संसद में मराठी सांसदों ने निशिकांत दुबे को घेरा! 'जय महाराष्ट्र' बोलकर बच निकले, भाषा विवाद अब संसद तक पहुंचा

महाराष्ट्र में जारी हिंदी बनाम मराठी विवाद अब दिल्ली की संसद तक पहुंच चुका है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को मराठी सांसदों ने संसद में घेरा और उनसे विवादित बयान पर सफाई मांगी।

Harsh Sharma
Published on: 24 July 2025 11:38 AM IST
Nishikant Dubey, Marathi MPs, Hindi vs Marathi controvers
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Nishikant Dubey, Marathi MPs, Hindi vs Marathi controvers

महाराष्ट्र में जारी हिंदी बनाम मराठी विवाद दिल्ली की संसद तक पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक, संसद की लॉबी में निशिकांत दुबे को मराठी सांसदों ने घेरा था। इसके बाद निशिकांत दुबे जय महाराष्ट्र बोले थे। एक चैनल से फोन पर बातचीत में कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने ये दावा किया किया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।

पूरा मामला?

कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने बताया कि संसद भवन की लॉबी में उन्होंने और अन्य मराठी सांसदों ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को घेर लिया था। उन्होंने दुबे से पूछा कि उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ क्यों आपत्तिजनक बयान दिया। गायकवाड़ ने कहा, "हमने उनसे पूछा, 'किसे-किसे पटक-पटक कर मारोगे?' इस सवाल को सुनकर निशिकांत दुबे चुप हो गए और थोड़े घबराए हुए नजर आए। उन्होंने कहा, 'नहीं-नहीं, ऐसा नहीं है... जय महाराष्ट्र!' और फिर वहां से भाग खड़े हुए।"

घटनाक्रम का विवरण

घटना दोपहर करीब 12:30 बजे हुई। उस समय महाराष्ट्र के मराठी सांसद निशिकांत दुबे को खोज रहे थे। इसी दौरान मनोज तिवारी नजर आए। वर्षा गायकवाड़ ने उनसे पूछा कि निशिकांत दुबे कहां हैं। इसी बीच, दुबे खुद आकर वहां खड़े हो गए। इसके बाद गायकवाड़, प्रतिभा धानोरकर, शोभा बच्छाव और अन्य महिला सांसदों ने दुबे से सवाल किया कि उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ क्यों बयान दिया था। महिला सांसदों के आक्रामक सवालों से निशिकांत दुबे थोड़े घबराए और उन्होंने 'जय महाराष्ट्र' का नारा लगाकर वहां से निकलने की कोशिश की। इस दौरान अन्य सांसद भी वहां जमा हो गए। यह सारा घटनाक्रम संसद की कैंटीन के पास हुआ।

विवाद क्यों हो रहा है?

हाल ही में मुंबई में हिंदी बनाम मराठी का विवाद बढ़ता जा रहा है। मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा हिंदी बोलने वालों के साथ मारपीट और विवाद के वीडियो सामने आए थे। इस पर निशिकांत दुबे ने कहा था, "तुम लोग हमारे पैसों पर पल रहे हो। तुम लोगों के पास क्या उद्योग हैं? अगर तुममें इतनी हिम्मत है कि हिंदी बोलने वालों को पीटते हो, तो उर्दू, तमिल, तेलुगु बोलने वालों को भी पीटना चाहिए। अगर तुम बड़े बॉस हो तो महाराष्ट्र से बाहर आकर बिहार, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु में आकर देखो – हम तुमको पटक-पटक कर मारेंगे।" इसके अलावा उन्होंने कहा, "हम मराठी और महाराष्ट्र के लोगों का सम्मान करते हैं, जिन्होंने भारत की आज़ादी के लिए संघर्ष किया। बीएमसी चुनाव आ रहे हैं, और इसलिए राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे घटिया राजनीति कर रहे हैं। अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें माहिम जाकर हिंदी और उर्दू बोलने वालों को पीटना चाहिए।

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