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Bulandsahar News: बुलंदशहर में मर्जर विवाद: प्रधानाध्यापक ने ग्रामीणों को भड़काया, BSA ने किया सस्पेंड
Bulandsahar News: बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने जांच के बाद विद्यालय के प्रधानाध्यापक अंकित कुमार को निलंबित कर दिया है।
बुलंदशहर में मर्जर विवाद: प्रधानाध्यापक ने ग्रामीणों को भड़काया, BSA ने किया सस्पेंड (Photo- Newstrack)
Bulandsahar News; बुलंदशहर जिले के ऊंचागांव ब्लॉक स्थित प्राथमिक विद्यालय शकरपुर में मर्जर नीति के विरोध में उपजे विवाद ने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने जांच के बाद विद्यालय के प्रधानाध्यापक अंकित कुमार को निलंबित कर दिया है। आरोप है कि प्रधानाध्यापक ने सरकारी मर्जर नीति के खिलाफ ग्रामीणों को भड़काया और खुद घटना के दिन अनुपस्थित रहे।
क्या है पूरा मामला?
सरकार द्वारा लागू की गई “मर्जर पॉलिसी” के अंतर्गत छात्र संख्या 50 से कम होने वाले प्राथमिक विद्यालयों को नजदीकी उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विलय किया जा रहा है। इसी क्रम में शकरपुर प्राथमिक विद्यालय को चटेहरा स्कूल में मर्ज किया गया था।
लेकिन बुधवार को ग्रामीणों ने इस मर्जर के विरोध में प्रदर्शन किया और शिक्षकों को बंधक बना लिया। पूरे घटनाक्रम से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
जांच में क्या सामने आया?
बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी से कराई, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि प्रधानाध्यापक अंकित कुमार ने ही ग्रामीणों को भड़काया था। आश्चर्य की बात यह रही कि प्रदर्शन के दौरान अंकित कुमार स्वयं विद्यालय से अनुपस्थित थे। इस आधार पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
अन्य शिक्षकों का भी ट्रांसफर
प्रकरण को गंभीर मानते हुए बीएसए ने शकरपुर विद्यालय में तैनात अन्य शिक्षकों को भी विभिन्न विद्यालयों में अटैच कर दिया है। बीएसए ने स्पष्ट किया कि शिक्षा व्यवस्था में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
क्या कहता है शिक्षा विभाग?
बेसिक शिक्षा विभाग का तर्क है कि मर्जर नीति का उद्देश्य शैक्षिक गुणवत्ता और संसाधनों का कुशल वितरण है। वहीं कुछ शैक्षिक संगठन इस नीति का विरोध कर रहे हैं, जिससे ज़मीनी स्तर पर विवाद बढ़ते जा रहे हैं।
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