RCB की जीत के पीछे प्रेमानंद जी महाराज का हाथ? IPL जीतते ही होने लगे ट्रेंड!

RCB Wins IPL 2025: RCB ने जीता IPL 2025 का खिताब! विराट कोहली के आंसुओं ने बयां की 18 साल की कहानी। क्या इस ऐतिहासिक जीत के पीछे वृंदावन वाले प्रेमानंद जी महाराज का हाथ है? जानें विराट की आस्था और टीम की किस्मत का अनोखा कनेक्शन।

Harsh Srivastava
Published on: 4 Jun 2025 3:19 PM IST
RCB Wins IPL 2025
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RCB Wins IPL 2025

RCB Wins IPL 2025: एक टीम, एक सपना, और एक इंतज़ार 18 साल लंबा, संघर्षों से भरा, और भावनाओं से सराबोर। कल रात क्रिकेट की दुनिया में जो हुआ, वो सिर्फ एक ट्रॉफी जीतने की कहानी नहीं थी, वो सालों की आस्था, जुनून और आत्मबल का विस्फोट था। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने आखिरकार वो कर दिखाया, जिसे उनके करोड़ों फैंस ने हर IPL सीजन में आंखों में बसाया था। पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर RCB ने अपना पहला IPL खिताब जीत लिया। मैच के आखिरी ओवर तक फैंस की धड़कनें थमी हुई थीं, लेकिन जीत के बाद मैदान पर जो नज़ारा देखने को मिला, उसने हर क्रिकेट प्रेमी की आंखें नम कर दीं। विराट कोहली मैदान पर घुटनों के बल बैठकर फूट-फूट कर रोने लगे। जीत का ये पल सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि एक पूरी पीढ़ी के लिए भावनात्मक विजय बन गया।

विराट के आंसुओं के पीछे छिपी 'श्रद्धा' की कहानी

RCB की इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही सोशल मीडिया पर एक और नाम तेजी से ट्रेंड करने लगा वृंदावन वाले प्रेमानंद जी महाराज। ट्विटर से लेकर इंस्टाग्राम तक हर जगह लोग लिखने लगे, "ये जीत सिर्फ मेहनत की नहीं, ये महाराज के आशीर्वाद की भी है।" दरअसल, पिछले कुछ वर्षों से विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा का प्रेमानंद महाराज से विशेष लगाव देखा गया है। उन्होंने कई बार वृंदावन में उनके आश्रम का दौरा किया है। खास बात ये रही कि जब-जब विराट संघर्ष में थे और महाराज से मिलने गए, उसके बाद उनके करियर में सकारात्मक मोड़ आया। विराट के फैन्स ये तक कहने लगे हैं कि विराट की बैटिंग में जो फिनिशिंग टच है, उसमें महाराज का 'स्पिरिचुअल टच' भी शामिल है। उनके अनुसार, विराट का बल्ला तब ही गरजता है, जब वो वृंदावन में जाकर अपनी आत्मा को शांत करते हैं।

संन्यास, संघर्ष और फिर से शुरूआत

विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी। अगले ही दिन वह पत्नी अनुष्का के साथ वृंदावन पहुंचे और प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की। करीब 15 मिनट चली उस निजी वार्ता में विराट ने महाराज से खुद के अंदर चल रहे संघर्षों की बात साझा की। उन्होंने पूछा कि *"कैसे कोई इंसान असफलता से उबर सकता है?" महाराज ने उन्हें आत्मसंयम, भक्ति और विश्वास का मार्ग बताया। और बस, वहीं से एक नए विराट की शुरूआत हुई। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ तीन साल बाद पहला शतक जड़ा, टेस्ट में भी धमाकेदार वापसी की, और फिर 2024 से लेकर अब तक वह लगातार फॉर्म में हैं।

आस्था और आंकड़े क्या कोई संबंध है?

एक तरफ जहां खेल के जानकार इसे कड़ी मेहनत और रणनीति का नतीजा मान रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज के भक्तों की एक फौज इसे "आशीर्वाद का प्रताप"* बता रही है। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि IPL से पहले विराट ने फिर से आश्रम में समय बिताया था और उसके बाद RCB की किस्मत ही बदल गई।

क्या अब RCB की जर्सी में होगा 'वृंदावन' का भी नाम?

क्रिकेट कभी सिर्फ खेल नहीं रहा ये भावना है, विश्वास है और कभी-कभी श्रद्धा भी। RCB की इस जीत के पीछे कप्तान, टीम, फॉर्म और फैंस का योगदान तो है ही, लेकिन अब एक नया आयाम जुड़ चुका है आध्यात्म का। विराट कोहली के आंसू उस पल के थे, जब एक क्रिकेटर अपने संघर्षों से ऊपर उठकर जीत को गले लगाता है। लेकिन अगर उन आंसुओं के पीछे कोई 'आशीर्वाद' भी था, तो शायद अब क्रिकेट में भी भक्ति का नया अध्याय शुरू हो चुका है। क्या अगली बार मैदान में उतरने से पहले हर खिलाड़ी वृंदावन का टिकट बुक करेगा?

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Harsh Srivastava

News Cordinator and News Writer

Harsh Shrivastava is an enthusiastic journalist who has been actively writing content for the past one year. He has a special interest in crime, politics and entertainment news. With his deep understanding and research approach, he strives to uncover ground realities and deliver accurate information to readers. His articles reflect objectivity and factual analysis, which make him a credible journalist.

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