Weather Updates: बदलते मौसम में फ्रीज़ में रखा खाना बन सकता है ज़हर? आज भी 90% लोग नहीं जानते ये सच्चाई! जानिए इससे बचने के तगड़े घरेलू उपाय

Latest Updates On Weather: इस बदलते मौसम में खास तौर पर आपको आपने खान-पान पर ध्यान देना चाहिए। एक और चीज़ पर आपको विशेष रूप से सतर्क हो जाना चाहिए। फ्रीज़ में खाना रखना गर्मी के मौसम में आम बात है। लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर विचार किया है कि खाने को कितनी देर के लिए फ्रीज़ में रखना चाहिए।

Priya Singh Bisen
Published on: 29 May 2025 4:07 PM IST
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Latest Updates On Weather (photo credit: social media)

Latest Updates On Weather: भारत में इन दिनों मौसम तेजी से बदल रहा है। कभी तेज धूप, कभी अचानक वर्षा, तो कभी ठंडी हवा का झोंका। यह अनिश्चित मौसम न सिर्फ हमारी दिनचर्या को प्रभावित कर रहा है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बड़ा खतरा बनता जा रहा है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की बेहद आवश्यकता है। इस बदलते मौसम में खास तौर पर आपको आपने खान-पान पर ध्यान देना चाहिए। एक और चीज़ पर आपको विशेष रूप से सतर्क हो जाना चाहिए। फ्रीज़ में खाना रखना गर्मी के मौसम में आम बात है। लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर विचार किया है कि खाने को कितनी देर के लिए फ्रीज़ में रखना चाहिए।


आज इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएं कि आखिर इतनी तेजी से क्यों बदल रहा है मौसम ? इसका हमारे स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ सकता है, बदलते मौसम में सेहत के लिए क्या खाना सही होगा और क्या नहीं ? इसके साथ-साथ ये भी जानेंगे कि फ्रीज़ में रखा खाना कितनी देर तक सुरक्षित है और इस मौसम में खुद को सेहतमंद कैसे रख सकते हैं।

इतनी तेजी से मौसम बदलने का कारण ?

मौसम में हो रहे इस तरह के अनियमित बदलाव के पीछे कई बड़े कारण हैं:

1. जलवायु परिवर्तन (Climate Change): ग्लोबल वॉर्मिंग और ग्रीनहाउस गैसों के दिन पर दिन बढ़ रहे प्रभाव के कारण पृथ्वी का तापमान तेजी से बढ़ रहा है। इससे समुद्रों का तापमान भी असर पड़ रहा है, जो मौसमी चक्र को गंभीर रूप से अव्यवस्थित कर रहा है।


2. प्रदूषण (pollution): वायु प्रदूषण मौसम के बदलते स्वभाव में बड़ा कारण बन चुका है। लगातार औद्योगिकीकरण, गाड़ियों से निकलता धुआं और कचरा जलाने से निकलने वाली खतरनाक गैसें वातावरण को बुरी तरीके से प्रभावित कर रही हैं।

3. शहरीकरण (urbanization): लगातार पेड़ों की बड़े पैमाने पर कटाई और कंक्रीट के जंगलों के कारण प्राकृतिक जलवायु चक्र गंभीर रूप से बाधित हो रहा है, जिस कारण मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है।

4. वैश्विक मौसमी घटनाएं (global weather events): एल नीनो और ला नीना जैसे विश्व स्तर पर मौसमी प्रभाव भी भारत के मौसम को आकस्मिक रूप से प्रभावित कर रहे हैं। जैसे साल 2024-25 में ‘एल नीनो’ के कारण देश के तमाम जगहों पर बरसात असामान्य रही।

बदलते मौसम का स्वास्थ्य पर प्रभाव?


मौसम का यह उतार-चढ़ाव स्वभाव हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को गंभीर रूप से प्रभावित कर कमज़ोर बना देता देता है। इस कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं जन्म ले सकती हैं:

1. वायरल संक्रमण का खतरा (risk of viral infection): बदलते मौसम के कारण हमारा शरीर असंतुलित हो जाता है जिस काऱण सर्दी-गर्मी और उमस के कारण नाक बहना, गले में दर्द और खराश, बुखार और खांसी जैसे वायरल तेजी से फैलते हैं।

2. एलर्जी और त्वचा रोग (Allergies and skin diseases): हवा में नमी बने रहने और अधिक प्रदूषण के कारण त्वचा में रैशेज, खुजली जैसी शिकायतें अक्सर बढ़ जाती हैं।

3. पेट संबंधी दिक्कतें (stomach problems): आजकल पेट से जुडी समस्या पैदा होना आम बात है क्योंकि आज ज्यादातर लोगों का खान-पान और लाइफस्टाइल बेहद ख़राब है। लेकिन इस मौसम में आपके लिए फूड पॉइजनिंग और दस्त जैसी समस्याएं ज्यादा बढ़ जाती हैं, क्योंकि खाना जल्दी खराब होने लगता है।

4. साइनस और दमा की समस्या (Sinus and asthma problems): इस मौसम में हवा में ज़्यादातर नमी बनी रहती है जिस कारण सांस की बीमारियाँ बढ़ जाती हैं। अस्थमा और साइनस के मरीजों को खासतौर से सतर्कता बरतनी चाहिए।

इस मौसम में क्या नहीं खाना चाहिए?

तेजी से हो रहे मौसमी बदलावों में कुछ चीजें हमारे स्वास्थ्य को गंभीर रूप से नुकसान पहुँचा सकती हैं जैसे कि:

- तला-भुना खाना: इस मौसम में ज्यादा तली-भुनी चीज़ों को पचाना मुश्किल होता है और जिस कारण एसिडिटी व गैस की समस्या बढ़ जाती है।

- बासी खाना: तेजी से बढ़ते और लगातार बदलते तापमान में बासी खाना जल्दी संक्रमित होता है।


- ठंडी चीजें: इस मौसम में आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजें गले की समस्या पैदा कर सकती हैं।

- खट्टी चीजें: इस मौसम में खट्टी चीजें जैसे कि इमली, नींबू आदि से गले में खराश या एसिडिटी की दिक्कतें बढ़ सकती है।

- स्ट्रीट फूड: खुले में बना खाना इस मौसम में जल्दी खराब हो जाता है जिसे खाने से बचना चाहिए।

इस मौसम में क्या खाएं ?

- विशेष कर इस तेजी से बदलते मौसम में ताजा और गर्म खाना ही खाएं।

- बदलते मौसम में हल्दी वाला दूध और काढ़ा का सेवन करना फायदेमंद है।

- सीजनल फल जैसे अमरूद, सेब, और अनार रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करते हैं।

- फाइबर से भरपूर भोजन जैसे दलिया, हरी सब्जियां और दालें आपके पाचन में सहायता करती हैं।

- इस मौसम में गुनगुना पानी ही पीना चाहिए जिससे आपका शरीर को अंदर से साफ और स्वस्थ्य होगा।

इस मौसम में फ्रीज़ में रखा खाना कितने समय तक फ्रेश रहता है?

फ्रिज में रखे खाने की समय सीमा (on average):


- इस मौसम में पकी हुई सब्जी फ्रीज़ में लगभग 24-48 घंटे तक फ्रेश रहती है।

- घर में बना चावल-दाल मात्र 24 घंटे तक ही फ्रीज़ में फ्रेश रह सकता है।

- दूध लगभग 2-3 दिन तक फ्रेश रह सकता है।

- फ्रीज़ में रखे फल (कटे हुए) कुछ 12 से 24 घंटे तक ही फ्रेश रह सकते हैं।

- मांस/मछली (Raw) को लगभग 1-2 दिन तक फ्रेस्ज़ में रखा जा सकता है।

- अंडे को आप 5-7 दिन तक फ्रीज़ में रख सकते हैं।

ध्यान देने योग्य: जब खाना पूरी तरह से ठंडा हो जाए उसके बाद ही खाने को फ्रीज़ में रखना चाहिए और ये खास तौर पर ध्यान दें कि बार-बार खाना को गरम करके खाने से उसमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं।

फ्रीज़ में खाना रखने के फायदे:

- खाना को फ्रीज़ में लंबे वक़्त तक फ्रेश और सुरक्षित रखा जा सकता है।

- फ्रीज़ में खाना रखने से बचा हुआ खाना बर्बाद नहीं होता।

- समय की भी बचत होती है।

फ्रीज़ में खाना रखने से होते हैं नुकसान:

- फ्रीज़ से खाना निकालकर उसे गरम करने खाने में मौजूद पोषण कम हो जाता है।

- फ्रीज़ में लंबे समय तक रखा खाना संक्रमित हो सकता है।

- यदि बिजली कट जाए तो फ्रीज़ में रखा खाना जल्दी खराब हो सकता है।

बदलते मौसम में खुद का ध्यान कैसे रखें?

1. पहनावे का ध्यान दें:

- घर से बाहर जाते समय हमेशा अपने साथ छाता या रेनकोट अवश्य रखें।

- सर्दी-जुकाम ना हो जिसके लिए अच्छे और साफ़ मोटे कपड़े पहनें।

2. दिनचर्या सही करें:

- प्रतिदिन सुबह में लगभग 30 मिनट ज़रूर वॉक करने की आदत डालें और योग करें जिससे आपकी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी।

- सोने का समय निर्धारित करें और सुबह जल्दी उठने की आदत डालें क्योंकि ये आदत आपके शरीर को अनुकूल बनाता है।

3. हाथों की साफ़-सफाई का पूरा ध्यान रखें:


- वायरस और बैक्टीरिया फैलने से रोकने के लिए हाथों को समय-समय पर धोएं और सैनिटाइज़ करें।

4. प्रतिदिन ये घरेलू उपाय करें:

- रोजाना नींबू पानी और तुलसी का सेवन अवश्य करें। ये आपके इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में काम करता है।

5. ज्यादा मात्रा में पानी पिएं:


- शरीर में पानी की कमी न होने दें। गुनगुना पानी पीना आपके लिए बेहतर रहेगा।

बच्चों और बुजुर्गों का ख़ास देखभाल:

- बच्चों और बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।

- उन्हें ज्यादा भीड़-भाड़ वाले जगहों से दूर रखें।

- हल्का, सुपाच्य और ताजा भोजन ही खिलाएं।

- मौसम के मुताबिक, उनके पहनावे का भी खास ध्यान रखें।

ये है समाधान...

विश्वभर में तेजी से बदलता मौसम आज एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती बनकर सामने आ चुका है। हमें अपने रोजमर्रा के जीवन में खानपान, रहन-सहन और दिनचर्या में कुछ परिवर्तन करके इससे बचाव करना होगा। स्वस्थ जीवनशैली, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और कुछ घरेलू तरीकों को अपनाकर हम खुद को इस बदलते मौसम के गम्हीर प्रभाव से सुरक्षित रख सकते हैं।

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Priya Singh Bisen

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Content Writer

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