में
मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान दुलारचंद यादव की हत्या के बाद जदयू उम्मीदवार और बाहुबली नेता अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। बिहार की राजनीति में मजबूत पैठ रखने वाले अनंत सिंह की गिरफ्तारी सत्ताधारी गठबंधन के लिए झटके की तरह है। अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने मोकामा सीट को प्रतिष्ठा की लड़ाई बना दिया।
कानूनी पचड़े में फंस गए ललन सिंह
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह “विवादास्पद“ चुनावी बयान देकर कानूनी पचड़े में फंस गए। विपक्ष की शिकायतों पर पुलिस ने जदयू नेता के खिलाफ मामला दर्ज किया। जिसमें कहा गया था कि ललन सिंह के बयान ने चुनाव आयोग के अधिकार को कमज़ोर किया है। इस मुद्दे पर भी विपक्ष ने खूब जुबानी हमला किया। विरोधी पार्टियों ने ललन सिंह पर पद के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
छठ पूजा पर भी हुई राजनीति
बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान छठ महापर्व भी एक मुद्दा बन गया। जहां सत्तारूढ़ एनडीए के नेता मतदाताओं को लुभाने के लिए त्योहार की लोकप्रियता का इस्तेमाल कर रहे थे। घाटों पर जाकर प्रार्थना कर रहे थे। वहीं मुजफ्फरपुर में रैली के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यमुना के किनारे छठ पूजा को लेकर दिल्ली की भाजपा सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि एक नाटक कर भारत की सच्चाई दिखाई। यमुना का पानी दूषित हो गया। अगर कोई यमुना के जल को पीता है, तो वह बीमार पड़ सकता है। इस बयान पर पीएम नरेंद्र मोदी ने पलटवार किया था। राहुल गांधी पर ज़ोरदार हमला करते हुए पीएम ने सवाल किया था कि क्या बिहार और हिंदुस्तान के लोग उन्हें माफ करेंगे, जिन्होंने वोटों की खातिर छठी मैया का अपमान किया?
चुनाव प्रचार में खूब गूंजा ’जंगल राज’
भाजपा नेताओं को राजद का घेराव करने के लिए चुनाव प्रचार के दौरान ‘जंगल राज’ का खूब नारा लगाया। साथ ही मतदाताओं को 1990 के दशक की अराजकता में वापसी न करने की चेतावनी भी दी। हालांकि राजद ने पलटवार करते हुए आरोपों को बेबुनियाद करार दिया।
बिहार चुनाव में आधी आबादी को लुभाने की कोशिशें
बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान आधी आबादी को भी लुभाने की भरसक कोशिश हुई। सभी राजनीतिक दलों ने महिला मतदाताओं तक पहुंच को बढ़ाया। एनडीए ने ’मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत महिलाओं को 10,000 रुपये कैश ट्रांसफर शामिल है, का सहारा लिया। वहीं विपक्षी इंडी गठबंधन ने ’मकर संक्रांति’ के दिन तेजस्वी यादव के ’माई बहिन मान योजना’ के तहत 30,000 रुपये देने के वादे के साथ जवाब दिया। तेजस्वी यादव ने बड़ा दांव खेला। उन्होंने हर घर में सरकारी नौकरी देने का वादा किया और सत्ता में वापसी के बाद 20 दिनों के अंदर कानून लाने का संकल्प भी लिया।
तेजस्वी बनाम तेज प्रताप भी दिखा
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के प्रचार के दौरान लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच दरार और गहरी दिखायी दी। तेजस्वी ने महुआ सीट से राजद प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार किया। यह वहीं सीट है जहां लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप अपना भाग्य आजमा रहे हैं। तेज प्रताप जनशक्ति जनता दल से मैदान में हैं।
लालू यादव का हैलोवीन विवाद
बिहार चुनाव के पहले चरण से पहले लालू प्रसाद यादव का हैलोवीन मनाते हुए वीडियो सियासी मुद्दा बना। भाजपा नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर उनका घेराव किया। भाजपा नेताओं ने लालू यादव पर महाकुंभ का मज़ाक बनाने और पश्चिमी त्योहार मनाने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा की आलोचना को राजद नेताओं ने चुनावी चाल बताया।
पहले चरण की ये सीटें बेहद अहम
पहले चरण की हॉट सीटों में राघोपुर विधानसभा सीट शामिल है। जहां से राजद नेता तेजस्वी यादव मैदान में हैं। इसके अलावा महुआ विधानसभा सीट जहां लालू प्रसाद यादव के बड़े भाई तेज प्रताप यादव नई पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। सत्ता पक्ष से तारापुर, जहां उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर (गुरूवार) को होगा।
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