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56 साल बाद फिर से साथ! योगी से मिले बृजभूषण शरण सिंह, क्या लौटेगी BJP में धाक? गरमाई सियासत
Brij Bhushan Sharan Singh and CM Yogi Meeting: इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में ज़बरदस्त खलबली मची हुई है।
Brij Bhushan Sharan Singh and CM Yogi
Brij Bhushan Sharan Singh and CM Yogi Meeting: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में ज़बरदस्त खलबली मची हुई है। हालांकि, बृजभूषण शरण सिंह ने साफ़ किया कि इस मुलाक़ात का कोई राजनीतिक अर्थ नहीं है, बल्कि यह केवल एक व्यक्तिगत और भावनात्मक मुलाकात थी।
31 महीने बाद हुई मुलाक़ात
मीडिया से बातचीत में बृजभूषण शरण सिंह ने बताया कि लगभग 31 महीने बाद वह योगी आदित्यनाथ से मिले हैं। उन्होंने कहा, “जीवन में उतार-चढ़ाव लगे रहते हैं। जब जनवरी 2023 में मुझ पर आरोप लगे, तभी मैंने फैसला कर लिया था कि ये लड़ाई मेरी है और मैं खुद इसे लड़ूंगा। तब से लेकर सीएम से कोई मुलाकात नहीं हुई थी। अब जब उन्होंने बुलाया, तो मैं मिलने चला गया।”
बृजभूषण ने कहा कि यह मुलाकात दो पारिवारिक लोगों की तरह थी, जिसमें उन्होंने अपने गम-शिकवे साझा किए। “मुख्यमंत्री योगी से मेरे 56 साल पुराने संबंध हैं। इस मुलाकात को किसी भी राजनीतिक चश्मे के माध्यम से नहीं देखा जाना चाहिए। यह केवल एक भावनात्मक संवाद था”।
दोनों नेताओं के बीच संवाद शुरू होने की संभावना
हालांकि, राजनीतिक विश्लेषक इस मुलाकात को केवल एक ‘शिष्टाचार भेंट’ मानने को तैयार नहीं हैं। पूर्वांचल की राजनीति और होने वाले 2027 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इसे एक महत्वपूर्ण सियासी घटनाक्रम माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि यह मुलाकात दोनों नेताओं के बीच लंबे वक़्त से ठप पड़े संवाद को फिर से शुरू कर सकती है।
जानकारी के मुताबिक, इस पहल के पीछे पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व हो सकता है, जो 2027 चुनाव से पहले बीजेपी में एकजुटता का संदेश देना चाहता है। खासतौर से पूर्वांचल में बृजभूषण शरण सिंह का अच्छा-खासा प्रभाव है, जिसे पार्टी अनदेखा नहीं कर सकती।
बृजभूषण सिंह अयोध्या आंदोलन में निभाए थे अहम भूमिका
बता दें कि बृजभूषण सिंह अयोध्या आंदोलन के वक़्त से पार्टी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आए हैं और कई बार के सांसद रह चुके हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में महिला पहलवानों के आरोपों के चलते उनका टिकट काट दिया गया था, हालांकि उनके बेटे करण भूषण सिंह को टिकट मिला और वे चुनाव जीत भी गए।
बृजभूषण के दो बेटे- प्रतीक भूषण और करण भूषण, दोनों राजनीति में बेहद सक्रिय हैं। प्रतीक गोंडा सदर से विधायक हैं जबकि करण कैसरगंज से सांसद। ये दोनों नेता अक्सर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलते रहते हैं और सीएम भी उन्हें अहमियत देते हैं। बता दे, यह मुलाकात बीजेपी के आंतरिक समीकरणों और भविष्य की रणनीतियों के लिहाज से जरूर महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
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