Chandauli News: चंदौली में गरजी भाकियू टिकैत, समस्याओं पर एक माह में हल न हुआ तो धरना

Chandauli News: चंदौली में भाकियू टिकैत ने किसानों-मजदूरों की समस्याओं पर गरजते हुए 15 सूत्रीय मांगें रखीं, समाधान न होने पर अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी।

Sunil Kumar
Published on: 18 Oct 2025 6:35 PM IST
Chandauli News: चंदौली में गरजी भाकियू टिकैत, समस्याओं पर एक माह में हल न हुआ तो धरना
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Chandauli News: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में किसानों, मजदूरों, छात्रों और व्यापारियों की लंबे समय से चली आ रही समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने शुक्रवार को एक बड़ी आवाज़ उठाई। बिछिया स्थित धरना स्थल पर सैकड़ों किसानों ने एकजुट होकर जिला प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी ज़ाहिर की। जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान के नेतृत्व में, यूनियन ने अपनी 15 सूत्रीय मांगों का एक विस्तृत ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजने के लिए अपर ज़िलाधिकारी (एडीएम) को सौंपा। भाकियू का साफ कहना है कि यदि एक महीने के अंदर इन बुनियादी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने को मजबूर होंगे।

प्रशासन की अनदेखी से नाराज़ किसान

भाकियू टिकैत के मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी ने बताया कि जिले की समस्याओं को लेकर कई बार प्रशासन को ज्ञापन दिया गया है, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। किसानों का आरोप है कि बुनियादी सुविधाओं और जनहित के मुद्दों को जानबूझकर 'ठंडे बस्ते' में डाल दिया गया है, जिससे चंदौली के किसान, मजदूर और आम नागरिक गंभीर रूप से परेशान हैं। यह पंचायत केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर आयोजित की गई थी ताकि लंबित समस्याओं को एक बार फिर मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जा सके।

ज्ञापन में उठीं विकास और जनहित की प्रमुख मांगें

ज्ञापन में ज़िले के विकास और आम जनता से जुड़ी कई महत्वपूर्ण मांगें शामिल हैं:

यातायात और परिवहन: कोरोना काल से बंद पड़ी मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का चंदौली मझवार और सकलडीहा रेलवे स्टेशन पर ठहराव तुरंत शुरू हो। साथ ही, जिले में एक बस डिपो की स्थापना और उसका नियमित संचालन सुनिश्चित किया जाए।

प्रशासनिक सुविधा: वाराणसी में चल रहे चंदौली जिले के सभी सरकारी कार्यालयों को तत्काल चंदौली में स्थानांतरित किया जाए, ताकि ग्रामीण लोगों को प्रशासनिक कार्यों के लिए लंबी दूरी तय न करनी पड़े।

सिंचाई और कृषि: किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण, भुपौली और बलुआ पंप कैनाल को पूरी क्षमता से चलाया जाए। मूसा खांड और अवरवा टांड बांध को वाणसागर परियोजना से जोड़कर सिंचाई व्यवस्था मजबूत की जाए।

कृषि बाज़ार: किसानों को उपज का सही मूल्य मिले, इसके लिए सकलडीहा और पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर में मंडी, कोल्ड स्टोरेज और गन्ना मिल की स्थापना की जाए।

अन्य बुनियादी ढांचे: जर्जर सड़कों की मरम्मत, चौचकपुर घाट पर पुल निर्माण, और ट्रामा सेंटर को तुरंत चालू करने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई।

भाकियू की दो टूक चेतावनी

जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने एक माह के भीतर इन मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। उन्होंने कहा कि "चंदौली की जनता आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है।"

ज्ञापन लेने के बाद, अपर जिलाधिकारी (एडीएम) ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि सभी मांगों का अध्ययन किया जाएगा और संबंधित विभागों को जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे। पंचायत में 'किसान एकता जिंदाबाद' के नारों के साथ पांचों तहसीलों के पदाधिकारी और सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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