जिनकी जिंदगी बनी डरावनी कहानियों की मिसाल, जानिए वॉरेन दंपत्ति के अविश्वसनीय भूतिया सफ़र के बारे में

Ed Aur Lorraine Warren Ki Kahani : एड और लॉरेन वॉरेन का जीवन रहस्य, विश्वास और विवादों का मिश्रण रहा है,आइये जानते हैं क्या है वॉरेन दंपत्ति का भूतिया सफ़र।

Shivani Jawanjal
Published on: 3 Jun 2025 5:26 PM IST
Ed Aur Lorraine Warren Ki Kahani
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Ed Aur Lorraine Warren Ki Kahani (Image Credit-Social Media)

Biography Of Ed & Lorraine Warren: दुनिया भर में असाधारण घटनाओं, आत्माओं और प्रेतबाधाओं से जुड़ी कहानियाँ सदियों से लोगों की कुतूहल और भय का केंद्र रही हैं। लेकिन जहां अधिकतर लोग इन्हें सिर्फ किस्सों-कहानियों या फिल्मों के रूप में देखते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने इन रहस्यमय घटनाओं का अनुभव किया है और उन्हें गहराई से परखा है। इसी कड़ी में एक असाधारण जोड़ी थी एड वॉरेन और लॉरेन वॉरेन की – दुनिया के सबसे लोकप्रिय पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर्स, जिनकी ज़िंदगी और कामों ने भय की दुनिया को गहराई से प्रभावित किया है। उनके अनुभवों और केस स्टडीज़ पर आधारित The Conjuring, Annabelle, और The Amityville Horror जैसी हॉलीवुड फिल्में न केवल दर्शकों को डरती हैं, बल्कि इस बात का एहसास भी कराती हैं कि कभी-कभी सच्चाई कल्पना से भी ज़्यादा डरावनी हो सकती है।

इस लेख में हम एड और लॉरेन वॉरेन की ज़िंदगी, उनके रहस्यमय मामलों और उस अद्भुत सफर को जानेंगे जिसने उन्हें डर की दुनिया में एक जीवित किंवदंती बना दिया।

एड वॉरेन का जन्म और प्रारंभिक जीवन


एड वॉरेन का जन्म 7 सितंबर 1926 को अमेरिका के कनेक्टिकट राज्य के ब्रिजपोर्ट शहर में हुआ था। बचपन से ही एड को असाधारण घटनाओं और रहस्यमयी शक्तियों में गहरी रुचि थी। उनका दावा था कि उन्होंने महज़ 5 वर्ष की उम्र में पहली बार किसी भूत की उपस्थिति महसूस की थी एक ऐसा अनुभव जिसने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद वे अमेरिकी नौसेना से डिस्चार्ज हुए और एक साइन पेंटर के रूप में काम करने लगे। हालांकि, उनकी दिलचस्पी हमेशा रहस्य और परालौकिक घटनाओं की ओर ही बनी रही। इसी रुचि ने उन्हें आगे चलकर एक प्रोफेशनल पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर बनने की राह पर अग्रसर किया।

लॉरेन वॉरेन का जन्म

लॉरेन वॉरेन का जन्म 31 जनवरी 1927 को ब्रिजपोर्ट, कनेक्टिकट में हुआ था। बचपन से ही उनमें एक विशेष प्रकार की संवेदनशीलता देखने को मिली, जिसे उन्होंने बाद में ‘क्लैरवॉयंस’ यानी दूरदर्शिता और ट्रांस-मीडियमशिप के रूप में पहचाना। लॉरेन का दावा था कि वे आत्माओं की उपस्थिति को महसूस कर सकती हैं और उनसे मानसिक रूप से संपर्क स्थापित करने की क्षमता रखती हैं। अदृश्य शक्तियों को समझने और अनुभव करने की यह क्षमता उन्हें असाधारण बनाती थी, और यही विशेषता बाद में उनके और एड वॉरेन के पैरानॉर्मल अन्वेषण कार्यों में एक महत्वपूर्ण आधार बनी।

एड और लॉरेन की मुलाकात और शादी


एड और लॉरेन वॉरेन की मुलाकात किशोरावस्था में, वर्ष 1943 में हुई थी, जब दोनों ही कनेक्टिकट के ब्रिजपोर्ट में रह रहे थे। शुरुआती दोस्ती जल्द ही गहरे रिश्ते में बदल गई और 22 मई 1945 को उन्होंने शादी कर ली। विवाह के बाद दोनों ने अपनी असाधारण रुचियों और क्षमताओं को एकजुट करते हुए पैरानॉर्मल घटनाओं की जांच-पड़ताल को अपना जीवन समर्पित कर दिया। इस जोड़ी ने वर्ष 1952 में 'न्यू इंग्लैंड सोसाइटी फॉर साइकिक रिसर्च' (NESPR) की स्थापना की, जो अमेरिका की पहली आधिकारिक पैरानॉर्मल रिसर्च संस्था मानी जाती है। यह संस्था उनके काम का मुख्य केंद्र बनी और असंख्य रहस्यमय घटनाओं की जांच में सहायक रही।

पैरानॉर्मल जांच की शुरुआत


वर्ष 1952 में एड और लॉरेन वॉरेन ने New England Society for Psychic Research (NESPR) की स्थापना की थी , जिसे न्यू इंग्लैंड क्षेत्र की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित घोस्ट-हंटिंग संस्था माना जाता है। NESPR का मुख्य उद्देश्य असामान्य और अलौकिक घटनाओं की जांच करना और पीड़ित परिवारों को मानसिक, आध्यात्मिक और सामाजिक सहायता प्रदान करना था। इस संस्था की कार्यशैली में एक विशेष बात यह थी कि यह केवल आत्माओं और प्रेतों की खोज तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसमें डॉक्टर्स, नर्सें, पुलिस अधिकारी, शोधकर्ता और धार्मिक प्रतिनिधि जैसे विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को शामिल किया जाता था। जब किसी घर या व्यक्ति में शैतानी ताकतों की उपस्थिति का संदेह होता था, तो संस्था चर्च और अन्य धार्मिक संस्थाओं से भी सहयोग लेती थी। वॉरेन दंपति का दावा था कि उन्होंने अपने जीवनकाल में 10,000 से अधिक मामलों की जांच की, जिनमें उन्होंने वैज्ञानिक विश्लेषण और आध्यात्मिक अनुभव दोनों का उपयोग किया। हालांकि उनकी कई जांचें अनुभव और व्यक्तिगत अनुभूति पर आधारित थीं, लेकिन उनकी टीम की विविधता ने हर मामले को बहुआयामी दृष्टिकोण से समझने में मदद की।

एड और लॉरेन वॉरेन के प्रसिद्ध केस

Amityville Horror (1976) - Amityville Horror वॉरेन दंपति के करियर का सबसे प्रसिद्ध और विवादास्पद मामला माना जाता है। वर्ष 1976 में न्यूयॉर्क के अमिटिविल क्षेत्र में स्थित एक घर में लुट्ज़ परिवार ने अजीबोगरीब घटनाओं का अनुभव किया, जैसे रहस्यमयी आवाज़ें, वस्तुओं का अपने आप हिलना, और डरावनी आकृतियों का दिखाई देना। एड और लॉरेन वॉरेन ने इस स्थान की जांच करने के बाद दावा किया कि यह घर शैतानी ताकतों से प्रभावित है। उनकी जांच ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर बना दिया, जिस पर कई किताबें और फिल्में आधारित हैं, जिनमें The Amityville Horror सबसे प्रसिद्ध है। हालांकि इस कहानी की विश्वसनीयता को लेकर भारी विवाद भी रहा है; कुछ गवाहों और विशेषज्ञों ने इसे धोखा करार दिया और मामला अदालत तक भी पहुँचा। बावजूद इसके, यह केस पैरानॉर्मल इतिहास में एक स्थायी स्थान रखता है।


The Perron Family (1971) - 1971 में रोड आइलैंड के हैरिसविल में स्थित पेरॉन परिवार ने भूतिया घटनाओं की शिकायत की, जहां उन्होंने अजीब आवाजें, वस्तुएं हिलने, और अज्ञात शक्तियों द्वारा उत्पन्न डर का अनुभव किया। एड और लॉरेन वॉरेन ने इस मामले की जांच की और पाया कि वहां एक महिला की आत्मा Bathsheba Sherman की उपस्थिति थी, जिसे उन्होंने जादू-टोना करने वाली के रूप में पहचाना। वॉरेन दंपति ने इस मामले को अपने करियर के प्रमुख मामलों में से एक बताया और यह केस 2013 की प्रसिद्ध हॉरर फिल्म The Conjuring का आधार बना। हालांकि, ऐतिहासिक रिकॉर्ड के अनुसार, फिल्म में Bathsheba Sherman के बारे में कई घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है, इसके अलावा वॉरेन दंपति ने वहां एक्सॉर्सिज्म (अलौकिक शक्तियों से मुक्ति) नहीं किया था, बल्कि उन्होंने एक सियांस (séance) का आयोजन किया था, जिसके माध्यम से आत्मा से संवाद स्थापित करने की कोशिश की गई थी।

Annabelle Doll - 1970 में दो रूममेट्स ने दावा किया कि उनकी रैग्डी एन डॉल में एक लड़की की आत्मा है, जो अजीब घटनाओं को जन्म दे रही थी। वे मानते थे कि डॉल की गतिविधियाँ किसी अमानवीय शक्ति द्वारा संचालित हो रही थीं। एड और लॉरेन वॉरेन ने इस दावे की जांच की और इसे 'इनह्यूमन प्रेजेंस' (अमानवीय शक्ति) का काम बताया। उन्होंने डॉल को अपने ऑकल्ट म्यूज़ियम में सुरक्षित रूप से रख लिया, ताकि इसे और किसी को नुकसान न पहुँचे। यह विचित्र और भयावह घटना बाद में Annabelle फिल्म श्रृंखला का आधार बनी, जिसने वॉरेन दंपति के पैरानॉर्मल कार्यों को और भी व्यापक रूप से दर्शकों के बीच लोकप्रिय किया।

Enfield Poltergeist (1977) - 1977 में इंग्लैंड के एनफील्ड क्षेत्र में एक परिवार ने असामान्य गतिविधियों की शिकायत की, जिसमें वस्तुएं अपने आप हिलना, रहस्यमयी आवाज़ें सुनाई देना और अन्य डरावनी घटनाएँ शामिल थीं। एड और लॉरेन वॉरेन ने इस मामले की जांच की और दावा किया कि वहां कई आत्माओं की उपस्थिति थी, जो इन घटनाओं का कारण बन रही थीं। यह मामला पैरानॉर्मल इतिहास में काफी प्रसिद्ध हुआ और इसके आधार पर The Conjuring 2 फिल्म में आंशिक रूप से घटनाओं को दिखाया गया। एनफील्ड पोल्टरगिस्ट केस ने वॉरेन दंपति के करियर को और भी प्रमुखता दिलाई, और आज भी यह एक विवादास्पद और दिलचस्प पैरानॉर्मल घटना के रूप में याद किया जाता है।

वॉरेन म्यूज़ियम


वॉरेन दंपत्ति ने 1952 में The Warren's Occult Museum की स्थापना कनेक्टिकट के मुनरो में अपने घर के बेसमेंट में की थी। इस म्यूज़ियम में उन्होंने अपनी पैरानॉर्मल जांचों के दौरान मिलीं 'शापित', 'भूतिया' या 'शैतानी' ताकतों से जुड़ी विभिन्न वस्तुएं रखी है , जिनमें सबसे प्रसिद्ध Annabelle Doll, शापित दर्पण और अन्य रहस्यमयी वस्तुएं शामिल थीं। वॉरेन दंपति का मानना था कि इन वस्तुओं को एक सुरक्षित स्थान पर रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि ये किसी को नुकसान न पहुँचा सके । हालांकि म्यूज़ियम 2019 में स्थायी रूप से बंद कर दिया गया, मुख्यतः ज़ोनिंग और रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी के नियमों के कारण, इन वस्तुओं को अब भी वहीं सुरक्षित रखा गया है और कभी-कभी विशेष आयोजनों में प्रदर्शित किया जाता है। The Warren's Occult Museum की रहस्यमयी कहानियाँ और इसमें रखी वस्तुएं आज भी पैरानॉर्मल उत्साही लोगों के बीच चर्चा और रोमांच का केंद्र हैं।

वॉरेन दंपत्ति से जुड़े आलोचना और विवाद

वॉरेन दंपति को लेकर वर्षों से मिश्रित प्रतिक्रियाएँ सामने आती रही हैं। एक ओर उनके समर्थक उन्हें असाधारण घटनाओं के सच्चे खोजी, आध्यात्मिक मार्गदर्शक और पीड़ितों के मददगार मानते हैं, जिन्होंने हजारों लोगों को रहस्यमय और डरावनी परिस्थितियों से बाहर निकलने में सहायता की। वहीं दूसरी ओर, वैज्ञानिक समुदाय, संशयवादी और कई विशेषज्ञ उनकी कहानियों और कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हैं। विशेष रूप से Amityville केस को लेकर आलोचकों का कहना है कि यह एक सुनियोजित धोखा था, और कई मामलों में वॉरेन दंपति की कथाएँ अतिरंजित या मनोवैज्ञानिक भ्रम पर आधारित थीं। संशयवादियों का यह भी मानना है कि कुछ घटनाएँ अज्ञानता या साजिश का परिणाम हो सकती हैं। बावजूद इसके, वॉरेन दंपति हमेशा यह दावा करते रहे कि उनका उद्देश्य डर फैलाना नहीं, बल्कि असहाय लोगों को अलौकिक परेशानियों से छुटकारा दिलाना था।

फिल्मों के माध्यम से प्रसिद्धि


The Conjuring Universe वॉरेन दंपति के वास्तविक केस फाइल्स पर आधारित हॉलीवुड की एक बेहद लोकप्रिय और सफल हॉरर फिल्म फ्रेंचाइज़ी है। इस श्रृंखला की शुरुआत The Conjuring (2013) से हुई, जिसमें एड और लॉरेन वॉरेन को मुख्य पात्रों के रूप में दर्शाया गया। इन किरदारों को क्रमशः Patrick Wilson और Vera Farmiga ने निभाया, और उन्होंने The Conjuring 2, Annabelle Comes Home, The Conjuring: The Devil Made Me Do It, और The Nun जैसी फिल्मों में भी अपनी भूमिकाएँ दोहराईं। दिलचस्प बात यह है कि The Conjuring (2013) में लॉरेन वॉरेन स्वयं भी एक छोटे से कैमियो में नजर आई थीं, फिल्म के एक दृश्य में वह ऑडियंस में बैठी एक महिला के रूप में दिखती हैं, हालांकि उन्हें इस उपस्थिति के लिए आधिकारिक रूप से क्रेडिट नहीं दिया गया। यह फ्रेंचाइज़ी न केवल दर्शकों को रोमांचित करती है, बल्कि वॉरेन दंपति की विरासत को बड़े पर्दे पर जीवंत भी बनाए रखती है।

अंतिम समय

एड वॉरेन का निधन 23 अगस्त 2006 को हुआ था। उस समय वे लगभग 80 वर्ष (79 वर्ष) के थे। एड वॉरेन अपने जीवन के अंतिम समय तक पैरानॉर्मल मामलों की जांच और आत्माओं की दुनिया को समझने का प्रयास करते रहे। लॉरेन वॉरेन का निधन 18 अप्रैल 2019 को 92 वर्ष की उम्र में हुआ। वे अपने जीवन के अंतिम वर्षों तक भी पैरानॉर्मल केस पर व्याख्यान देती रहीं और सक्रिय रहीं।

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