×

Chandauli News: प्राथमिक विद्यालयों के विलय का विरोध, कौशांबी और प्रयागराज की घटनाओं पर निष्पक्ष जांच की मांग

Chandauli News: उत्तर प्रदेश सरकार के प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने के निर्णय के खिलाफ और कौशांबी तथा प्रयागराज में हाल ही में हुई दुखद घटनाओं की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा।

Sunil Kumar
Published on: 3 July 2025 3:28 PM IST
Chandauli News: प्राथमिक विद्यालयों के विलय का विरोध, कौशांबी और प्रयागराज की घटनाओं पर निष्पक्ष जांच की मांग
X

Chandauli News

Chandauli News: आज, आजाद समाज पार्टी (आसपा) ने उत्तर प्रदेश सरकार के प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने के निर्णय के खिलाफ और कौशांबी तथा प्रयागराज में हाल ही में हुई दुखद घटनाओं की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। प्रदेशव्यापी आह्वान पर, आसपा (कांशीराम) और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर राज्यपाल को संबोधित इस ज्ञापन के माध्यम से अपनी आवाज बुलंद की।

शिक्षा के अधिकार पर कुठाराघात

ज्ञापन सौंपने के पश्चात आयोजित पत्रकार वार्ता में, जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार ने सरकार के विद्यालय विलय के फैसले को संविधान के अनुच्छेद 21(A) और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 का सीधा उल्लंघन बताया। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस निर्णय से गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों की शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। आसपा ने मांग की है कि समाज के वंचित वर्गों के शिक्षा के अधिकारों की रक्षा करते हुए इस निर्णय को तत्काल वापस लिया जाए।

कौशांबी और प्रयागराज के पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग

इसके अतिरिक्त, ज्ञापन में जनपद कौशांबी के लोहदा गांव में एक आठ वर्षीय बच्ची के साथ हुए जघन्य दुष्कर्म और प्रयागराज के करछना के इसौटा गांव में एक दलित व्यक्ति को जिंदा जलाकर मार दिए जाने की घटनाओं का उल्लेख किया गया। जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार ने इन दोनों मामलों में पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने और आरोपियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज और वाहनों को तोड़ने व जलाने की घटनाओं की सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। उन्होंने सुनील कुमार गौतम नामक युवक की मृत्यु पर भी गहरा दुख व्यक्त किया और इस मामले में पकड़े गए निर्दोष व्यक्तियों को तुरंत रिहा करने तथा क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए उचित कदम उठाने का आग्रह किया।

सरकारी स्कूलों की बंदी और निजी स्कूलों की मनमानी पर सवाल

जिला महासचिव सिद्धार्थ प्राण बाहु ने भाजपा सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार सरकारी स्कूलों को बंद कर रही है, वहीं दूसरी तरफ शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाई जा रही है। उन्होंने निजी स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी फीस वृद्धि और महंगी किताबों के बोझ से अभिभावकों की कमर टूटने की बात भी कही। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर सरकार क्या करना चाहती है?

शिक्षा ही विकास की कुंजी

अर्जुन प्रसाद आर्य ने मोदी सरकार को अंग्रेजों से भी अधिक क्रूर बताते हुए कहा कि उनके 11 वर्षों के शासन में लोकतंत्र गुलाम बन गया है। उन्होंने सरकारी संस्थानों के निजीकरण के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यदि मंदिरों और मेलों की तरह ही शिक्षा और चिकित्सालयों की व्यवस्था सुदृढ़ होती, तो आज भारत आर्थिक रूप से विश्व में एक मजबूत स्थान रखता। उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर के कथन को दोहराया कि शिक्षा वह कुंजी है जो हर बंद दरवाजे को खोल सकती है, लेकिन वर्तमान सरकार गरीबों को शिक्षा से ही दूर कर रही है।

Start Quiz

This Quiz helps us to increase our knowledge

Shalini Rai

Shalini Rai

Next Story