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राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में बड़ा फैसला, कृष्ण मोहन बने नए सदस्य
अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में कृष्ण मोहन को नया सदस्य चुना गया; राजा विमलेंद्र की जगह पर फिलहाल सहमति नहीं बन सकी।
अयोध्या में आयोजित राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। ट्रस्ट सदस्य कामेश्वर चौपाल के निधन से खाली हुए पद पर उनके समाज से ही कृष्ण मोहन को सर्वसम्मति से नया सदस्य चुना गया। हरदोई निवासी कृष्ण मोहन महाराष्ट्र वन विभाग से 2012 में सेवानिवृत्त हुए थे और तब से समाज सेवा में सक्रिय हैं। अब उन्हें औपचारिक रूप से ट्रस्ट का सदस्य बना लिया गया है। वहीं, ट्रस्ट सदस्य राजा विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र के निधन से खाली हुए दूसरे पद को लेकर फिलहाल कोई सहमति नहीं बन पाई है।
अयोध्या में हुई राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में अहम निर्णय लिया गया। ट्रस्ट सदस्य कामेश्वर चौपाल के निधन से रिक्त हुए पद पर उनके ही समाज से कृष्ण मोहन को सर्वसम्मति से नया सदस्य चुना गया। हरदोई निवासी कृष्ण मोहन महाराष्ट्र वन विभाग से 2012 में रिटायर हुए थे। रिटायरमेंट के बाद से ही वे हरदोई में रहकर समाज सेवा में सक्रिय रहे। अब राम मंदिर ट्रस्ट ने उन्हें आधिकारिक रूप से सदस्य के रूप में शामिल कर लिया है। वहीं, ट्रस्ट सदस्य राजा विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र के निधन से रिक्त पद पर फिलहाल सहमति नहीं बन सकी है।
बैठक में 25 नवंबर को होने वाले राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह की तैयारियों पर खास फोकस रहा। इससे पहले निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया और राम दरबार के दर्शन किए। नृपेंद्र मिश्र ने साफ किया कि अब मंदिर से संबंधित कोई नई परियोजना शुरू नहीं की जाएगी। केवल पूर्व स्वीकृत योजनाओं और चल रहे निर्माण कार्यों को ही प्राथमिकता दी जाएगी।
बैठक के बाद महासचिव चंपत राय ने बताया कि बैठक में 9 ट्रस्टी मौजूद रहे, जबकि 3 ट्रस्टी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े। बिहार के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल के निधन के बाद रिक्त पद पर आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक डॉ. कृष्ण गोपाल को नया ट्रस्टी नामित किया गया है। वहीं अयोध्या के राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र की मृत्यु से खाली हुई सीट पर अभी किसी का चयन नहीं हुआ है। नृपेंद्र मिश्र ने जानकारी दी कि राम मंदिर निर्माण पर अब तक करीब 1400 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। इनमें से 1100 करोड़ का भुगतान ट्रस्ट द्वारा किया जा चुका है। बाकी राशि संग्रहालय और अन्य परियोजनाओं पर खर्च होगी।
ट्रस्ट अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय का निर्माण भी करा रहा है। इसमें 20 गैलरियां बनाई जा रही हैं, जिन पर लगभग 200 करोड़ रुपए खर्च होंगे। हर गैलरी में भगवान श्रीराम की जीवन लीला को 10-10 मिनट के डिजिटल एपिसोड के जरिए दिखाया जाएगा।
पवनपुत्र हनुमान को समर्पित एक विशेष गैलरी भी प्रस्तावित है, जिसमें 7D तकनीक से उनकी कथाएं दिखाई जाएंगी। साथ ही, यह भी बताया जाएगा कि दुनिया के अलग-अलग देशों में भगवान राम की पूजा-अर्चना किस रूप में होती है।
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