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Gonda News: जामुन तोड़ने के विवाद में मारपीट की आशंका, पुलिस ने सात आरोपियों को किया गिरफ्तार
Gonda News: 20 जून को जामुन तोड़ने के मामूली विवाद में उनके पुत्र रोहित विश्वकर्मा से शाह आलम पुत्र फुरकान राइनी निवासी भौरीगंज से कहासुनी हो गई थी।
जामुन तोड़ने के विवाद में मारपीट की आशंका,आरोपियों को किया गिरफ्तार (photo: social media )
Gonda News: जिले में थाना परसपुर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भौरीगंज निवासी रामकुमार विश्वकर्मा पुत्र छद्दन विश्वकर्मा ने परसपुर थाने में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने बताया कि 20 जून को जामुन तोड़ने के मामूली विवाद में उनके पुत्र रोहित विश्वकर्मा से शाह आलम पुत्र फुरकान राइनी निवासी भौरीगंज से कहासुनी हो गई थी।
उसी बात को लेकर शाम करीब 6 बजे शहाबुद्दीन पुत्र निजाम (उम्र 55 वर्ष), शहजाद अहमद पुत्र मुस्तफा हुसैन (उम्र 46 वर्ष), बाबू पुत्र अनीस (उम्र 30 वर्ष), नूर अहमद पुत्र चौधमल (उम्र 50 वर्ष), नौशाद पुत्र मुस्तफा हुसैन (उम्र 40 वर्ष), मोहम्मद साजिद पुत्र शहजाद (उम्र 26 वर्ष), मोहम्मद साहिल पुत्र शहजाद (उम्र 22 वर्ष) तथा 20-25 अन्य लोग लाठी-डंडा व धारदार हथियारों से लैस होकर रामकुमार के घर पर चढ़ आए और गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देने लगे। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज किया।
पुलिस ने सातों व्यक्तियों को शांति भंग की आशंका के तहत गिरफ्तार कर लिया
इसके पश्चात 21 जून को जब पुलिस घटना की जांच हेतु मौके पर पहुंची, उसी समय उपरोक्त सातों आरोपी फिर से वहां पहुंचकर रामकुमार से ऊंची आवाज में बोलते हुए कहने लगे कि “कल तो सिर्फ गाली दी थी, अब पूरे परिवार को मारपीट कर चैन से नहीं रहने देंगे।” मौके पर समझाने के प्रयास के बावजूद वे उग्र हो गए और मारपीट पर आमादा हो गए। हालात को देखते हुए पुलिस ने तुरंत सातों व्यक्तियों को शांति भंग की आशंका के तहत गिरफ्तार कर लिया और उन्हें विधिक कार्यवाही करते हुए न्यायालय चालान कर दिया।
इस संबंध में थाना प्रभारी निरीक्षक हेमंत कुमार गौड़ ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर कुल सात नामजद तथा 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी में उपनिरीक्षक रविप्रकाश यादव, उपनिरीक्षक सौरभ वर्मा, कांस्टेबल अखिलेश यादव, अमित यादव, राहुल पटेल, राजेश यादव, वेदप्रकाश वर्मा तथा अमित कन्नौजिया की टीम द्वारा की गई। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते गिरफ्तारी न होती, तो गंभीर संज्ञेय अपराध हो सकता था। पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई में जुटी है।
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