Maoists surrender in Jharkhand: झारखंड में 10 नक्सलियों ने किया डीजीपी के समक्ष आत्मसमर्पण

Maoists surrender in Jharkhand: झारखंड के चाइबासा में भाकपा माओवादी संगठन के 10 नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक अनुराग गुप्ता के सामने आत्मसमर्पण किया। सरकार की पुनर्वास नीति और पुलिस की सख्त कार्रवाई के चलते ये बड़ी सफलता मानी जा रही है।

Manu Shukla
Published on: 25 Sept 2025 5:23 PM IST (Updated on: 25 Sept 2025 5:28 PM IST)
Maoists surrender in Jharkhand
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Maoists surrender in Jharkhand IANS

Maoists surrender in Jharkhand: झारखंड में नक्सल विवाद संगठन को बड़ी सफलता मिली है। चाइबासा में सक्रिय भाकपा के 10 माओवादियों ने पुलिस अधीक्षक अनुराग गुप्ता और अन्य अधिकारियों के समक्ष समर्पण कर दिया है। सरेंडर करने वालों में 6 पुरुष और चार महिलाये शामिल थी। पुलिस के अनुसार सभी 1 करोड़ के इनामी नक्सलवादी मिसिर बेसरा उर्फ सागर और पतिराम मांझी के दस्ते से जुड़े हुए हैं।

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में राँडों बोर्डपाई, गर्दी कोड़ा, जोहन पूर्ति, निरसों सीदू, घोनोर देवगम, गौमेया कोड़ा, केरा कोड़ा, कैरी कायम, सावित्री गोप और पुलिस की लगातार कारवाई का परिणाम माना जा रहा है। चाइबासा स्थित पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में सभी नक्सलियों ने हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटने का संकल्प लिया। इसे सरकार की पुनर्वास नीति और पुलिस की लगातार कार्रवाई का परिणाम माना जा रहा है। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने सरेंडर करने वाले नक्सलियों का स्वागत करते हुए कहा कि झारखंड की आत्मसमर्पण नीति देश की सर्वश्रेष्ठ नीतियों में से एक है। उन्होंने कहा- जो नक्सली आत्मसमर्पण करेंगे, उन्हें नई ज़िंदगी का अवसर मिलेगा, लेकिन जो हथियार उठाए रखेंगे, उनके खिलाफ़ बड़ी कारवाई की जाएगी। डीजीपी ने साथ ही ये भी स्पष्ट किया कि पुलिस के पास नक्सलियों की गतिविधियों का पूरा डेटा है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

विभिन्न मुठभेड़ों में मारे जा चुके हैं 31 नक्सली

आत्मसमर्पण कार्यक्रम में सीआरपीएफ के आईजी साकेत सिंह आईजी अभियान माइकल एस। राज, आईजी एसटीएफ अनूप बिरथरे, डीआईजी कोलहान अनुरंजन विफ़ोता और चाइबासा एसपी अमित रेनू सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले एक सितंबर को लोतहार जिले में प्रतिबिंब संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद के नौ उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया था। आत्मसमर्पण करने वालों में से चार ऐसे उग्रवादी थे जिन पर पाँच पाँच लाख रुपये का इनाम घोषित था। एक पर तीन लाख रुपये का इनाम था, जबकि चार अन्य कई नक्सली वारदातों में वांटेड थे। उस मौके पर उग्रवादियों ने पाँच एके 47 राइफल सहित बड़ी संख्या में हथियार और कारतूस पुलिस को सौंपे थे। अधिकारियों का कहना है कि मार्च 2026 तक झारखंड को पूरी तरह नक्सलमुक्त बनाने के लिए अभियान तेज किया गया है। इस वर्ष अब तक 31 नक्सली विभिन्न मुठभेड़ों में मारे जा चुके हैं।

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I'm Manu Shukla, a journalist based in Lucknow with roots in a small village. Driven by creativity, hard work and honesty, I aim to bring a fresh perspective to journalism. I've previously worked with Jan Express, a Lucknow-based news channel, and have now embarked on an enriching learning journey with Newstrack.

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