भारत को फिर से सोने की चिड़िया बनाने की पहल, लखनऊ में देश का पहला फिजिकल गोल्ड लीजिंग सेंटर की शुरूआत

लखनऊ अब आर्थिक और तकनीकी नवाचारों का भी केंद्र बनता जा रहा है। इसी कड़ी में एक ऐतिहासिक पहल के तहत लखनऊ के महानगर स्थित गोल मार्केट में देश के पहले फिजिकल गोल्ड लीज़िंग सेंटर की शुरुआत हुई।

Virat Sharma
Published on: 1 Jun 2025 7:49 PM IST
Lucknow News
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Lucknow News: Photo-Social Media

Lucknow Today News: नजाकत-नफासत और तहजीब और सांस्कृतिक विरासत के लिए पहचाना जाने वाला लखनऊ अब आर्थिक और तकनीकी नवाचारों का भी केंद्र बनता जा रहा है। इसी कड़ी में एक ऐतिहासिक पहल के तहत लखनऊ के महानगर स्थित गोल मार्केट में देश के पहले फिजिकल गोल्ड लीज़िंग सेंटर की शुरुआत हुई। इस सेंटर को लॉन्च किया है लखनऊ के होमग्रोन फिनटेक स्टार्टअप myGold ने जो पारंपरिक संपत्ति सोना को आधुनिक निवेश विकल्प में बदलने की कोशिश कर रहा है।

यह अनूठा प्लेटफ़ॉर्म बीके सराफ ज्वेलर्स के संस्थापक अमोल बंसल की दूरदर्शिता का परिणाम है। 90 वर्षों से लखनऊ में विश्वसनीयता का पर्याय बने BK सराफ के माध्यम से अमोल बंसल अब घरों में वर्षों से निष्क्रिय पड़े सोने को आय का स्रोत बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठा रहे हैं।

रविवार को गोल्ड लीज़िंग सेंटर का उद्घाटन पारंपरिक पूजा के साथ हुआ, जिसके बाद अमोल बंसल ने रिबन काटकर सेंटर की शुरुआत की। उन्होंने उपस्थित मेहमानों को सेंटर का भ्रमण कराया और वहां लगाई गई अत्याधुनिक तकनीकों से परिचित कराया। इन हाईटेक मशीनों के ज़रिए सोने को पिघलाया जाता है, उसकी शुद्धता कैरेट मीटर द्वारा जांची जाती है। और ये पूरी प्रक्रिया ग्राहक की आंखों के सामने होती है।

भारत को फिर से सोने की चिड़िया बनाने की पहल

इस खास मौके पर अमोल बंसल ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी ताकत पारदर्शिता है। यहां हर प्रक्रिया सामने होती है, जिससे संदेह और धोखाधड़ी की कोई गुंजाइश नहीं रहती। उन्होंने बताया कि myGold का उद्देश्य देश में लगभग 25,000 टन निष्क्रिय पड़े सोने को आर्थिक रूप से सक्रिय बनाना है। यह प्रयास पीएम मोदी के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में भी योगदान देता है, और साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी विजन में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

कैसे काम करता है myGold मॉडल ?

ग्राहक अपने घर में रखे उपयोग में न आने वाले सोने को सेंटर पर लाते हैं।

वहां उसे पिघलाकर 24 कैरेट के सोने की वैल्यू के आधार पर डिजिटल रूप में रिकॉर्ड किया जाता है।

यह डेटा सीधे myGold ऐप में सुरक्षित होता है।

फिर यह सोना विश्वसनीय ज्वेलर्स को लीज़ पर दिया जाता है।

बदले में, ग्राहक को हर साल 5 प्रतिशत अतिरिक्त सोना वजन में ब्याज के रूप में मिलता है।

इस मॉडल के जरिए जहां ग्राहकों को निष्क्रिय सोने पर ब्याज मिलता है, वहीं ज्वेलर्स को बिना ब्याज का सोना मिल जाता है, जिससे उनका कैश फ्लो सुधरता है। साथ ही देश की अर्थव्यवस्था पर सोने के आयात का दबाव भी घटता है।

लखनऊ से देशव्यापी विस्तार

लखनऊ में इसका पहला फिजिकल सेंटर शुरू किया गया है, लेकिन myGold ऐप पूरे भारत में उपलब्ध है। इस ऐप के ज़रिए देशभर के लोग डिजिटल रूप से इस पारदर्शी सेवा का लाभ उठा सकते हैं और गोल्ड इन्वेस्टमेंट को एक नया, आधुनिक और भरोसेमंद रूप दे सकते हैं।

फिनटेक और परंपरा का संगम

myGold की यह पहल न सिर्फ पारंपरिक निवेश को तकनीक से जोड़ती है, बल्कि लोगों की सोच में भी बदलाव लाने की ताकत रखती है। यह उत्तर प्रदेश को भारत के फिनटेक इनोवेशन मैप पर मजबूती से स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है, जहां विश्वास, तकनीक और आय एक साथ चलते हैं।

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Lucknow Reporter

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