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Hathras News: पेट्रोल पंप लगवाने के नाम पर हुई 32.45 लाख की ठगी
Hathras News: फर्जी वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करने के बाद ठगी के शिकार हुए कुरसंडा निवासी व्यक्ति ने साइबर थाने में शिकायत की। शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर साइबर थाना पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
Hathras News: हाथरस। सादाबाद के कुरसंडा निवासी व्यक्ति पेट्रोल पंप लगवाने के नाम पर साइबर ठगों के शिकार हो गए। शातिर ने उनसे 32.45 लाख रुपए की ठगी कर ली। फर्जी वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करने के बाद ठगी के शिकार हुए कुरसंडा निवासी व्यक्ति ने साइबर थाने में शिकायत की। शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर साइबर थाना पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
कोतवाली सादाबाद क्षेत्र के गांव कुरसंडा निवासी अनिल कुमार पुत्र रामखिलाड़ी ने साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है। अनिल कुमार ने बताया कि उनको ऑनलाईन साइड पैट्रोल पम्प केएस के डीलरशिप के माध्यम से ऑनलाईन जानकारी मिली कि पैट्रोल पम्प की जगह निकली हुई हैं। जिस पर अनिल कुमार ने ऑनलाइन साइड खोलकर आवेदन किया। जिसकी 25 हजार रुपए आवेदन फीस ऑनलाइन जमा की। इसके बाद 12 फरवरी 2025 को ईमेल द्वारा जानकारी मिली कि उनके पक्ष में आनलाइन ड्र खोला गया। जिसकी जानकारी मेल द्वारा भेजी गयी। इसके बाद फिर से 17 फरवरी 2025 को मेल आया, जिसमें कहा कि एओआई की फीस जमा करनी है, इस फीस के 2.90 लाख रुपए भी ऑनलाइन जमा करा दिए।
ऐसे की गई धोखाधड़ी
इसके बाद रिटेल लाइसेंस की 4.50 लाख रुपए फीस जमा भी ऑनलाइन जमा करा दी। इसके कुछ दिन बाद फिर से मेल आया कि रिटेल लाइसेंस बाण्ड फीस एवं स्टेप 3 पेमेन्ट जमा करना है। इस फीस के भी 5.10 रुपए भी ऑनलाइन जमा कर दिए। इसके दिन दिन बाद मेल आया कि फाइनल सिक्योरिटी इक्यूपेमेन्ट एण्ड मशीनरी एण्ड वर्किंग पेमेन्ट की 7.25 लाख रुपए फीस जमा करनी है। इसके कुछ बाद मेल आया कि जीएसटी टैक्स 18 फीसदी जमा करना है, जीएसटी के 3.60 लाख रुपए भी ऑनलाइन जमा करा दिए। इसके कुछ दिन बाद एक और मेल आया जिसमें इक्यूपेमेन्ट एण्ड मशीनरी पेमेन्ट के 8.85 लाख रुपए जमा करने को कहा गया, वह भी जमा करा दिए।
इस प्रकार कुल 32.45 लाख रुपए जमा कर दिए गए। फिर से ठगों ने मेल किया कि 508580 रुपए स्टाम्प एवं ठेकेदार की फीस जमा करनी है। पैसों का इंतजाम न होने के कारण मेल के माध्यम से पेट्रोल पम्प केएसके साइड पर मेल द्वारा 10 दिन का समय मांग लिया। इसी बीच अनिल कुमार ने मथुरा रिफायनरी आईओसी बीपीसीएल ऑफिस जाकर जानकारी की तो पता चला कि यह फर्जी साइड है। यह सुनकर अनिल कुमार के होश उड़ गए। और वह अपनी शिकायत लेकर थाना साइबर क्राइम पहुंचे। शिकायत के आधार पर साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज कर साइबर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
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