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Anjikuni Lake Ghost Story: अंजिकुनी झील की वो रात, जब खाली हो गईं कब्रें , क्या थी पूरी साजिश या कोई भूतिया कहानी, चलिए जानें

Anjikuni Lake Ghost Story: कुछ लोग इसे एलियन अपहरण से जोड़ते हैं, तो कुछ इसे प्राकृतिक आपदा या सुपरनैचुरल घटना मानते हैं।

Akshita Pidiha
Published on: 7 July 2025 7:25 PM IST
Anjikuni Lake Ghost Story Graves became Empty
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Anjikuni Lake Ghost Story: कनाडा का नुनावुत (Nunavut) इलाका, जहाँ सर्दियाँ इतनी सख्त होती हैं कि साँसें भी जम जाएँ। यहाँ की अंजिकुनी झील कज़ान नदी के किनारे बसी है। चारों तरफ बर्फीला टुंड्रा, जहाँ जिंदगी मुश्किल है, लेकिन इन्यूट लोग सदियों से यहाँ मछली पकड़कर और शिकार करके जिंदगी बसर करते आए हैं। नवंबर 1930 की एक ठंडी रात को, एक फर ट्रैपर (खाल का व्यापारी) जो लैबेल (Joe Labelle) इस गाँव में रुका। जो को इस गाँव की गर्मजोशी और मेहमाननवाजी का अंदाजा था, क्योंकि वो पहले भी यहाँ आ चुका था। लेकिन इस बार, गाँव में सन्नाटा पसरा था।

जो ने गाँव की ओर बढ़ते हुए आवाज़ लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। टेंट्स के बाहर धुआँ उठ रहा था, जैसे अभी-अभी कोई खाना बना रहा हो। एक टेंट में सिलाई का काम अधूरा पड़ा था, सुई अभी भी कपड़े में अटकी थी। खाने की बर्तनें, हथियार, कपड़े - सब कुछ वैसा ही था, जैसे लोग बस अभी वहाँ थे। लेकिन गाँव में एक भी इंसान नहीं था। जो को और डर तब लगा, जब उसने देखा कि गाँव के कुत्ते, जो स्लेज खींचते थे, भूख से मरे पड़े थे। और तो और, गाँव के कब्रिस्तान में कब्रें खुली थीं, लाशें गायब थीं, लेकिन पत्थरों को बड़े करीने से रखा गया था, जैसे कोई जानवर नहीं, बल्कि इंसान ने ये किया हो।

जो ने तुरंत नज़दीकी रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) को सूचना दी। जब पुलिस गाँव पहुँची, तो उन्हें भी वही डरावना मंजर दिखा। लेकिन इस जांच में एक और अजीब बात सामने आई। कुछ पुलिसवालों ने बताया कि उन्होंने झील के ऊपर आसमान में नीली, चमकती रोशनी देखी, जो नॉर्दर्न लाइट्स (Aurora Borealis) जैसी नहीं थी। ये रोशनी रहस्यमयी थी, जैसे कोई अनजान शक्ति आसमान में मंडरा रही हो।

अंजिकुनी झील का रहस्य: क्या हुआ था?

इस घटना ने कई सवाल खड़े किए। गाँव के 25-30 लोग, उनके सामान और यहाँ तक कि कब्रों की लाशें - सब कुछ गायब। कोई निशान नहीं, कोई संघर्ष का सबूत नहीं।


पुलिस ने जांच की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। RCMP ने पाया कि गाँव के लोग करीब दो महीने पहले गायब हुए थे, लेकिन क्यों और कैसे, ये आज भी एक रहस्य है।

इस रहस्य ने कई थ्योरीज़ को जन्म दिया। कुछ लोग इसे एलियन अपहरण से जोड़ते हैं, तो कुछ इसे प्राकृतिक आपदा या सुपरनैचुरल घटना मानते हैं। आइए, इन थ्योरीज़ को विस्तार से देखें:

एलियन अपहरण की थ्योरी:

इस कहानी को सबसे ज्यादा हवा तब मिली, जब कुछ लोगों ने इसे एलियन से जोड़ा। RCMP के कुछ अधिकारियों ने जांच के दौरान आसमान में नीली, चमकती रोशनी देखी थी। एक अन्य ट्रैपर, अरमान्ड लॉरेंट और उनके दो बेटों ने भी बताया कि उन्होंने एक बड़ा, चमकता हुआ ऑब्जेक्ट देखा, जो गाँव की ओर जा रहा था। ये ऑब्जेक्ट सिलेंडर से बुलेट के आकार में बदल गया था। कई UFO थ्योरिस्ट्स का मानना है कि ये इतिहास का सबसे बड़ा एलियन अपहरण था। लेकिन इसका कोई ठोस सबूत नहीं है और कई लोग इसे सिर्फ एक कहानी मानते हैं।

प्राकृतिक आपदा या भटकाव:

कुछ लोग कहते हैं कि शायद गाँव वालों को कोई प्राकृतिक आपदा, जैसे बर्फीला तूफान या भोजन की कमी, का सामना करना पड़ा और वो गाँव छोड़कर चले गए। लेकिन ये थ्योरी कई सवाल खड़े करती है। गाँव में खाना, कपड़े और हथियार मौजूद थे। अगर वो भागे होते, तो कुछ न कुछ सामान तो ले जाते। और बर्फ में कोई निशान भी नहीं मिला।


सुपरनैचुरल थ्योरी:

इन्यूट लोगों की संस्कृति में वेंडिगो (Wendigo) जैसे आत्माओं की कहानियाँ मशहूर हैं। वेंडिगो एक ऐसी बुरी आत्मा है, जो जंगल में रहती है और इंसानों को गायब कर देती है। कुछ लोगों का मानना है कि गाँव वालों को ऐसी ही कोई अलौकिक शक्ति ने गायब किया। कब्रों का खुला होना और कुत्तों का भूख से मरना इस थ्योरी को और डरावना बनाता है।

कहानी का सच या झूठ:

कुछ स्केप्टिक्स (संदेह करने वाले) मानते हैं कि ये पूरी कहानी ही गढ़ी गई है। इस कहानी का पहला लिखित ब्यौरा 27 नवंबर 1930 को डैनविल बी (Danville Bee) अखबार में एमेट केलहर (Emmett Kelleher) ने छापा था। लेकिन स्केप्टिक्स, जैसे ब्रायन डनिंग, कहते हैं कि केलहर की कहानी में कई गलतियाँ थीं। मसलन, उन्होंने लिखा कि गाँव की कायाक (नावें) लहरों से टकराकर टूटी थीं, लेकिन नवंबर में झील जम चुकी होती है, तो लहरें कैसे? साथ ही, RCMP के पास इस जांच का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है। कुछ लोग मानते हैं कि ये कहानी फ्रैंक एडवर्ड्स की किताब Stranger Than Science (1959) में और बढ़ा-चढ़ाकर लिखी गई।

गाँव का माहौल और इन्यूट संस्कृति

अंजिकुनी झील के आसपास का इलाका बेहद ठंडा और सुनसान है। यहाँ की ज़मीन टुंड्रा से ढकी है और झील में ट्राउट, पाइक और आर्कटिक ग्रेलिंग मछलियाँ पाई जाती हैं। इन्यूट लोग यहाँ मछली पकड़कर और कैरिबू (हिरन) का शिकार करके जिंदगी चलाते थे। उनके घर, जिन्हें इग्लू या टुपिक कहा जाता था, झील के किनारे बने थे।

इन्यूट संस्कृति में प्रकृति और आत्माओं का गहरा रिश्ता है। वो वेंडिगो और कालुपालिक (Qalupalik) जैसे समुद्री राक्षसों की कहानियाँ सुनाते हैं। कालुपालिक एक ऐसी आत्मा है, जो लोगों को समुद्र में खींच ले जाती है। इस तरह की कहानियाँ इस रहस्य को और रहस्यमयी बनाती हैं। गाँव वालों का अचानक गायब होना और कब्रों का खुला होना इन कहानियों से मिलता-जुलता लगता है।

जांच और सवाल


RCMP ने इस मामले की गहन जांच की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। कुछ अजीब बातें जो सामने आईं:

खाना और सामान: गाँव में खाना, कपड़े और हथियार छूटे थे, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि लोग अचानक गायब हुए।

कुत्तों की मौत: स्लेज कुत्ते भूख से मरे थे, जो इन्यूट लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण थे। अगर लोग गाँव छोड़कर गए होते, तो कुत्तों को नहीं छोड़ते।

कब्रों का खुला होना: कब्रों को बड़े करीने से खोदा गया था और लाशें गायब थीं। जमीन जमी हुई थी, तो जानवरों का ये करना नामुमकिन था।

रहस्यमयी रोशनी: पुलिस और अन्य गवाहों ने नीली, चमकती रोशनी देखी, जो नॉर्दर्न लाइट्स से अलग थी।

लेकिन इन सबके बावजूद, कोई ठोस सबूत नहीं मिला। RCMP ने कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं रखा, जिससे कई लोग इसे एक गढ़ी हुई कहानी मानते हैं।

कहानी का बढ़ना और लोकप्रियता

ये रहस्य पहली बार 1930 में डैनविल बी अखबार में छपा, लेकिन इसे असली पहचान 1959 में फ्रैंक एडवर्ड्स की किताब Stranger Than Science से मिली। बाद में, निगेल ब्लंडेल और रोजर बोर्ड की किताब World’s Greatest UFO Mysteries (1983) में इस कहानी को और बढ़ा-चढ़ाकर लिखा गया। इसमें गाँव की आबादी को 25 से बढ़ाकर 1200 या 2000 तक बताया गया। कुछ किताबों में ये भी कहा गया कि पूरे कब्रिस्तान की कब्रें खाली थीं, जो मूल कहानी में नहीं था।

इस कहानी ने साइंस फिक्शन और हॉरर किताबों में भी जगह बनाई। व्हिटली स्ट्राइबर की किताब Majestic और डीन कूंट्ज़ की Phantoms में भी इसका ज़िक्र है। साथ ही, कई डॉक्यूमेंट्रीज़, जैसे Dark Night at Anjikuni Lake और Vanished by the Lake, ने इस रहस्य को और लोकप्रिय बनाया।

क्या ये सच है या सिर्फ कहानी?

कई स्केप्टिक्स का मानना है कि ये कहानी एमेट केलहर और फ्रैंक एडवर्ड्स ने सनसनी फैलाने के लिए गढ़ी। ड्वाइट व्हेलन की 1976 की रिसर्च में भी कहा गया कि इस कहानी का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। RCMP और स्थानीय अधिकारियों के पास इस घटना का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। साथ ही, जो लैबेल के पास ट्रैपिंग लाइसेंस नहीं था, जिससे उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठे।

लेकिन जो लोग इस कहानी पर यकीन करते हैं, उनका कहना है कि इतने सारे गवाहों की बातों को पूरी तरह नकारना ठीक नहीं। गाँव का सन्नाटा, कुत्तों की मौत और कब्रों का खुला होना - ये सब कुछ तो गलत नहीं हो सकता।

अंजिकुनी झील का रहस्य आज भी अनसुलझा है। क्या ये सचमुच हुआ था, या सिर्फ एक कहानी थी? क्या लोग एलियंस के साथ गए, या वेंडिगो ने उन्हें गायब किया? या फिर ये सब एक पत्रकार की कल्पना थी? कोई नहीं जानता। लेकिन ये कहानी हमें उस बर्फीले, सुनसान इलाके की याद दिलाती है, जहाँ प्रकृति और रहस्य एक-दूसरे से गले मिलते हैं।

अगली बार जब आप कनाडा के उत्तरी जंगलों में कैंपफायर के पास बैठें, तो इस कहानी को ज़रूर सुनाएँ। शायद उस रात, जब आसमान में नीली रोशनी चमके, आपको अंजिकुनी गाँव का जवाब मिल जाए। लेकिन तब तक, ये रहस्य हमें हैरान करता रहेगा और हम सोचते रहेंगे - आखिर वो गाँव गया कहाँ?

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