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घर बचाने के लिए निवासी दे रहे पहरा, कॉलोनी गिराने पहुंची एलडीए टीम का हुआ विरोध, तो मुख्य मार्ग को खोद दिया
Lucknow News: लखनऊ की अवध रेजीडेंसी कॉलोनी को एलडीए ने अवैध करार देकर घर गिराने की कार्रवाई शुरू की थी। उसका निवासियों ने विरोध किया। उसके बाद एलडीए ने मुख्य मार्ग को खोद दिया। जिससे लोग घरों में कैद है।
Lucknow News: शहर के अवध रेजीडेंसी के लोग मानसिक तनाव से गुजर रहे है। इस कॉलोनी में कुल 28 परिवार रहते है। सभी को एक ही डर है। उनका घर एलडीए गिरा न दे। घरों को अवैध करार देते हुए बाहर दीवार पर एलडीए द्वारा सील लिखा जा चुका है। एलडीए की टीम घर गिराने आ चुकी है, लेकिन निवासियों के प्रदर्शन के चलते वापस चली गई थी। उसके बाद से लोग परेशान है। घरों को बचाने के लिए सरकार व प्रशासन से गुहार लगाते घूम रहे है।
मकान को 50 लाख से ज्यादा में खरीदा
शहर के आमौसी एयरपोर्ट के पास स्थित अवध रेजीडेंसी का निर्माण बिल्डर राधेश्याम ओझा करवा रहा है। उसमें कुल 40 घर है। उसमें से 28 मकान बिक चुके है। बिजली की लाइन है। निवासियों के नाम कनेक्शन है। जिन घर में 150 से ज्यादा लोग रहते है। इन मकान को 50 लाख से ज्यादा कीमत देकर खरीदा है। ज्यादातर लोग ने लोन करवाया है। एलडीए ने कुछ समय पहले निवासियों को एनओसी न होने की नोटिस दिया। जब लोगों ने एयरपोर्ट ऑथोरिटी से एनओसी ले ली है। उसके बाद 11 अन्य प्रकार की एनओसी न होने की बात कही है। एनओसी लेने का काम बिल्डर का था। उसके बाद भी लोगों ने दौड़ लगाकर कुछ एनओसी ली।
एलडीए की टीम कॉलोनी गिराने थी पहुंची
जबकि कुछ एनओसी नहीं मिल पाई। अब एलडीए ने अवैध बताकर कॉलोनी पर कार्रवाई शुरू कर दी है। 14 अगस्त को एलडीए टीम ने कॉलोनी के घरों पर सीलिंग की कार्रवाई कर दी। जिन घरों में लोग रहते है उनके बाहर भी एलडीए ने खिलाफ दिया यह मकान एलडीए द्वारा सील है। उसके कुछ दिन बाद एलडीए की टीम कॉलोनी गिराने पहुंची थी। जहां लोगों ने एलडीए टीम का विरोध किया। घर गिराने से रोक दिया। उसके बाद कॉलोनी जाने वाले मुख्य मार्ग को एलडीए की टीम ने बुलडोजर से खोद दिया। अब लोगों को घरों में कैद है। अब निवासियों के घर तक सिर्फ दोपहिया वाहन ही पहुंच पा रहे है।
पति कारगिल में तैनात, उनका घर तोड रहे
इन घरों में ज्यादातर परिवार प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले है। न्यूजट्रैक को भावुक होकर एक महिला ने बताया कि उनके पति सेना में है। उनकी तैनाती कारगिल में है। यहां उनका घर तोड़ा जा रहा है उनको ये खबर तक नहीं है। वह देश की सुरक्षा में लगे है यहां उनका परिवार ही सुरक्षित नहीं है। इसी तरह से विभिन्न परिवारों अपना दर्द न्यूजट्रैक के साथ साझा किया है। निवासियों को डर है कहीं उनके घर को एलडीए तोड़ न दे। उस कारण लोग काम पर नहीं जा रहे है। अपने घर पर पहरा दे रहे है। वहीं कुछ लोग कानूनी सलाह ले रहे है। इस समय अवध रेजीडेंसी के लोग मानसिक तनाव से गुजर रहे है।
निवासी न्यूजट्रैक से बोलें
हमने बैक से लोन लेकर घर खरीदा है। मेरे पति प्राइवेट जॉब करते है। जीवन में घर बनाना मुश्किल है। उसको भी एलडीए अवैध बताकर गिराने की कोशिश कर है। जब खरीद रहे थे तब एलडीए ने अवैध क्यों नहीं बताया। घर गिराने से पहले बिल्डर से मुआवजा दिलाया जाएं। - पूजा मिश्रा, निवासी
एलडीए और बिल्डर मिले हुए है। कुछ दिन पहले एलडीए के लोग आएं और घर के बाहर एलडीए द्वारा सील लिख करके चले गए है। हम लोग को एलडीए परेशान कर रहा है। मेरे पति सेना में है। हम लोग पर क्या बीत रही उनको नहीं पता है। हमारे घर को गिराने से रोका जाएं। -रीना सिंह, निवासी
एलडीए की टीम घर गिराने आई थी। निवासियों ने विरोध किया तो मुख्य मार्ग को खोदकर चली गई है। कॉलोनी के निवासियों का बाहर निकलना तक मुश्किल है। एलडीए को घर गिराना है तो पहले बिल्डर से मुआवजा दिलाया जाएं। उसके बाद घरों को गिराया जाएं। -ललित कुमार, निवासी
एलडीए ने बताया कि एनओसी नहीं है। हम लोग ने कई एनओसी ली है। जबकि ये एनओसी का काम बिल्डर का था। उस पर कार्रवाई करनी चाहिए। बिल्डर के साथ में एलडीए के लोग मिले हुए है। हमारे घरों को अवैध बता करके एलडीए गिराना चाहता है। ये सरासर गलत कदम है। -चेतन, निवासी
वह जमीन ग्रीन बेल्ट की है। उसके लिए नोटिस दी गई थी। अभी घरों का मामला कोर्ट मेें है। सड़क से सामान ले जाकर बिल्डर घर बनवा रहा है। लोगों को गुमराह करके बेच रहा है। इसलिए मार्ग को खोद दिया गया है। कोर्ट का फैसला आते ही कार्रवाई करेंगे। -देवांश त्रिवेदी, जोनल अधिकारी
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