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Jhansi News: झांसी मंडल के 60 लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में रहे फेल
Jhansi News: रेलयात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर सभी लोको पायलट को ट्रेन पर जाने से पहले क्रू एंड गार्ड लॉबी में जाकर ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट से गुजरना पड़ता है।
झांसी मंडल के 60 लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में रहे फेल (photo: social media )
Jhansi News: शराब पीकर निर्दोष यात्रियों की जान जोखिम में डालने वालों में केवल सड़क पर वाहन चलाने वाले ही दोषी नहीं हैं। प्लेन के पायलट और ट्रेन के लोको पायलटों का रिकार्ड भी इस मामले में बहुत अच्छा नहीं है। रेलवे को देश की लाइफलाइन कहा जाता है। रोजाना करोड़ों लोग ट्रेनों में सफर करते हैं। रेलयात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर सभी लोको पायलट को ट्रेन पर जाने से पहले क्रू एंड गार्ड लॉबी में जाकर ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट से गुजरना पड़ता है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई लोको पायलट शराब पीकर गाड़ी न चलाए। लेकिन पिछले चार साल में रेलवे के झांसी मंडल में कम से कम 60 रेल लोको पायलट/ सहायक लोको पायलट इस टेस्ट में फेल हुए हैं। इसमें एक तिहाई लोको पायलट को ड्यूटी खत्म करने के बाद इस टेस्ट में फेल हुए। यानी उन्होंने शराब के नशे में गाड़ी चलाई थी।
उत्तर मध्य रेलवे का झांसी मंडल पहले नंबर पर रहा। इस डिवीजन में 60 लोको पायलट/ सहायक लोको पायलट ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में नाकाम रहे। इनमें से 20 लोको पायलट (गुड्स), दस लोको पायलट (मेल), दो लोको पायलट (शंटिग) व 28 सहायक लोको पायलट शामिल है। इन लोको पायलटों में से कईयों को तो कैबिन से उतरने के तुरंत बाद टेस्ट में फेल हुए। यानि उन्होंने शराब के नशे में गाड़ी चलाई थी।
इन मुख्यालय में तैनात है लोको पायलट
उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल में लोको पायलट अलग अलग स्थानों पर तैनात है। इनकी जांच कराई गई हैं। वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर तैनात 42 लोको पायलट/ सहायक लोको पायलट, बांदा में आठ, ग्वालियर में पांच और जूही सेक्शन में पांच लोको पायलट/सहायक लोको पायलट तैनात है।
इन स्थानों पर हुई जांच
रेलवे सूत्रों का कहना है कि वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर तैनात सहायक लोको पायलट की 7 सिंतबर 2021 को वीजीएलजे लॉबी, मेल लोको पायलट की ईटी लॉबी, ईएलएस, ग्वालियर लॉबी, बांदा लॉबी, जीएमसी लॉबी, नईदिल्ली लॉबी, सीएनबीएन लॉबी, सीएनबी लॉबी, आगरा लॉबी, बीना लॉबी, एमकेपी लॉबी में जांच की गई हैं। सभी ऑन ड्यूटी पर तैनात थे।
कइयों को पाया जाता है टेस्ट पॉजिटिव
शराब को लेकर जिन पायलटों का रिकार्ड खराब है, उनके लिए एयर इंडिया ने ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट के अलावा ऱक्त के नमूने लेने का नियम भी बना दिया है। तकरीबन 15 फीसद लोको पायलट रोज ही ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में फेल होते हैं। वैसे वास्तव में लगभग पचास फीसद लोको पायलट शराब पीते हैं। लेकिन ट्रेन चलाते हुए नहीं, बल्कि ट्रेन चलाने के बाद आराम करते हुए थकान उतारने के लिए। कई मर्तबा शाम को ज्यादा शराब पी लेने की स्थिति में अगली सुबह लोको पायलट ट्रेन चलाने के लिए निकलता है तो टेस्ट में पॉजिटिव पाया जाता है।
इन अफसरों को भेजी गई हैं सूची
सीनियर डीईई (ओपी) शिवम श्रीवास्तव ने सीनियर डीएसओ, सीनियर डीईई/ओपी/ आगरा, सीनियर डीईई/ओपी/ प्रयागराज, सीनियर डीईई/आरएसओ/नईदिल्ली, सीनियर डीईई/ टीआरओ भोपाल, जबलपुर, लखनऊ, एनईआर, एनआर सीसीसीएल/लॉबी, सीएमएस इंचार्ज, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, बांदा, ग्वालियर और जूही मुख्यालय को भेजी गई हैं। कहां गया कि इन लोको पायलटों पर नजर रखी जाए।
सर्विस रिकॉर्ड में किया जाएगा मार्क
रेलवे सूत्रों का कहना है कि शराब पीकर पकड़े गए लोको पायलट/सहायक लोको पायलट के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। इस बारे में रेल मंत्रालय ने सभी चीफ सेफ्टी ऑफिसर्स को एक सर्कुलर भेजा था। इसके मुताबिक अगर किसी लोको पायलट में अल्कोहल का लेवल एक से 20 एमजी/100 मिली पाया जाता है तो उसे ड्यूटी से हटा दिया जाना चाहिए और इसे उसके सर्विस रिकॉर्ड में मार्क किया जाना चाहिए। जिनमें इसका लेवल 20एमजी/100 मिली से ज्यादा पाया जाता है तो उसे सर्विस से हटाया दिया जाना चाहिए।
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