'PM मोदी जल्द होंगे रिटायर?' लाल किले से RSS की तारीफ पर मचा बवाल, कांग्रेस ने कसा तंज

PM Modi praise RSS: स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से RSS की तारीफ कर प्रधानमंत्री मोदी ने मचाया सियासी तूफान। कांग्रेस ने संवैधानिक मूल्यों के उल्लंघन का आरोप लगाया और पीएम के जल्द रिटायर होने के संकेत दिए।

Harsh Srivastava
Published on: 15 Aug 2025 3:05 PM IST
PM मोदी जल्द होंगे रिटायर? लाल किले से RSS की तारीफ पर मचा बवाल, कांग्रेस ने कसा तंज
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PM Modi praise RSS: 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की जमकर तारीफ की, जिसके बाद देश की सियासत में भूचाल आ गया है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के इस कदम को भारत के संवैधानिक और धर्मनिरपेक्ष ढांचे का उल्लंघन बताया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए न केवल उनके भाषण को "बासी, पाखंडी और नीरस" बताया, बल्कि यह भी तंज कसा कि पीएम मोदी जल्द ही रिटायर होने वाले हैं।

'RSS का नाम लेना संवैधानिक गणराज्य की भावना के खिलाफ'

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "आज प्रधानमंत्री के भाषण का सबसे परेशान करने वाला पहलू लाल किले की प्राचीर से आरएसएस का नाम लेना था, जो एक संवैधानिक, धर्मनिरपेक्ष गणराज्य की भावना का स्पष्ट उल्लंघन है।" उन्होंने आरोप लगाया कि यह पीएम मोदी द्वारा RSS को खुश करने का एक "हताश प्रयास" है, खासकर उनके अगले महीने 75वें जन्मदिन से पहले।

रमेश का इशारा हाल ही में RSS प्रमुख मोहन भागवत की उस टिप्पणी की तरफ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि नेताओं को 75 साल की उम्र होने पर युवा नेताओं को मौका देना चाहिए। इस टिप्पणी को विपक्ष ने पीएम मोदी पर एक 'अप्रत्यक्ष हमला' माना था, और अब जयराम रमेश ने इसे सीधे-सीधे प्रधानमंत्री के कार्यकाल से जोड़ दिया है।

'4 जून 2024 के बाद कमजोर हो चुके हैं पीएम मोदी'

जयराम रमेश ने पीएम मोदी की राजनीतिक स्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "4 जून, 2024 की घटनाओं के बाद निर्णायक रूप से कमज़ोर हो चुके प्रधानमंत्री मोदी पूरी तरह से RSS की दया और मोहन भागवत के आशीर्वाद पर निर्भर हैं।" उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी व्यक्तिगत और संगठनात्मक लाभ के लिए स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व का राजनीतिकरण कर रहे हैं, जो "हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए बेहद हानिकारक" है।

एक और कांग्रेस नेता मणिकम टैगौर ने भी इस पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने RSS पर निशाना साधते हुए कहा, "संघ की विरासत विदेशी उपनिवेशवाद के खिलाफ लड़ने की नहीं, बल्कि हम भारतीयों के बीच नफरत और फूट फैलाने की है।" उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने सिर्फ संघ को खुश करने के लिए उसकी तारीफ की, जो "असली स्वतंत्रता सेनानियों की यादों का अपमान" है।

पीएम मोदी ने क्या कहा था?

अपने भाषण में, पीएम मोदी ने RSS की तारीफ करते हुए कहा, "आज से 100 साल पहले एक संगठन का जन्म हुआ। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, इन सौ सालों की राष्ट्र की सेवा की यात्रा बहुत गौरव पूर्ण है।" उन्होंने RSS को दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ बताते हुए कहा कि व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण का लक्ष्य लेकर अनेक स्वयंसेवकों ने मां भारती के कल्याण के लिए अपना जीवन न्यौछावर किया है। उन्होंने कहा, "आज मैं लाल किले की प्राचीर से उन सभी स्वयंसेवकों को नमन करता हूं।" पीएम मोदी के इस बयान और कांग्रेस के पलटवार ने देश की राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस छेड़ दी है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और भी गरमा सकता है।

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Harsh Shrivastava is an enthusiastic journalist who has been actively writing content for the past one year. He has a special interest in crime, politics and entertainment news. With his deep understanding and research approach, he strives to uncover ground realities and deliver accurate information to readers. His articles reflect objectivity and factual analysis, which make him a credible journalist.

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