India Attack Pakistan: आसमान से मौत की दस्तक: भारत का ‘Harpy Drone’ बना पाकिस्तान की चिंता की सबसे बड़ी वजह",जानें कैसे बरसाता है ये दुश्मनों पर कहर

India's Harpy Drone: दुश्मन की सरहद के पार जब भी कोई खतरा मंडराता है, तब भारत की सैन्य शक्ति अपने सबसे घातक हथियारों को मैदान में उतारती है। हाल ही में एक ऐसा ही नाम फिर से चर्चा में आ गया है ‘Harpy Drone’।

Harsh Srivastava
Published on: 8 May 2025 7:46 PM IST
Harpy Drone Price
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Harpy Drone Price

India's Harpy Drone: दुश्मन की सरहद के पार जब भी कोई खतरा मंडराता है, तब भारत की सैन्य शक्ति अपने सबसे घातक हथियारों को मैदान में उतारती है। हाल ही में एक ऐसा ही नाम फिर से चर्चा में आ गया है ‘Harpy Drone’। यह वही खौफनाक ड्रोन है जिसे भारत ने कथित तौर पर पाकिस्तान के खिलाफ सीमावर्ती क्षेत्रों में ऑपरेशनल मिशनों के लिए सक्रिय किया है। यह ड्रोन कोई आम निगरानी उपकरण नहीं, बल्कि दुश्मन के रडार को पहचानकर उन्हें खत्म करने वाला ‘किलर ड्रोन’ है, जिसे देख कर ही दुश्मनों की रातों की नींद उड़ जाती है। अब सवाल उठता है: आखिर ये Harpy Drone है क्या? कैसे काम करता है? इसकी कीमत क्या है और भारत ने इसे कब और क्यों खरीदा? इस खबर में हम आपको Harpy Drone की हर वो जानकारी देंगे जो इसे भारतीय सेना का सबसे खतरनाक एंटी-रेडार हथियार बनाती है।

क्या है Harpy Drone?

Harpy Drone एक ‘loitering munition’ यानी ‘भटकने वाला गोला-बारूद’ (Suicidal Drone) है जिसे इजराइल की मशहूर डिफेंस कंपनी Israel Aerospace Industries (IAI) ने विकसित किया है। यह UAV (Unmanned Aerial Vehicle) यानी मानव-रहित हवाई वाहन न केवल दुश्मन के रडार सिस्टम को पहचान सकता है, बल्कि उसे खुद जाकर नष्ट भी कर सकता है। इस ड्रोन को पहली बार 1990 के दशक में तैयार किया गया था, और भारत इस टेक्नोलॉजी का शुरुआती खरीदार रहा है। इसकी तैनाती का मकसद सीधा है दुश्मन के एयर डिफेंस नेटवर्क को पूरी तरह से नेस्तनाबूद करना।

Harpy की सबसे बड़ी खूबी: आत्मघाती हमलावर

Harpy कोई सामान्य ड्रोन नहीं है जो सिर्फ निगरानी या बम गिराने के काम आए। यह एक "suicide drone" है। यानी यह अपने लक्ष्य को खोजता है, उसे लॉक करता है और फिर सीधे टकराकर उसे नष्ट कर देता है। लक्ष्य के साथ ये खुद भी तबाह हो जाता है, लेकिन दुश्मन के एयर डिफेंस नेटवर्क को अपाहिज कर देता है।

कैसे काम करता है Harpy Drone?

Harpy Drone को खासतौर पर SEAD (Suppression of Enemy Air Defenses) मिशन के लिए डिजाइन किया गया है। इसका ऑपरेशन सिस्टम बहुत ही एडवांस है:

1. Detection Mode: यह ड्रोन हवा में मंडराता रहता है और दुश्मन की किसी भी रेडियो फ्रिक्वेंसी को ट्रैक करता है।

2. Target Lock: जैसे ही दुश्मन का रडार सक्रिय होता है, यह उसकी लोकेशन को ट्रैक कर लेता है।

3. Final Strike: फिर ये अपने आप उस लक्ष्य पर सीधा हमला करता है—खुद को फोड़ कर उसे नष्ट कर देता है।

इस पूरी प्रक्रिया में मानव हस्तक्षेप की जरूरत बहुत ही कम होती है, जिससे यह रियल-टाइम वारफेयर में बेहद प्रभावी साबित होता है।

तकनीकी खूबियां

रेंज: करीब 500 किलोमीटर

उड़ान समय: 6 घंटे से ज्यादा

स्पीड: लगभग 185 किमी/घंटा

वजन: लगभग 135 किलोग्राम

वारहेड क्षमता: करीब 32 किलो विस्फोटक

लॉन्चिंग सिस्टम: जमीन से ट्रक या कंटेनर के जरिये

नेविगेशन: GPS और रेडियो-फ्रिक्वेंसी सेंसिंग

भारत में Harpy Drone की एंट्री और अपग्रेड्स

भारत ने पहली बार 1994-95 में Harpy Drones खरीदे थे। शुरुआत में लगभग 25 यूनिट्स खरीदी गई थीं। इसके बाद समय-समय पर इनके अपग्रेड्स भी किए गए। साल 2009 में भारत ने Harpy NG यानी ‘नई जनरेशन’ वर्जन की डील भी की। खास बात यह है कि 2015 में चीन ने इस पर आपत्ति भी जताई थी जब भारत ने IAI से एक बड़ी संख्या में Harpy NG अपग्रेड कराए। मगर भारत ने अपनी रक्षा नीति में किसी तरह का समझौता नहीं किया।

Harpy Drone की कीमत

Harpy Drone की सटीक कीमत को सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन सैन्य विशेषज्ञों के अनुसार एक यूनिट की लागत करीब 10 से 15 करोड़ रुपये हो सकती है, जो इसके आत्मघाती उपयोग और एडवांस सिस्टम को देखते हुए वाजिब मानी जाती है।

पाकिस्तान के खिलाफ भारत का कदम

हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत ने सीमावर्ती क्षेत्रों में Harpy Drones की तैनाती की है ताकि पाकिस्तान की एयर डिफेंस प्रणाली को निष्क्रिय किया जा सके। LOC और IB के पास पाकिस्तान के रडार सिस्टम को नष्ट करने के लिए ये ड्रोन तैयार हैं। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान द्वारा अपने कुछ रडार बेस को सक्रिय करने की जानकारी मिलते ही भारत ने Harpy Drones को ‘ऑन स्टैंडबाय मोड’ में डाल दिया है। इसका साफ मतलब है कि अगर कोई आक्रामक कदम उठाया गया, तो जवाब में भारत सीधे उनके रडार नेटवर्क को उड़ाने में देर नहीं लगाएगा।

क्यों है ये ड्रोन पाकिस्तान के लिए डरावना?

पाकिस्तान की एयर डिफेंस सिस्टम में पहले से ही कई खामियां हैं। Harpy Drone उन कमजोरियों को सीधा निशाना बनाता है। यह न केवल दुश्मन की निगरानी प्रणाली को अंधा कर सकता है, बल्कि इससे बिना किसी पायलट को खतरे में डाले दुश्मन की जड़ें हिला दी जाती हैं। इसके अलावा, इसकी ‘stealth’ क्षमता और स्वचालित ऑपरेशन इसे युद्ध के नए युग का घातक हथियार बनाते हैं। पाकिस्तान जैसे देश के लिए इससे निपटना तकनीकी और सामरिक दोनों ही स्तर पर बहुत चुनौतीपूर्ण है।

आसमान में भारत की दहाड़

Harpy Drone सिर्फ एक UAV नहीं, बल्कि एक रणनीतिक गेमचेंजर है। यह भारतीय वायुसेना और थलसेना दोनों के लिए एक ऐसा हथियार है जो दुश्मन के रडार को जड़ से मिटाने की ताकत रखता है। आत्मघाती हमले की इसकी शैली और अचूक टारगेटिंग इसे पाकिस्तान जैसे पड़ोसियों के लिए भय का पर्याय बना चुकी है। जब भारत की सीमाओं पर खतरे के बादल मंडराते हैं, तो Harpy जैसे ड्रोन आसमान से मौत बनकर बरसने को तैयार रहते हैं। अब दुनिया को समझना होगा कि नया भारत सिर्फ जवाब नहीं देता वो पहले ही खतरे को खत्म कर देता है।

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Harsh Srivastava

News Cordinator and News Writer

Harsh Shrivastava is an enthusiastic journalist who has been actively writing content for the past one year. He has a special interest in crime, politics and entertainment news. With his deep understanding and research approach, he strives to uncover ground realities and deliver accurate information to readers. His articles reflect objectivity and factual analysis, which make him a credible journalist.

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