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International Yoga Day 2025: राष्ट्रपति से लेकर पीएम मोदी तक, पूरे भारत में उमड़ा योग शक्ति का सैलाब!

International Yoga Day 2025 पर भारत में दिखा अद्भुत उत्साह! राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक, देशभर के नेताओं और नागरिकों ने योग में भाग लिया। जानिए इस ऐतिहासिक दिन की खास बातें और संदेश।

Harsh Sharma
Published on: 21 Jun 2025 10:24 AM IST (Updated on: 21 Jun 2025 10:28 AM IST)
International Yoga Day
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International Yoga Day 

International Yoga Day 2025: 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आज पूरे देश में योग का अद्भुत और प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्री और हजारों नागरिकों ने मिलकर इस दिन को योगमय बना दिया।

पीएम मोदी ने विशाखापत्तनम से किया नेतृत्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित भव्य योग कार्यक्रम का नेतृत्व किया। उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी शामिल हुए। कार्यक्रम में तीन लाख से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा: “आज की दुनिया तनाव और अस्थिरता से गुजर रही है। ऐसे समय में योग शांति, संतुलन और सामूहिक एकता का मार्ग है। आइए हम सब मिलकर योग को एक जन आंदोलन बनाएं।”

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश

देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देहरादून में योग करते हुए योग दिवस मनाया। उन्होंने नागरिकों से योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की और कहा: "योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि आत्मा और शरीर का मेल है, जो हमें संपूर्ण स्वास्थ्य प्रदान करता है।"

केंद्रीय मंत्री और नेताओं ने बढ़ाया उत्साह

नितिन गडकरी ने नागपुर में योग किया और कहा, “योग न केवल शरीर को स्वस्थ बनाता है, बल्कि मन और आत्मा को भी संतुलित करता है।” निर्मला सीतारमण, शिवराज सिंह चौहान, जेपी नड्डा और अन्य कई केंद्रीय मंत्रियों ने दिल्ली में योग कर लोगों को प्रेरित किया।

राज्य सरकारों की सक्रिय भागीदारी

उत्तराखंड: गैरसैंण में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने योग किया और प्रदेशवासियों को बधाई दी।

असम: सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी में लोगों के साथ योग किया और कहा, "पूरा असम आज उमंग और उत्साह से भरा है। हमने पीएम मोदी का प्रेरणादायक भाषण सुना।"

मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने योग करते हुए कहा, “आज वर्ष का सबसे बड़ा दिन है। यह योग के लिए भी बहुत विशेष है।”

महाराष्ट्र: सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पुणे में योग कार्यक्रम का नेतृत्व किया और कहा, "सभी वर्गों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, यह जन-जन का उत्सव है।"

दिल्ली में भी दिखा योग का उत्साह

रेखा गुप्ता, दिल्ली की सीएम, और सांसद मनोज तिवारी ने राजधानी में योग कर लोगों को संदेश दिया। दिल्ली में कई योग शिविरों में लोगों की भारी भागीदारी देखी गई।

योग दिवस बना जन आंदोलन

इस वर्ष की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” रही, जो बताती है कि हमारा स्वास्थ्य प्रकृति, पर्यावरण और समाज से गहराई से जुड़ा हुआ है। योग, न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को, बल्कि सामूहिक संतुलन और सामंजस्य को भी बढ़ावा देता है। आज का दिन यह साबित करता है कि योग भारत की सांस्कृतिक धरोहर ही नहीं, बल्कि वैश्विक शांति और स्वास्थ्य का माध्यम बन चुका है। नेताओं की भागीदारी ने यह दिखाया कि जब नेतृत्व खुद पहल करे, तो समाज में परिवर्तन की लहर आना तय है।राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्री और हजारों नागरिकों ने मिलकर इस दिन को योगमय बना दिया।

पीएम मोदी ने विशाखापत्तनम से किया नेतृत्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित भव्य योग कार्यक्रम का नेतृत्व किया। उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी शामिल हुए। कार्यक्रम में तीन लाख से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा: “आज की दुनिया तनाव और अस्थिरता से गुजर रही है। ऐसे समय में योग शांति, संतुलन और सामूहिक एकता का मार्ग है। आइए हम सब मिलकर योग को एक जन आंदोलन बनाएं।”

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश

देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देहरादून में योग करते हुए योग दिवस मनाया। उन्होंने नागरिकों से योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की और कहा: "योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि आत्मा और शरीर का मेल है, जो हमें संपूर्ण स्वास्थ्य प्रदान करता है।

केंद्रीय मंत्री और नेताओं ने बढ़ाया उत्साह

नितिन गडकरी ने नागपुर में योग किया और कहा, “योग न केवल शरीर को स्वस्थ बनाता है, बल्कि मन और आत्मा को भी संतुलित करता है।” निर्मला सीतारमण, शिवराज सिंह चौहान, जेपी नड्डा और अन्य कई केंद्रीय मंत्रियों ने दिल्ली में योग कर लोगों को प्रेरित किया।

राज्य सरकारों की सक्रिय भागीदारी

उत्तराखंड: गैरसैंण में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने योग किया और प्रदेशवासियों को बधाई दी।

असम: सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी में लोगों के साथ योग किया और कहा, "पूरा असम आज उमंग और उत्साह से भरा है। हमने पीएम मोदी का प्रेरणादायक भाषण सुना।"

मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने योग करते हुए कहा, “आज वर्ष का सबसे बड़ा दिन है। यह योग के लिए भी बहुत विशेष है।”

महाराष्ट्र: सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पुणे में योग कार्यक्रम का नेतृत्व किया और कहा, "सभी वर्गों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, यह जन-जन का उत्सव है।"

दिल्ली में भी दिखा योग का उत्साह

रेखा गुप्ता, दिल्ली की सीएम, और सांसद मनोज तिवारी ने राजधानी में योग कर लोगों को संदेश दिया। दिल्ली में कई योग शिविरों में लोगों की भारी भागीदारी देखी गई।

योग दिवस बना जन आंदोलन

इस वर्ष की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” रही, जो बताती है कि हमारा स्वास्थ्य प्रकृति, पर्यावरण और समाज से गहराई से जुड़ा हुआ है। योग, न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को, बल्कि सामूहिक संतुलन और सामंजस्य को भी बढ़ावा देता है। आज का दिन यह साबित करता है कि योग भारत की सांस्कृतिक धरोहर ही नहीं, बल्कि वैश्विक शांति और स्वास्थ्य का माध्यम बन चुका है। नेताओं की भागीदारी ने यह दिखाया कि जब नेतृत्व खुद पहल करे, तो समाज में परिवर्तन की लहर आना तय है।

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Harsh Sharma

Harsh Sharma

Content Writer

हर्ष नाम है और पत्रकारिता पेशा शौक बचपन से था, और अब रोज़मर्रा की रोटी भी बन चुका है। मुंबई यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया, फिर AAFT से टीवी पत्रकारिता की तालीम ली। करियर की शुरुआत इंडिया न्यूज़ से की, जहां खबरें बनाने से ज़्यादा, उन्हें "ब्रेकिंग" बनाने का हुनर सीखा। इस समय न्यूज़ ट्रैक के लिए खबरें लिख रहे हैं कभी-कभी संजीदगी से, और अक्सर सिस्टम की संजीदगी पर हल्का-फुल्का कटाक्ष करते हुए। एक साल का अनुभव है, लेकिन जज़्बा ऐसा कि मानो हर प्रेस कॉन्फ्रेंस उनका पर्सनल डिबेट शो हो।

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