TRENDING TAGS :
Hapur News: आर्मी बटालियन का था बरामद हुआ ड्रोन, ट्रायल के दौरान हुआ था नियंत्रण से बाहर
Hapur News: हापुड़ में खेत से बरामद हाई-टेक ड्रोन को लेकर मचा हड़कंप, जांच में खुलासा हुआ कि यह सेना की बटालियन के ट्रायल के दौरान नियंत्रण से बाहर हुआ था।
आर्मी बटालियन का था बरामद हुआ ड्रोन, ट्रायल के दौरान हुआ था नियंत्रण से बाहर (Photo- Newstrack)
Hapur News: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम बाढ़ली के किठौर रोड स्थित एक खेत से एक विशाल ड्रोन बरामद हुआ। ड्रोन का आकार देखकर ग्रामीणों में दहशत फैल गई.ग्रामीणों ने पहले ही पल में इसे किसी विदेशी या जासूसी ड्रोन से जोड़ लिया और देखते ही देखते मौके पर सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। सूचना पाकर पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
खेत में मिला हाई-टेक ड्रोन
गांव के किसान अजहर जब सुबह अपने खेत पहुंचे तो उन्हें दूर से कोई चमकती वस्तु दिखाई दी। पास जाकर देखा तो वह कोई साधारण चीज नहीं बल्कि एक बड़ा हाई-टेक ड्रोन था। ड्रोन में लगे कैमरा, सेंसर और पंखों को देखकर ग्रामीणों को शक हुआ कि यह किसी गुप्त मिशन या एजेंसी का उपकरण हो सकता है। किसान अजहर ने बताया, “पहले लगा कोई सर्वे चल रहा है, लेकिन जब ड्रोन का आकार देखा तो डर लगने लगा। हमने तुरंत पुलिस को सूचना दी।”
पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने की घेराबंदी
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और खेत को चारों ओर से घेर लिया। थोड़ी देर में फॉरेंसिक टीम भी पहुंच गई और ड्रोन के ब्लेड, कैमरा, बैटरी व इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम की बारीकी से जांच शुरू की गई। पुलिस ने ड्रोन को कब्जे में लेकर उसका सीरियल नंबर और जीपीएस डेटा खंगालना शुरू किया।थाना प्रभारी ने बताया कि, “ड्रोन की तकनीकी जांच जारी थी और उसके स्रोत व उद्देश्य का पता लगाया जा रहा था। ग्रामीणों से अपील की गई कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।”
जांच में सामने आया बड़ा खुलासा
तकनीकी जांच के बाद दोपहर में बड़ा खुलासा हुआ। ड्रोन किसी संदिग्ध गतिविधि का हिस्सा नहीं था, बल्कि यह भारतीय सेना की बटालियन के ट्रायल के दौरान रेंज से बाहर होकर गिरा था। जानकारी के अनुसार, मेरठ बटालियन को एक कंपनी से ड्रोन खरीदने थे और उसी ट्रायल के दौरान यह नियंत्रण खोकर बाढ़ली गांव के खेतों में गिर गया।थाना प्रभारी ने बताया, “ड्रोन की पहचान आर्मी की बटालियन के रूप में हो चुकी है। सेना की टीम को इसकी सूचना दे दी गई है और ड्रोन को उन्हें हैंडओवर किया जा रहा है।”
अफवाहों पर लगा विराम, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
ड्रोन मिलने के बाद गांव में तरह-तरह की चर्चाएं फैल गई थीं। कोई इसे विदेशी जासूसी ड्रोन बता रहा था, तो कोई किसी गुप्त प्रयोग से जोड़ रहा था। हालांकि, फॉरेंसिक जांच में जब यह स्पष्ट हुआ कि ड्रोन भारतीय सेना का है, तो ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।अब पुलिस और सेना की संयुक्त टीम आगे की तकनीकी जांच में जुटी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!


