Raksha Bandhan Special: मेंहदी- सजने-संवरने का पारंपरिक अंदाज़

Raksha Bandhan Special: हर साल रक्षाबंधन से कुछ दिन पहले से ही बाजारों में मेंहदी कोन, पाउडर और अब नई तकनीक पेपर मोल्ड्स की मांग बढ़ जाती है।

Jyotsna Singh
Published on: 3 Aug 2025 6:05 PM IST
Raksha Bandhan Special Alert Mehndi A Traditional Way of Decorating Oneself
X

Raksha Bandhan Special Alert Mehndi A Traditional Way of Decorating Oneself

Raksha Bandhan Special: रक्षाबंधन भारतीय संस्कृति का वो उत्सव है जो भाई-बहन के रिश्ते को एक खास अहमियत देता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उसके लंबे जीवन की कामना करती हैं। लेकिन ये दिन केवल राखी तक सीमित नहीं होता। बहनें खुद को भी सजाती-संवारती हैं। जिनमें नई साड़ी, गहने, चूड़ियां और सबसे खास होती है मेंहदी। मेंहदी न केवल एक सजावटी वस्तु है, बल्कि भारतीय परंपरा और सौंदर्य का हिस्सा भी है। रक्षाबंधन जैसे त्योहार में मेंहदी की महक इस दिन को और भी खास बना देती है।

मेंहदी लगाने की बढ़ती होड़ और साथ में सेहत का खतरा

हर साल रक्षाबंधन से कुछ दिन पहले से ही बाजारों में मेंहदी कोन, पाउडर और अब नई तकनीक पेपर मोल्ड्स की मांग बढ़ जाती है। महिलाएं डिजाइनिंग की दौड़ में सबसे आगे निकलना चाहती हैं। हाथों में बेल-बूटे, फ्लोरल आर्ट या मंडला डिज़ाइन की सुंदरता इस खास दिन को यादगार बना देती है। पर क्या आपने कभी सोचा है कि खूबसूरती के इस जुनून में आप अनजाने में अपनी त्वचा के साथ खिलवाड़ तो नहीं कर रही हैं?

ब्लैक मेंहदी में छुपे केमिकल्स का खतरा

बाजार में मिलने वाली डार्क ब्राउन, इंस्टेंट कलर देने वाली मेंहदी में मिलाए जा रहे रसायन, जैसे PPD यानी पैराफिनिलीन डायमाइन, त्वचा के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। इससे खुजली, जलन, लाल चकत्ते और यहां तक कि स्किन बर्न तक हो सकता है। त्वचा विशेषज्ञों का भी मानना है कि इंस्टेंट मेंहदी की बजाय हर्बल मेंहदी को प्राथमिकता देना चाहिए। कई बार बच्चों की त्वचा तो इतनी संवेदनशील होती है कि हल्की मेंहदी भी उन्हें नुकसान पहुंचा सकती है।

नेचुरल हर्बल मेंहदी-एक सुरक्षित विकल्प

मेंहदी अगर हर्बल हो तो वो सिर्फ सुंदरता नहीं बल्कि त्वचा को ठंडक और आराम भी देती है। आजकल महिलाएं कैमिकल वाली मेंहदी से दूरी बनाकर हर्बल और ऑर्गेनिक मेंहदी की ओर रुख कर रही हैं। ऐसी मेंहदी में नेचुरल मेंहदी की पत्तियां और नीलगिरी के तेल जैसे तत्व मिलाए जाते हैं। इन्हें बाजार से भी खरीदा जा सकता है या घर पर खुद भी तैयार किया जा सकता है।

पेपर मेंहदी मोल्ड्स- डिजाइन में नया स्टाइल और सुविधा

इसी ज़रूरत और रचनात्मकता ने बाजार में पेपर मेंहदी मोल्ड्स की जगह बनाई है। जिन्हें मेंहदी स्टैंसिल भी कहा जाता है, मेहंदी लगाने में मदद करने के लिए उपयोग किए जाने वाले डिज़ाइन वाले पेपर या प्लास्टिक के सांचे होते हैं।

ये उन लोगों के लिए बेहद मददगार हैं जिन्हें फ्रीहैंड में मेंहदी लगाना नहीं आता। पेपर मोल्ड्स की मदद से कोई भी महिला या लड़की आसानी से ट्रेंडिंग डिजाइनों को अपने हाथों में उतार सकती है, वो भी कुछ ही मिनटों में।

पेपर मोल्ड्स क्या होते हैं और कैसे करते हैं काम?

पेपर स्टैंसिल सिलिकॉन या पतले कार्ड पेपर से बने होते हैं जिनमें फूल-पत्तियों, मोर, डॉट वर्क, राखी थीम या मंडला डिज़ाइनों की कटिंग होती है। इन्हें हाथ या पैर पर रखकर ऊपर से मेंहदी लगाई जाती है और सूखने के बाद हटाया जाता है। इसके बाद जो डिज़ाइन उभरता है, वह एकदम साफ और एकसमान होता है।

पेपर मोल्ड्स के फायदे- सजावट और समय की बचत साथ-साथ

जो लोग मेंहदी लगाने में नए हैं उनके लिए ये एकदम आसान विकल्प है।

एक जैसे डिज़ाइन बार-बार बनाए जा सकते हैं।

बच्चों के लिए कार्टून या स्माइली डिज़ाइन वाले मोल्ड भी मिलते हैं। समय की बचत होती है और हाथों को गड़बड़ होने से बचाया जा सकता है।इन मोल्ड्स को दोबारा भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

पेपर मोल्ड्स कहां से खरीदें और क्या दाम हैं?

ये मोल्ड्स ऑनलाइन साइट्स जैसे Amazon, Meesho, Flipkart पर या ब्यूटी पार्लर मटीरियल बेचने वाली दुकानों पर आसानी से मिल जाते हैं। इनकी कीमत ₹50 से ₹200 तक होती है। कुछ में मेंहदी कोन भी साथ में दिया जाता है। अब लोकल बाजार में भी राखी स्पेशल मोल्ड्स आने लगे हैं।

DIY मोल्ड्स-अपनी रचनात्मकता से बनाएं खुद के डिज़ाइन

जो महिलाएं थोड़ी क्रिएटिव हैं, वे अब घर पर भी DIY (Do it yourself) तरीके से अपने खुद के मोल्ड्स बना रही हैं। इसके लिए बस एक डिज़ाइन का प्रिंट लेना होता है और उसे किसी शीट (जैसे प्लास्टिक फोल्डर या पुराने फोल्डिंग कार्ड) पर रखकर स्केलपेल की मदद से डिज़ाइन काटना होता है। मोल्ड तैयार होने के बाद उसमें मेंहदी भरकर डिजाइन उभारा जा सकता है।

मेंहदी लगाने से पहले और बाद में क्या रखें ध्यान?

हाथों को साबुन से धोकर अच्छी तरह सुखा लें।

हाथों पर किसी भी प्रकार का लोशन या क्रीम न लगा हो।

पैच टेस्ट जरूर करें, खासकर अगर आप नई मेंहदी या ब्रांड ट्राई कर रही हैं

मोल्ड से मेंहदी लगाकर 10-15 मिनट सूखने दें फिर हटाएं। मेंहदी सूखने के बाद नींबू-चीनी का घोल लगाएं ताकि रंग गहरा आए। कम से कम 2–3 घंटे पानी से न धोएं।

लोकल हर्बल मेंहदी विक्रेताओं को दें प्राथमिकता

आजकल कई महिलाएं घर में ही शुद्ध हर्बल मेंहदी बना रही हैं और सोशल मीडिया या व्हाट्सएप पर बेच रही हैं। ऐसे में जब आप उनसे मेंहदी खरीदती हैं, तो एक सुरक्षित उत्पाद लेने के साथ-साथ एक महिला उद्यमी के सपनों में भी योगदान देती हैं।

त्योहार में सजें, लेकिन सुरक्षा के साथ

मेंहदी केवल सजावट नहीं, एक आत्म-प्रकाश की परंपरा है। यह न केवल आपको सुंदर बनाती है, बल्कि आपके आत्मविश्वास और परंपरा से जुड़ाव को भी दर्शाती है। इसलिए इस बार रक्षाबंधन पर जब आप मेंहदी लगाएं तो क्वालिटी, सेफ्टी और स्टाइल का सही संतुलन बनाएं।

खूबसूरती के साथ सेहत का भी रखें ध्यान

रक्षाबंधन के इस खास मौके पर जब आप मेहंदी सजे-संवरे हाथों से राखी बांधें, तब साथ में आपकी अपनी देखभाल की भावना का भी खयाल रखें। मेंहदी रचाने का अर्थ केवल सौंदर्य नहीं, वह आत्म-संरक्षण, परंपरा और रचनात्मकता का एक खूबसूरत मिलन है। वहीं पेपर मोल्ड्स की मदद से अब यह प्रक्रिया और भी सुंदर, सरल और सुरक्षित बन गई है।

1 / 6
Your Score0/ 6
Praveen Singh

Praveen Singh

Mail ID - [email protected]

Journalist (Director) - Newstrack, I Praveen Singh Director of online Website newstrack.com. My venture of Newstrack India Pvt Ltd.

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!