TRENDING TAGS :
Jhansi News: जेल में भाई दूज पर छलके भाई-बहन के आंसू, भावुक मिलन ने सबको किया नम
Jhansi News: झांसी जेल में भाई दूज पर बहनों ने तिलक लगाया, भावुक मिलन से माहौल हुआ भावुक, भाईयों ने घर लौटने का वचन दिया
जेल में भाई दूज पर छलके भाई-बहन के आंसू (photo: social media )
Jhansi News: सुबह से ही महिलाएं पूजा की थाली और मिठाइयां लेकर जेल परिसर पहुंची। मुलाकाती कक्ष में बहनों ने अपने बंदी भाइयों के माथे पर तिलक लगाया और उनकी लंबी उम्र व सलामती की कामना की। कई बहनें अपने भाइयों को देखकर भावुक होकर रो पड़ीं, वहीं, बंदी भाइयों ने भी बहनों को ढांढस बंधाते हुए जल्द घर लौटने औऱ समाज की मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प व्यक्त किया।
भाई-दूज के अवसर पर जिला कारागार में गुरुवार को एक भावनात्मक नजारा देखने को मिला। जेल की दीवारों के भीतर भी भाई-बहन के रिश्ते की पवित्रता और स्नेह झलकता दिखा। सैकड़ों बहनें अपने बंदी भाइयों से मिलने पहुंची और उन्हें भावनाओं पर काबू नहीं रख सकीं। बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाया, आरती उतारी और उनकी लंबी उम्र की दुआ मांगी। वहीं, भाइयों ने भी बहनों की कुशलक्षेम पूछते हुए उनकी रक्षा का वादा किया। लंबे समय बाद हुए इस मिलन के दौरान कई बहनों की आंखें नम हो गई और माहौल भावुकता से भर गया।
जेल परिसर में बहनों की भीड़
सुबह से ही जेल परिसर में बहनों की भीड़ लगी रही। कई बहनें व्रत रखकर आई थीं और भाई को टीका करने के बाद ही उन्होंने व्रत खोला। कारागार प्रशासन ने त्योहार के लिए विशेष इंतजाम किए थे। सुरक्षा व्यवस्था सख्त रखी गई। मिलने आने वाले सभी परिजनों की तलाशी ली गई और उन्हें निर्धारित समय पर अंदर भेजा गया।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि बहनों को टीके का सामान और मिठाई लेकर आने की अनुमति दी गई थी। साथ ही बहनों के लिए चंदन की विशेष व्यवस्था की गई थी ताकि वे पारंपरिक तरीके से त्योहार मना सकें। सुरक्षा घेरे के बावजूद जेल के भीतर भाई-बहन के इस मिलन ने हर किसी की आंखें नम कर दीं। भाई-दूज का यह पर्व एक बार फिर साबित कर गया कि स्नेह और रिश्तों की डोर दीवारों से भी नहीं टूटती।
तिलक लगाकर अपराध को छोड़ने का वचन मांगा
जेल में बंद भाई को तिलक लगाने पहुंची ममता देवी ने बताया कि उसने अपने भाई को भैया दूज के अवसर पर तिलक लगाकर अपराध को छोड़ने का वचन मांगा। जेल में बंद भाई ने बहन को विश्वास दिलाया कि वह अब अपराध की राह नहीं अपनाएगा और समाज की मुख्यधारा से जुड़कर सम्मानजनक जीवन जिएगा। एेसे कई उदाहरण देखने को मिले जब बहनों ने भाइयों से बेहतर जीवन जीने और गलत राह छोड़ने की अपील की।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!