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Chandauli News: कुपोषण के खिलाफ जंग तेज, डीएम के सख्त निर्देश - "लापरवाही बर्दाश्त नहीं"
Chandauli News: डीएम ने सख्त लहजे में कहा कि इन बच्चों का बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए और अगले तीन महीनों में उन्हें सामान्य स्वास्थ्य श्रेणी में लाने के लिए लगातार प्रयास किए जाएं।
कुपोषण के खिलाफ जंग तेज (photo: social media )
Chandauli News: चंदौली जिले में कुपोषण की गंभीर स्थिति को लेकर प्रशासन चिंतित है। जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने कुपोषण के खिलाफ 'युद्धस्तर' पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को एक विशेष अभियान चलाकर गंभीर और मध्यम रूप से कुपोषित (SAM-MAM) बच्चों की तत्काल पहचान करने और उन्हें तुरंत पोषण पुनर्वास केंद्र (NRC) में भर्ती कराने का आदेश दिया। डीएम ने सख्त लहजे में कहा कि इन बच्चों का बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए और अगले तीन महीनों में उन्हें सामान्य स्वास्थ्य श्रेणी में लाने के लिए लगातार प्रयास किए जाएं। उन्होंने इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की कड़ी चेतावनी दी है।
गर्भवती महिलाओं और बच्चों के टीकाकरण पर विशेष जोर
जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण/कन्वर्जेन्स समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उन्होंने गर्भवती महिलाओं और बच्चों के नियमित टीकाकरण और स्वास्थ्य परीक्षण के महत्व पर विशेष प्रकाश डाला। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कोई भी गर्भवती महिला या बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे। इसके साथ ही, उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों की नियमित निगरानी करने और यह सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया कि सभी पात्र लाभार्थियों तक पोषण पोटली का वितरण समय पर हो।
योजनाओं का लाभ हर लाभार्थी तक पहुंचे, आंगनबाड़ी केंद्र रहें सक्रिय
डीएम ने अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि पोषण से संबंधित सभी सरकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक लाभार्थी तक पूरी पारदर्शिता के साथ पहुँचे। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्रिय रूप से कार्य करने और लाभार्थियों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आह्वान किया। जिलाधिकारी ने पोषण ट्रैकर ऐप पर दर्ज गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा करते हुए बेहतर रैंकिंग प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने के निर्देश दिए। उन्होंने BHND (ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस) सत्रों की समीक्षा करते हुए ई-कवच सर्वे में तेजी लाने और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा समय पर गर्म पका भोजन वितरित करने के लिए भी कहा।
नए आंगनबाड़ी केंद्रों और लर्निंग लैब पर जोर
बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में नए आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण की प्रगति रिपोर्ट तलब की और संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द इसे प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने विद्यालयों में लर्निंग लैब के निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि कुपोषण को कम करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है, और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी अधिकारियों को एकजुट होकर काम करना होगा। उन्होंने पोषण ट्रैकर ऐप पर चेहरे की पहचान प्रणाली (FRS) और दक्षता मापन की फीडिंग में धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए विभागीय अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी।
इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आर जगत साईं, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वाई के राय, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला बाल विकास पुष्टाहार अधिकारी, डीसी एनआरएलएम और खंड विकास अधिकारी सहित कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
DM ने की महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
Chandauli News: जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने जिले में महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से संचालित विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने वन स्टाप सेंटर, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और कार्यस्थल पर महिलाओं के लैंगिक उत्पीड़न से संबंधित मामलों पर विस्तृत चर्चा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
वन स्टाप सेंटर को सुदृढ़ करने पर जोर
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने वन स्टाप सेंटर की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए कुछ कमियों को पाया, जिन्हें तत्काल दूर करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने नगर पालिका के अधि०अभि० को वन स्टाप सेंटर पर एक हाई मास्ट लाइट लगाने का निर्देश दिया ताकि वहां पर्याप्त रोशनी बनी रहे और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इसके अतिरिक्त, मुख्य चिकित्साधिकारी को वन स्टाप सेंटर पर तत्काल एक स्ट्रेचर उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में पीड़ित महिलाओं को तुरंत चिकित्सा सहायता मिल सके।
कार्यस्थल पर महिला सुरक्षा हेतु आंतरिक समितियों का गठन
कार्यस्थलों पर महिलाओं के लैंगिक उत्पीड़न की रोकथाम को लेकर जिलाधिकारी ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने उन सभी शासकीय कार्यालयों को एक सप्ताह के भीतर आंतरिक परिवार समिति का गठन करने का आदेश दिया, जहां अभी तक यह समिति नहीं बनाई गई है। गठित समितियों की सूचना तत्काल जिला प्रोबेशन अधिकारी को उपलब्ध कराने और जिला प्रोबेशन अधिकारी को इस सूचना को पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश भी दिए गए ताकि इस दिशा में प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
कन्या सुमंगला योजना की नियमित समीक्षा
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने इसकी प्रत्येक माह नियमित समीक्षा बैठक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को विभिन्न श्रेणियों में पात्र लाभार्थियों की पहचान करने और उनकी सूचना एवं विवरण प्रत्येक माह की बैठक में प्रस्तुत करने के लिए कहा ताकि इस योजना का लाभ सही लाभार्थियों तक पहुंच सके।
RLB महिला एवं बाल सम्मान कोष योजना के लंबित मामलों का त्वरित निस्तारण
उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष योजना के अंतर्गत लंबित मामलों पर जिलाधिकारी ने गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने नोडल पुलिस अधिकारी, नोडल मेडिकल अधिकारी और जिला संचालन समिति स्तर पर लंबित प्रकरणों को अतिशीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए। इस पर जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि जिला समन्वय समिति की बैठक अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी और बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में जल्द ही कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आर जगत सांई, जिला विकास अधिकारी सपना अवस्थी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वाई के राय और अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अपने सुझाव दिए और जिलाधिकारी को अपनी कार्य योजनाओं से अवगत कराया। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने और सरकार की इन महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ जिले की महिलाओं तक पहुंचाने के लिए पूरी निष्ठा से प्रयास करने का निर्देश दिया।
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