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गुटखे के छींटों पर भड़के MLA बेदीराम, डॉक्टर ने दिया तगड़ा जवाब – 'आपके जैसे कई देखे हैं!
गाजीपुर के जखनिया सीएचसी में सुभासपा विधायक बेदीराम के निरीक्षण के दौरान हंगामा मच गया। अस्पताल में मिली खामियों और गंदगी को लेकर विधायक ने सीएचसी प्रभारी डॉक्टर योगेंद्र यादव को फटकार लगाई। जानिए क्या हुआ इस मौके पर।
MLA Bediram
यूपी के गाजीपुर जिले के जखनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में शुक्रवार दोपहर एक बड़ा हंगामा हुआ। जब सुभासपा विधायक बेदीराम ने अचानक अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें अस्पताल की कई खामियां और गंदगी मिली, जिससे वह गुस्से में आ गए। विधायक ने सीएचसी प्रभारी डॉक्टर योगेंद्र यादव को खूब फटकार लगाई। लगभग आधे घंटे तक चले इस हंगामे के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
निरीक्षण के दौरान मिली खामियां
विधायक बेदीराम दोपहर करीब 12 बजे जखनिया सीएचसी पहुंचे और एक घंटे तक अस्पताल परिसर और वार्डों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से भी बातचीत की। कुछ मरीजों ने शिकायत की कि उन्हें अस्पताल से दवाएं नहीं मिल रही हैं और बाहर से दवाएं लिखवाई जा रही हैं। अस्पताल की सफाई व्यवस्था भी काफी खराब पाई गई। एक जगह बाल्टी में कचरा भरा हुआ था, जिस पर विधायक ने नाराजगी जताई। इसी दौरान एक बच्चे ने बताया कि उसे बाहर से दवा दी गई है। वहीं, एक व्यक्ति ने यह शिकायत की कि डॉक्टर ने उससे 500 रुपये लिए हैं। इन शिकायतों से विधायक और अधिक गुस्से में आ गए।
गुटखा खाने पर विधायक हुए नाराज
निरीक्षण के दौरान विधायक बेदीराम ने सीएचसी प्रभारी डॉक्टर योगेंद्र यादव से कर्मचारियों की उपस्थिति के बारे में पूछा। इस पर डॉक्टर ने मौके पर ही कर्मचारियों की हाजिरी रजिस्टर में दर्ज करना शुरू कर दिया, जिससे विधायक नाराज हो गए। विधायक ने कहा कि हाजिरी समय पर लगनी चाहिए, बाद में दिखावा करना सही नहीं है। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर पर गुटखा खाने का आरोप लगाया और कहा, "आप मेरे सामने मुंह में गुटखा भरकर बात करेंगे? क्या यही आपकी तमीज है?"
डॉक्टर और विधायक के बीच विवाद
विधायक की डांट से नाराज होकर डॉक्टर योगेंद्र यादव ने कहा कि उन्होंने कई विधायक देखे हैं और वह इस्तीफा भेज देंगे। इसके बाद वह हाथ जोड़कर उठ खड़े हुए और चुपचाप चैंबर से बाहर चले गए। विधायक ने कहा कि अगर उन्हें कोई सवाल था, तो प्रभारी डॉक्टर को सामने आकर जवाब देना चाहिए था, न कि कुर्सी छोड़कर भागना चाहिए था। निरीक्षण के बाद विधायक बेदीराम ने कहा कि उन्होंने बिना किसी पूर्व सूचना के दौरा किया था, ताकि असली स्थिति सामने आ सके। उन्हें पहले से ही शिकायतें मिल रही थीं कि मरीजों को बाहर से दवाएं लिखी जाती हैं और अस्पताल में कई गड़बड़ियां हैं। निरीक्षण में मिली खामियां इन शिकायतों को सही साबित करती हैं। विधायक ने कहा कि सरकार की योजना के अनुसार, अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवाएं और सुविधाएं मिलनी चाहिए, लेकिन जखनिया सीएचसी में हालात खराब हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर को भी जनता के प्रति जिम्मेदार होना चाहिए।
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